इंजीनियरों पर कार्रवाई हुई तो ठप कर दिए जाएंगे जेजेएम के काम
देहरादून । जल निगम डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ ने मैनेजमेंट पर इंजीनियरों के ऊपर अनावश्यक दबाव बनाने का आरोप लगाया। एमडी जल निगम को गुरुवार को भेजे पत्र में संघ ने चेतावनी दी कि यदि विपरीत परिस्थितियों में भी बेहतर नतीजे देने वाले इंजीनियरों पर कार्रवाई हुई तो जल जीवन मिशन के सभी काम ठप कर दिए जाएंगे। संघ के अध्यक्ष रामकुमार और महासचिव अजय बेलवाल ने कहा कि बिना पर्याप्त स्टाफ के जल निगम के इंजीनियर रात दिन काम कर योजनाओं को पूरा कर रहे हैं। योजनाओं को पूरा करने के लक्ष्य इस तरह निर्धारित किए गए हैं, जिन्हें पूरा करना संभव नहीं है। पिछले सालों की तुलना में जल निगम ने अपनी क्षमता से दस गुना बढ़ कर बजट खर्च किया। इन योजनाओं को पूरा करने में वन भूमि की समस्याएं पेश आ रही हैं। इसके बावजूद लगातार करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। इन कामों को पूरा करने को समय तक नहीं दिया जा रहा है। कहा कि इसके बावजूद कुछ समय से विभागीय कार्यों का नकारात्मक प्रचार करते हुए इंजीनियरों पर अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है। इससे इंजीनियर खुद को पीड़ित महसूस करने के साथ ही भयभीत हैं। परिणाम भुगतने की चेतावनी दी जा रही है। गोपनीय प्रतिवेदन भी अनावश्यक रूप से रोके जा रहे हैं। इससे उनके सेवा सम्बन्धी प्रकरण भी लम्बित हो रहे हैं। इससे शासन के खिलाफ आक्रोश उत्पन्न हो रहा है।
कहा कि बिना विस्तृत जांच पूरी हुए किसी भी इंजीनियर के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई न की जाए। यदि ऐसा होता है तो बिना किसी पूर्व सूचना के सीधे कार्यों का पूर्ण बहिष्कार कर दिया जाएगा। कार्रवाई से पहले जांच के साथ ही सम्बन्धित इंजीनियरों से उनका पक्ष भी लिया जाए।
पेयजल के डिवीजनों से पलायन कर रहे इंजीनियर
महासचिव अजय बेलवाल ने कहा कि जिस तरह कार्रवाई का दबाव बनाया जा रहा है, उसे लेकर पेयजल के डिवीजनों से जुड़े इंजीनियर निर्माण यूनिटों में अपना तबादला करवा रहे हैं। जबकि पेयजल के कार्य ही जल निगम की मुख्य पहचान हैं।