रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ उत्तरायणी मेला सम्पन
बागेश्वर ( आखरीआंख समाचार ) धार्मिक, ऐतिहासिक, पौराणिक आठ दिवसीय उत्तरायणी मेले का समापन सोमवार को रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं पुरस्कार वितरण के साथ हुआ। इस अवसर पर जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने मेले को शान्ति पूर्वक सम्पन्न कराने में पुलिस प्रशासन, जिला प्रशासन व मेला कमेटी तथा मेला ड्यूटी में लगे अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा दिये गये सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया और सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को बधार्इ दी। उन्होंने कहा कि मेले हमारे सांस्कृतिक धरोहर है इन्हें सजोये रखना हम सभी का दायित्व है। उन्होंने विभिन्न सांस्कृतिक दलों द्वारा दी गयी अच्छी प्रस्तुति की सराहना की। मेला समापन से पूर्व जिलाधिकारी रंजना राजगुरू, नगरपालिका अध्यक्ष सुरेश खेतवाल, पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह, मुख्य विकास अधिकारी एस.एस.एस.ंपांगती, अपर जिलाधिकारी राहुल कुमार गोयल, उप जिलाधिकारी/मेलाधिकारी राकेश चन्द्र तिवारी द्वारा संयुक्त रूप से मेले के तहत आयोजित विभिन्न प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।
समापन अवसर के मुख्य अतिथि जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने कहा कि मेलों के आयोजन से पहाडी पारम्परिक सांस्कृतिक धरोहर को देखने का मौका मिलता है। उन्होंने कहा कि हमें सांस्कृतिक विरासत को बनाये रखने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने पारम्परिक विधाओं को बढावा देने पर जोर दिया। उत्तरायणी मेला के तहत विभिन्न विभागों द्वारा लगाया गये स्टालों को 02 वर्गों में विभाजित करते हुए जिसमें थीम आधारित एवं नवाचार आधारित क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रर्दशन करने के लिए पुरस्कृत किया गया। जिसमें थीम आधारित के तहत पशु पालन विभाग प्रथम स्थान, कृषि विज्ञान केन्द्र काफलीगैर द्वितीय स्थान, एवं स्वजल परियोजना बागेश्वर तृतीय स्थान पर रहा। वहीं दूसरी ओर नवाचार आधारित प्रदर्शनी में प्रथम स्थान आजीविका परियोजना, दूसरे स्थान पर उद्यान विभाग, तीसरे स्थान पर बाल विकास विभाग रहा। इसके अतिरिक्त उत्तरायणी मेले के दौरान आयोजित की गयी विभिन्न प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया जिसमें कुमाऊंनी व्यंजन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर गीता बचखेती, द्वितीय स्थान किरन पाण्डेय, तृतीय उमा पांगती रही, मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन 02 वर्गों में किया गया जिसमें सीनियर वर्ग में प्रथम सोनू, द्वितीय सपना, तृतीय मुसकान, एवं जूनियर वर्ग में प्रथम र्इलमा, दूसरे स्थान पर खुशी जोशी रही, रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम स्थान कनिका काण्डपाल, द्वितीय स्थान कृतिका विष्ट, तृतीय आकांक्षा लोहनी रही। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने विभिन्न खेलों एवं प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया गया। मेले के दौरान बेहतर सफार्इ व्यवस्था के लिए नगरपालिका निरीक्षक राजबीर तथा नगरपालिका के द्वारा उच्चकोटी की मेला व्यवस्था बनाये रखने के उपलक्ष में अधि0अधि0 राजदेव जायसी को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने बाल विकास विभाग द्वारा चलार्इ जा रही बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं योजना के सम्बन्ध में जागरूकता पैदा करने के लिए हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत की गयी। जिलाधिकारी ने बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं के सम्बन्ध में मेलार्थियों को शपथ दिलार्इ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वर्तमान में बेटियॉ समाज के प्रत्येक क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है उन्होंने कहा कि आज बेटियॉ भी बेटों के समान ही समाज में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रही है। उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता इस बात की है कि बेटी के जन्मोत्सव को एक पर्व के रूप में मनाया जाय साथ ही यह भी संकल्प लिया जाय कि दहेज जैसी कुप्रथाओं का त्याग किया जाय। जिलाधिकारी ने मेले में मौजूद समस्त जनता से अपील करते हुए कहा कि सरकार द्वारा संचालित की जा रही बेटी बचाओं बेटी पढाओं योजना को वास्तविक धरातल पर उतारने के लिए समाज के सभी वर्गों को एकजुट होकर कार्य करना होगा जिसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को आगे आने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर नगरपालिका अध्यक्ष सुरेश खेतवाल ने जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक का धन्यवाद दिया एवं आभार प्रकट करते हुए कहा कि जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के बेहतरीन तालमेल से मेले का सफल संचालन सम्भव हो सका। मेले के सफल संचालन के लिए मेला कमेटी द्वारा जिलाधिकारी रंजना राजगुरू को प्रतीक चिन्ह स्वरूप कलश भैंट किया गया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी एस.एस.एस.पांगती, अपर जिलाधिकारी राहुल कुमार गोयल, मेलाधिकारी/उप जिलाधिकारी राकेश चन्द्र तिवारी, अधि0अधि0नगरपालिका/मेलासचिव राजदेव जायसी, जिला पंचायत राज अधिकारी पूनम पाठक, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ उदय शंकर, जिला पूर्ति अधिकारी अरूण कुमार वर्मा सहित विभिन्न अधिकारी एवं नगरपालिका के सभासद एवं आम जनता मौजूद थी। कार्यक्रम का संचालन जयंत सिंह भाकुनी द्वारा किया गया।