देवप्रयाग में शराब का ठेका खुलने से लोगों में रोष
नई टिहरी। तीर्थनगरी देवप्रयाग में तमाम विरोधों के बाबजूद वार्ड चार स्थित सौड़ गांव में शराब का दूसरा ठेका खोले जाने से लोगों में जबरदस्त रोष बना हुआ है। यहां ठेका बेसिक स्कूल और प्राचीन सूर्य मन्दिर के निकट खोले जाने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर विरोध जताया। मंगलवार को देवप्रयाग में सौड़ गांव में शराब का ठेका खोले जाने के विरोध में गुस्साए ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना दिया। उन्होंने नशा नहीं रोजगार दो, युवा पीढ़ी को बर्बाद करना बंद करो, नशे के खिलाफ आंदोलन तेज करो, के नारे लगाते व तख़्तियां लहराते पुलिस की मौजूदगी में ठेके का घेराव किया। शराब विरोधी समिति ने कहा कि, पौराणिक तीर्थ स्थल देवप्रयाग जहां अलकनंदा भागीरथी नदी का संगम है व मां गंगा यहीं बनती है। यहां हमेशा देश-विदेश से यात्रीगण आते हैं। शासन-प्रशासन की ओर से सभी को धार्मिक आस्था की अनदेखी कर जबरन शराब का ठेका खोला गया है। इससे लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई है। नगर पालिका अध्यक्ष कृष्ण कांत कोटियाल कहा कि, जहां पर शराब का ठेका खोला गया है, उस स्थान से महज सौ मीटर की दूरी पर प्राथमिक विद्यालय व ग्रामीणों का प्राचीन सूर्य मंदिर स्थापित है।
पूर्व प्रधान उत्तम सिंह ने कहा कि, धर्मिक स्थलों पर शराब का ठेका खोला जाना मानकों के विपरीत है। तीर्थवासियों ने तीन दिन में शराब का ठेका सौड़ गांव से नहीं हटाने पर जनांदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है। प्रदर्शन करने वालों में महाकाल सेना सचिव अरविंद चंद्र, जिला अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ उक्रांद पौड़ी अर्जुन नेगी, समाज सेवी विमल मिश्रा, पूर्व प्रधान उत्तम रावत, पूर्व प्रधान सबल सिंह रावत, जिपंस जयवीर बेलवाल, रघुवीर सिंह नेगी, मंजू देवी लीला देवी, रजनी देवी, आशा देवी आदि शमिल रहे