June 26, 2024

गरुड़ के बन्तोली में आयोजित हुआ जल उत्सव

 बागेश्वर गरुड़ । विकास खण्ड गरूड़ के ग्राम पंचायत रणकुड़ी के तोक बन्तोली में आयोजित जल उत्सव कार्यक्रम का गुरुवार को मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी एवं उपस्थित अतिथियों के द्वारा द्वीप प्रज्ज्वलित कर  शुभारंभ किया गया। जल उत्सव अभियान के तहत जन जागरूकता कार्यक्रम और वृक्षारोपण कर जल संरक्षण एवं संवर्द्धन का संदेश दिया गया तथा बड़ी संख्या में ग्रामीणों को जल संचय के प्रति जागरूक किया गया।
   कार्यक्रम में परियोजना निदेशक/नोडल जल उत्सव कार्यक्रम शिल्पी पंत ने जल उत्सव कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह अभियान हर गांव और ब्लाक स्तर पर आयोजित हो रहा है। इस अभियान के तहत जल स्रोतों को रिचार्ज करने के लिए जन जागरूकता कार्यक्रम के साथ ही कार्य योजना तैयार की जा रही है। ताकि सूखे हुए जल स्रोत को रिचार्ज किया जा सके। उन्होंने कहा कि जल संचय और भूमिगत जल की मात्रा बढ़ाने के लिए हमें वर्षा जल का संचय एवं वृक्षारोपण करना होगा।

   ब्लाक प्रमुख कपकोट गोविंद सिंह दानू ने जनता को सम्बोधित करते हुए कहा कि 30 साल पूर्व के हमारे पारम्परिक जल स्रोत धीरे धीरे सुख रहें है। ऐसे जल स्रोतों को रिचार्ज किया जाना जरूरी है। ताकि आने वाली पीढ़ी के लिए पानी की कमी न हो। इसलिए सरकार ने गांव के लिए कार्ययोजना बनाकर ऐसे जल स्रोतों का पुनरोद्धार करने के लिए उचित कदम उठाएं है। जिस परिपेक्ष्य में यहां आज कार्यक्रम का आयोजन हुआ है। जल स्रोतों के पुनरोद्धार के लिए सरकार द्वारा गांव-गांव में अमृत सरोवर बनाएं गए ताकि हमारे जल स्रोत रिचार्ज हो सके। इस हेतु हम सबको भी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए जल स्रोतों के रिचार्ज के लिए अपने गांव में चाल,खाल,खनतियों का निर्माण कर इस पुनीत कार्य के लिए अपनी सहभागिता निभानी चाहिए। इससे पूर्व ब्लाक प्रमुख गरुड़ ने भी सम्बोधित किया।

     मुख्य विकास अधिकारी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि पानी की लगातार कमी हो रही है। धीरे-धीरे नदी,पारम्परिक जल स्रोत सुख रहें है। इन्हीं जल स्रोतों के रिचार्ज के लिए सरकार ने उचित कदम उठाएं है। जिले की गरुड़ गंगा नदी को राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने पुनरोद्धार के लिए चिन्हित किया है। गरुड़ गंगा को अपने पुराने स्वरूप में लाने के लिए नदी का पूरा सर्वे होगा। सर्वे के आधार पर नदी के पुनरोद्धार के लिए कार्य योजना बनायीं जाएगी।

   उसके बाद जल उत्सव कार्यक्रम के तहत जल संरक्षण और संवर्धन के लिए वृक्षारोपण किया गया। ग्राम्य विकास विभाग के मुताबिक वृक्षारोपण एक हेक्टेयर भूमि पर किया जा रहा है। जिसमें चाल खाल,जल कुंड व खनतियों का निर्माण किया गया है और चौड़ी पत्ती के पेड़,बांज,उत्तीस,रीठा,देवदार आदि के करीब 2 हजार पौध रोपित किए जाएंगे।

कार्यक्रम का संचालन प्रमोद मिश्रा ने किया ।

कार्यक्रम में वन विभाग, जल संस्थान, पंचायती राज , सिंचाई सहित प्रमुख गरुड़ हिमा बिष्ट,कनिष्ठ प्रमुख दीपा जोशी,ग्राम प्रधान रणकुड़ी चन्द्रकला अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारी उपस्थित रहे।