November 22, 2024

टाउनशिप का विचार, हिमालयी राज्य की अवधारणा के खिलाफ है: हरीश रावत


देहरादून। कांग्रेस ने डोईवाला और परागफार्म में प्रस्तावित टाउनशिप का विरोध किया है। कांग्रेस ने इसे पर्यावरण और किसानों के विरोधी करार देते हुए कहा है कि बाहर के पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए टाउनिशप को आगे बढ़ाया जा रहा है।
मंगलवार को कांग्रेस भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता की शुरुआत करते हुए पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि टाउनशिप का विचार, हिमालयी राज्य की अवधारणा के खिलाफ है। यह विचार पर्यावरणीय, भूगर्वीय, आर्थिक और शहरीकरण के लिहाज से दोषग्रस्त हैं। उन्होंने कहा कि डोईवाला में इस परियोजना के खिलाफ आंदोलन शुरू हो गया है। डोईवाला गन्ना उत्पादक क्षेत्र है, इसी से यहां चीनी मिल चलती है, जिससे सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलता है। गन्ना और किसान ही नहीं बचेगा तो फिर चीनी मिली का वजूद भी मिट जाएगा।
रावत ने कहा कि इस इलाके में मल्टीस्टोरी बिल्डिंग बनाने से देहरादून, ऋषिकेश और हरिद्वार आपस में जुड़ जाएंगे। जिस क्लीन देहरादून की सबको जरूरत है, वो समाप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्लोबल मैकेंजी की आड़ में एक खास जगह के पूंजीपतियों की नजर उत्तराखंड की जमीनों पर लगी हुई है। प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि इन प्रोजेक्ट के लिए चिन्हित तीन हजार हैक्टेयर जमीन में से 2334 हैक्टेयर किसानों की है। उन्हेांने कहा कि यह जांच भी की जानी चाहिए कि, प्रस्तावित टाउनशिप के आस पास बीते कुछ सालों में किन किन लोगों ने जमीनें खरीदी। इससे पहले सूर्यधार झील के मामले में भी देखा गया कि जमीन खरीदने के बाद वहां प्रोजेक्ट लाया गया। पूर्व मंत्री नवप्रभात और परवादून जिलाध्यक्ष मोहित उनियाल ने भी टाउनशिप का विरोध करने की घोषणा की है। इस मौके पर प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी भी उपस्थित रहे।