May 21, 2024

बागेश्वर में सात सड़कों पर मलबा आने से आवाजाही ठप  


बागेश्वर। जिले में शुक्रवार रात कपकोट, दुग-नाकुरी तहसील क्षेत्र में जबरदस्त बारिश हुई। कपकोट में 12 घंटे के भीतर 60 मिमी बारिश हुई। बारिश के कारण सात सड़कें मलबे आने से बाधित रहीं। इनमें आवाजाही दिनभर ठप रही। इस कारण संबंधित क्षेत्र के लोग मीलों पैदल चलकर गांव तक पहुंचे।
कांडा-सानिउडियार रोड बाधित होने से लोगों को जिला मुख्यालय पहुंचने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दो से तीन वाहन बदलकर लोग बागेश्वर पहुंचे। इसके अलावा रमाड़ी-कनौली, काफलीकमेड़ा, शामा-नौकुड़ी, लीली, सूपी-झूनी मार्ग मलबा आने से बंद हैं। सूपी और काफली कमेड़ा मार्ग को बंद हुए 25 दिन हो गए हैं। गत दिनों डीएम ने काफलीकमेड़ा मार्ग का निरीक्षण किया। पीएमजीएसवाई को मार्ग जल्द खोलने के निर्देश दिए, लेकिन अभी तक मार्ग नहीं खुल पाया है। इधर, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि रोड खोलने का काम जारी है।
कौसानी-गरुड़ मार्ग पर गिरा पेड़, घंटों यातायात प्रभावित
कौसानी। कौसानी-गरुड़ मोटर मार्ग के बलना गांव के समीप सड़क पर विशालकाय पेड़ गिर गया। इससे घंटों यातायात प्रभावित रहा। फायर स्टेशन गरुड़ के जवानों ने घंटों की मशक्कत के बाद सड़क पर आवाजाही शुरू कराई।
शनिवार सुबह जिले में झमाझम बारिश से कौसानी-बागेश्वर रोड पर कौसानी के समीप पेड़ गिर गया। इससे रोड घंटों बंद रहा। हल्द्वानी, अल्मोड़ा, रानीखेत और जिले के अन्य क्षेत्रों को जाने वाले वाहन घंटों हाईवे पर फंसे रहे। स्थानीय लोगों की सूचना पर गरुड़ फायर सर्विस सक्रिय हुई। पेड़ को टुकड़ों में काट कर सड़क से हटाया गया। इसके बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली। प्रभारी अग्निशमन अधिकारी गोपाल सिंह रावत ने बताया कि गरुड़ क्षेत्र में अतिवृष्टि के कारण बलना गांव (ब्रह्मनोला) के पास सड़क पर विशालकाय पेड़ गिर गया था। अल्मोड़ा-बागेश्वर मुख्य मार्ग होने पर त्वरित कार्रवाई की गई। पेड़ सड़क से हटा दिया गया है।