डाकघरों में बाहरी राज्यों के युवाओं के चयन का विरोध, पहाड़ी राज्यों के लिये अलग रोजगार नीति की माँग
देहरादून । चमोली जिले में डाक विभाग के ब्रांच पोस्ट मास्ट और असिस्टेंट ब्रांच पोस्ट मास्टर के पदों पर बाहरी राज्यों के युवाओं के चयन का उत्तराखंड क्रांति दल ने विरोध किया है। आरोप लगाया कि उत्तराखंड में बाहरी राज्यों के युवाओं को रोजगार देकर यहां के मूल निवासियों के हक डाका डाला जा रहा है। डीएम के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर भर्ती पर रोक लगाने की मांग की है और पर्वतीय राज्य उत्तराखंड के लिए भर्ती की अलग नीति बनाने की मांग की है। केंद्रीय महामंत्री बृजमोहन सजवान ने कहा कि चमोली और रुद्रप्रयाग में डाक विभाग के माध्यम से ब्रांच पोस्ट मास्टर और असिस्टेंट ब्रांच पोस्ट मास्टर के 160 पदों पर मेरिट के आधार पर भर्ती हुई है, इसमें 157 पदों पर हरियाणा और पंजाब के युवाओं का चयन हुआ है, सिर्फ तीन पदों पर उत्तराखंड के अभ्यर्थी भर्ती हुए हैं, जो अनुसूचित जाति के हैं, जो कि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है। केंद्रीय संगठन मंत्री वीरेंद्र बिष्ट ने कहा कि उत्तराखंड के मूल निवासियों के रोजगार पर डाका डाला जा रहा है, एक तरफ तो सरकार दावा कर रही है कि नये रोजगारों का सृजन किया जा रहा है और दूसरी ओर बाहरी राज्यों के युवाओं को उत्तराखंड में रोजगार दिया जा रहा है, इससे सरकार की दोगली नीति साफ दिखाई दे रही है, सरकार नहीं चाहती कि हमारे उत्तराखंड के युवाओं को रोजगार मिले। केंद्रीय मीडिया प्रभारी किरन रावत कश्यप ने कहा कि उत्तराखंड का युवा सड़कों पर आंदोलनरत है, धरना प्रदर्शन कर रहा है, इस प्रकार के फैसलों से उत्तराखंड का युवा हताश और निराश हो चुका है। उक्रांद कार्यकर्ताओं ने भर्ती पर शीघ्र रोक लगाकर पहाड़ी राज्यों के लिए भर्ती की अलग से नीति बनाई जाए। यह भी मांग की है कि राज्य में रोजगार पर वहां के मूल निवासियों को 80 फीसदी तक आरक्षण दिया जाए। इस मौके पर लताफत हुसैन, श्याम सिंह रमोला, सुमित डंगवाल, कौशल कुमार, अनूप बिष्ट, प्रवीण रमोला, नीलम, रेखा शर्मा आदि मौजूद रहे।