चार-चार मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी नहीं हो पाया नई टिहरी के जनता इंटर कॉलेज थौलधार माजफ का राजकीयकरण
नई टिहरी। नई टिहरी में प्रतापनगर ब्लॉक के जनता इंटर कॉलेज थौलधार माजफ का चार-चार मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी राजकीयकरण नहीं हो पाया है। विद्यालय का राजकीयकरण न होने के कारण संसाधनों का अभाव बना हुआ है। जनता की मांग पर पूर्व सीएम स्वर्गीय एनडी तिवारी ने 2005, हरीश रावत ने 2016, त्रिवेंद्र रावत ने 2019 और वर्तमान सीएम पुष्कर सिंह धामी ने 2021 में स्कूल के सरकारीकरण की घोषणा की थी। लेकिन किसी की भी घोषणा धरातल पर नहीं उतर पाई है। विद्यालय प्रबंधन समिति संसाधनों को नहीं जुटा पा रही है। समिति लगातार स्कूल का राजकीयकरण करने की मांग कर रही है। लेकिन सरकार मांग को गंभीरता से नहीं ले रही है। जिससे अभि भावकों में रोष है।
वर्ष 1958 में अभिभावकों ने स्वयं के संसाधनों से जनता प्राथमिक स्कूल थौलधार माजफ की स्थापना की थी। स्कूल में 1977 में हाईस्कूल और 1984 में इंटरमीडिएट की मान्यता मिली थी। सरकार स्कूल में कार्यरत स्टाफ को वेतन, मध्याह्न भोजन के लिए ही बजट देती है। जबकि भवन, कक्षा-कक्ष, प्रयोगशाला, खेल मैदान समेत अन्य सुविधाएं प्रबंधन समिति अपने संसाधनों से जुटाती है। लेकिन बढ़ती छात्र संख्या और घटते संसाधनों के कारण प्रबंधन समिति 2003-04 से स्कूल का राजकीयकरण करने की मांग कर रही है।
स्कूल में शिक्षकों के पद भी चल रहे हैं रिक्त: प्रधानाचार्य का पद लंबे समय से रिक्त है। प्रवक्ता के भी 10 में से चार, एलटी में नौ में से सात, कनिष्ठ सहायक के तीन में से एक, परिचारक के 11 में से पांच पद वर्षो से रिक्त चल रहे हैं। शिक्षकों के पद रिक्त होने से छात्रों का पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है।
प्रबंध समिति लंबे समय से संसाधनों के अभाव में विद्यालय चला रही है। शिक्षकों के रिक्त न भरे जाने के कारण सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है। चार बार की घोषणा के बाद भी स्कूल का सरकारीकरण न होना चिंता की बात है। बिना संसाधनों के स्कूल संचालन अब संभव नहीं है। – द्वारिका प्रसाद भट्ट, अध्यक्ष प्रबंध समिति जनता इंटर कॉलेज थौलधार माजफ
जनता इंटर कॉलेज थौलधार माजफ के सरकारीकरण को लेकर शासन को पत्रावली भेजी गई है। शिक्षा मंत्री ने भी अब प्रबंध समितियों के माध्यम से राजकीयकरण के प्रस्ताव मांगे हैं। थौलधार का प्रस्ताव फिर से भेजा जाएगा। – एसपी सेमवाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी, टिहरी