November 22, 2024

पाक को फिर पटखनी देने उतरेगी रोहित सेना


 नई दिल्ली ।  दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम में आज आमने-सामने होंगी दोनों टीमें, मुकाबले में मौसम डाल सकता है खलल
अहमदाबाद, एजेंसी। विश्व कप में सात मैच और सात जीत। यह अजेय रिकॉर्ड है भारत का पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप में। रोहित एंड कंपनी शनिवार को जब पाक के खिलाफ उतरेगी तो उस पर 31 साल का यह विजयक्रम जारी रखना का दवाब भी होगा। रोहित का संतुलन, कोहली का जज्बा और बुमराह की कलात्मकता भारत को जीत का प्रबल दावेदार बनाते हैं। कागज पर भारत बेहतर टीम है। बल्लेबाजी क्रम में कई स्टार मौजूद हैं। ऐसे में पाक के नजरिए से बाएं हाथ के तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी का पहला स्पैल काफी महत्वपूर्ण होगा। बारिश मैच में खलल डाल सकती हैं लेकिन कोई नहीं चाहता कि मुकाबले में बाधा पड़े।
शाहीन से बचकर रहना होगा : बाएं हाथ के तेज गेंदबाज भारतीय शीर्ष क्रम के लिए मुश्किलें पैदा कर रहे हैं। पिछले दो साल में (2021 से) रोहित को छह और कोहली को चार बार खब्बू तेज गेंदबाजों ने शिकार बनाया है। राहुल ने दो बार अपना विकेट गंवाया है। पाक के पास शाहीन शाह अफरीदी के रूप में ऐसा ही तुरुप का इक्का है जिससे भारतीय शीर्ष क्रम को सावधान रहना होगा। शाहीन ने रोहित को तीन पारी में एक बार आउट किया है। उनके खिलाफ रोहित का स्ट्राइक रेट भी 79 का रहा है। कोहली को शाहीन ने दो पारियों में एक बार आउट किया है और उनके विरुद्ध कोहली की स्ट्राइक रेट 88 की रही है। उर्दू में शाहीन का अर्थ है ‘पक्षियों का राजा’ और रोहित को एक लाख 32 हजार दर्शकों की क्षमता वाले भव्य स्टेडियम में उनके पंख जल्द काटने में कोई आपत्ति नहीं होगी।
कुलदीप-बाबर में टक्कर : कुलदीप के साथ बाबर की भिड़ंत रोमांचक होगी। बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर की लेग ब्रेक ने 2019 में मैनचेस्टर में बाबर को परेशानी में डाल दिया था। कुलदीप बीच में खराब फॉर्म से जूझ रहे थे लेकिन अब फिर लय में लौट चुके हैं और बाबर तथा उनकी टीम को परेशान कर सकते हैं। कोलंबो में एशिया कप मैच इसका उदाहरण है लेकिन कुलदीप तक पहुंचने के लिए पाक को बुमराह और सिराज के शुरुआती स्पैल से निपटना होगा।

रिजवान और शफीक को पता होगा कि बुमराह और सिराज के खिलाफ रन बनाना मथीसा पथिराना को पीटने से कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
रिजवान को रोकना होगा : रिजवान का बल्ला खूब बोल रहा है। वह साल 17 पारियों में 75.2 की औसत के साथ 827 रन बना चुके हैं। स्पिनरों के खिलाफ उन्होंने 16 पारियों में 145.3 की औसत से रन बटोरे हैं और सिर्फ तीन बार विकेट गंवाया है। उनपर अंकुश लगाना होगा। श्रीलंका के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया और अब्दुल्ला शफीक ने अपना स्तर दिखाया। सऊद शकील किसी भी दिन मैच का रुख बदल सकते हैं।
गिल पर रहेगी निगाह : डेंगू के बाद शुभमान गिल अच्छी तरह से ठीक हो रहे हैं। अगर वह शाहीन के साथ वही करने के लिए तैयार हैं जो उन्होंने कोलंबो में एशिया कप में पावरप्ले में आधा दर्जन चौकों के साथ किया था तो पाकिस्तानी टीम का हौसला तोड़ने का आधा काम हो जाएगा। पुल शॉट का माहिर यह खिलाड़ी अपने वर्चस्व को फिर से स्थापित करना चाहेगा जिससे कि कोहली, श्रेयस और राहुल जैसे खिलाड़ियों के लिए मजबूत मंच तैयार हो। स्तरीय स्पिनरों की कमी के कारण भी पाकिस्तान की राह मुश्किल होगी। शादाब खान ने दो मैच में 16 ओवर में 100 रन दिए हैं। वह नई गेंद के गेंदबाज हसन अली के साथ भारतीयों के लिए आसान लक्ष्य हो सकते हैं। दूसरे स्पिनर को भी नहीं भूलना चाहिए जो अब तक पाकिस्तान की कमजोर कड़ी रहा है। भारत अब जिस एकमात्र सवाल का जवाब चाहता है वह यह है कि अश्विन को खिलाया जाए या शार्दुल को क्योंकि दोनों ही आठवें नंबर पर खेलने के दावेदार हैं। यदि पिच बल्लेबाजी के लिए अनुकूल है तो शार्दुल बेहतर विकल्प हैं लेकिन अगर गेंद थोड़ी भी रुककर आती है तो लंबी सीमा रेखाओं के साथ अश्विन अधिक व्यावहारिक विकल्प होंगे।
पावरप्ले के मास्टर्स हैं सिराज
सिराज भले ही विश्व कप के दो मैच में शुरुआती दस ओवर में कोई कमाल नहीं दिखा पाए लेकिन पिछले चार साल से वह पावरप्ले के मास्टर्स हैं। 2019 के बाद से उन्होंने 31 मैच में 32 विकेट झटके हैं जो भारत-पाक के गेंदबाजों में सर्वाधिक हैं। शाहीन अफरीदी (29 विकेट, 39 मैच) दूसरे और शमी (19 विकेट, 42 मैच ) तीसरे नंबर पर हैं।
नंबर गेम
-31 साल से विश्व कप में कभी हारी नहीं भारतीय टीम। पहली बार 1992 में इस वैश्विक टूर्नामेंट में टकरायी थीं
-36 सर्वाधिक विकेट इस सत्र में कुलदीप ने 19 मैच में 4.62 की इकोनॉमी से झटके हैं जो विश्व कप में खेल रही टीमों में सर्वाधिक हैं