गरुड़ के रिठाड़ गाँव में भी हो रही पीने के पानी से खेतो की सिंचाई/ रोपाई , विभाग करे छापामारी
बागेश्वर गरुड़ । गरुड़ विकास खण्ड के कुछ गाँव इस भीषण गर्मी की चपेट में आने से आजकल पेयजल की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ।
इनमें राजस्व गाँव रिठाड़ भी सम्मिलित हैं । एक और जहाँ ग्राम की पेयजल योजना विगत दिनों में आई बाढ़ की भेंट चढ़ चुकी हैं । वही गाँव के लोगो द्वारा उसे येन केन प्रकारेण पटरी पर लाने का काम किया है उसपर भी कुछ लोग गाँव मे मनमाने तरीको से अपने नए 2 जल संयोजन कर रहे है । साथ ही इस पेयजल का उपयोग वे अपने खेतों में रोपाई करने तक मे कर रहे हैं । जिससे समस्त ग्रामवासी काफी परेशानी का सामना कर रहे हैं। इन लोगो के अनुचित प्रोयोग से लगभग आधे ग्रामवासी आएदिन पेयजल से वंचित हो रहे हैं। गाँव के सभी लोगो का कहना है कि ग्रीष्म काल मे यदि कोई भी व्यक्ति पेयजल का इस्तेमाल अपनी खेतीबाड़ी में कनेक्शन देकर करता हैं तो उसपर प्रशासन कड़ी से कड़ी कार्यवाही करे ।
धैना गांव में कुछ परिवार पीने के पानी से वंचित हैं। कुछ परिवार पीने के पानी से खेतों की सिंचाई कर रहे हैं। गांव के सामाजिक कार्यकर्ता हरीश अधिकारी ने कुछ परिवारों पर पीने के पानी से खेतों की सिंचाई करने का आरोप लगाया है। सामाजिक कार्यकर्ता हरीश अधिकारी ने बताया कि इन दिनों भयंकर गर्मी पड़ रही है। लोग पीने के पानी को मोहताज हो रहे हैं, लेकिन धैना गांव में पर्याप्त मात्रा में पीने का पानी उपलब्ध हैं। लेकिन गांव के ही कुछ अराजक तत्व फिरूल लगाकर अन्य लोगों का पानी बंद कर रहे हैं और पीने के पानी से खेतों की सिंचाई कर रहे हैं। जिससे कई परिवार पीने के पानी से वंचित हो रहे हैं। इससे बुजुर्गों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बुजुर्ग दूरदराज क्षेत्रों से पानी नहीं ढो सकते हैं। उन्होंने जल संस्थान के जेई से औचक निरीक्षण कर खेतों की सिंचाई करने वाले लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की है। इधर जल संस्थान के सहायक अभियंता अशोक कुमार भट्ट ने बताया कि इन दिनों भयंकर गर्मी के चलते लोगों को पीने का पानी उपलब्ध कराना विभाग की पहली प्राथमिकता है। औचक छापेमारी की जाएगी। खेतों की सिंचाई करते पकड़े जाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।