November 22, 2024

बच्चे को लग गई है पिज्जा-बर्गर खाने की आदत, ट्राई करें 6 टिप्स, दोबारा हाथ भी नहीं लगाएंगे


बच्चे जब भी बाहर निकलते हैं, जंक फ़ूड खाने की जिद करने लगते हैं. पिज्जा-बर्गर और कैंडी का टेस्ट उन्हें खूब लुभाता है. इसकी वजह से हेल्दी और न्यूट्रिएंट्स रिच चीजों को खाना बच्चे बंद करने लगते हैं. उनकी यही आदत उनकी सेहत के लिए खतरनाक है. ऐसे में पैरेंट्स को बच्चों की जिद के आगे झुकने की बजाय उनकी हेल्थ पर फोकस करना चाहिए. उन्हें इन चीजों से बचाना चाहिए. यहां कुछ ऐसे टिप्स, जो बच्चों की इस आदत को छुड़ाने में आपकी हेल्प कर सकते हैं…
खाने की आदत बदलें
बच्चों का जंक फूड छुडाना है तो सबसे पहले उनके खानपान की आदतों के बदलें. ये थोड़ा मुश्किल हो सकता है लेकिन धीरे-धीरे ही सही बच्चों में हेल्दी फूड खाने की हैबिट डालें. ताकि उन्हें सही मात्रा में पोषक तत्व मिल सके.
पसंद का बनाएं हेल्दी फूड
अगर आपका बच्चा कुछ खाने में आनाकानी करता है तो उनकी पसंद की हेल्दी चीजें बनाएं. उन मसालों का इस्तेमाल करें, जो उन्हें पसंद हैं. सलाद के साथ दही, सॉस, हम्मस जैसी टेस्टी लुभावनी चीजें सर्व करें.
हैबिट बदलने की शुरुआत जल्दी करें
बच्चों के खाने-पीने की आदतों में जितनी जल्दी बदलाव करना शुरू करेंगे, उसका फायदा उतना ही मिलेगा, वरना एक समय के बाद बच्चे अपनी इस आदत को बदल नहीं पाएंगे. ऐसे में जब भी बच्चों की डाइट बदलें तो उन्हें इसके फायदे भी समझाएं और इसकी शुरुआत सही समय पर कर दें.
प्रोटीन से भरपूर हो बच्चों की डाइट
बच्चों को जो भी खिला रहे हैं, ध्यान दें कि उनमें प्रोटीन की मात्रा भरपूर हो. इससे बच्चों को भूख देर से लगेगी और ज्यादा कैलोरी से वे बच जाते हैं. इतना ही नहीं जंक फूड खाने की इच्छा भी कम होती है. ब्रेकफास्ट में बच्चे को दूध, अनाज, सोया, अंडा ,मछली या चिकन जैसी चीजें दें.
खाने का समय तय कर दें
बच्चे के खाने का समय तय कर लें. उस समय पर उन्हें खाना मिल जाए. हालांकि, पूरे हफ्ते इस तरह का मेन्यू फॉलो कर पाना कठिन हो सकता है. इसलिए दो-दो दिन का मिल शेड्यूल बना लें और इसी हिसाब से उन्हें खाने को दें. उनकी डाइट में लीन प्रोटीन पनीर और जींस का इस्तेमाल जरूर करें.
घर से बाहर जाएं तो पहले ही खाना बना लें
जब भी किसी काम से आप बाहर जाएं तो बच्चों के खाने की चीज तैयार कर लें. अक्सर बच्चे हर 3-4 घंटे में 3 मील और दो स्नैक्स लेते हैं. अगर उन्हें समय से खाने को मिल जाएगा तो उनके जंक फूड खाने के चांसेस कम हो सकते हैं.