पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने भगवान बदरी विशाल के दर्शन
चमोली। बागेश्वर धाम वाले बाबा पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने भगवान बदरी विशाल के दर्शन किए। साथ ही बदरीनाथ में आयोजित हो रही श्रीमद्भागवत कथा में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि बदरीनाथ में साक्षात प्रभू विराजमान हैं। बदरीनाथ देवताओं और संतों की भूमि है। बदरीनाथ में साधनारत खाक चौक वाले महाराज और बदरीनाथ में भागवत कथा कर रहे पंडित त्रिपाठी की भगवान सेवा चरणानुराग का जिक्र करते हुए पंडित शास्त्री ने कहा इस तप और देवता की प्रिय भूमि के संतों को मैं प्रणाम करता हूं। रविवार को पंडित धीरेन्द्र शास्त्री हैलीकॉप्टर से बदरीनाथ हेलीपैड पहुंचे। यहां पर उनका स्वागत बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने बदरीनाथ की पवित्र तुलसी माला से किया। बदरीनाथ पहुंचने के बाद पंडित धीरेन्द्र शास्त्री 3:45 बजे बदरीनाथ मंदिर में पहुंचे। मंदिर परिसर के सिंहद्वार पर पंडित धीरेन्द्र शास्त्री का वेद मंत्रों और स्वति पाठ से पंडितों, वेद पाठियों ने भव्य और सनातन धर्म की मान्यताओं के साथ स्वागत किया। इसके बाद पंडित शास्त्री ने भगवान बदरी विशाल के दर्शन कर पूजा अर्चना की। भगवान बदरी विशाल के महात्म्य के बारे में सभी विद्धत जनों से विनम्र भाव से जानकारी प्राप्त की। मंदिर के सभा मंडप में बैठ कर ध्यानावस्था में पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने भगवान के श्री विग्रह का दर्शन कर पूजा अर्चना की। पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने बदरीनाथ के नैसर्गिक सौंदर्य की भी सराहना की। नर नारायण पर्वत , पवित्र अलकनंदा नदी को भी प्रणाम किया ।
मंदिर खुलने का किया इंतजार
बदरीनाथ पहुंचे पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने मंदिर नियमों का पूरी तरह पालन किया। जब वे बदरीनाथ पहुंचे। उस समय नियमानुसार मंदिर बंद था। निश्चित समय पर मंदिर फिर खुला। उसके बाद पंडित शास्त्री ने मंदिर में पहुंच कर भगवान बदरीविशाल के दर्शन किए। इस दौरान श्रद्धालुओं की बाहर काफी भीड़ लगी रही।