नौकरी के दौरान मृत्यु पर उपनलकर्मी के आश्रित को मिलेंगे 1.5 लाख रुपये

देहरादून । सेवा के दौरान मृत्यु होने पर उपनल कर्मी के आश्रितों को तत्काल राहत के रूप में एक लाख रुपये के स्थान पर अब 1.5 लाख रुपये का आर्थिक अनुदान दिया जाएगा। उपनल अपने मुनाफे से प्रदेश के सभी जिलों में एक-एक सैनिक बहुल गांव को गोद लेकर उनका विकास करेगा। शनिवार को उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण निगम-उपनल के 21 वें स्थापना दिवस समारोह में सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी यहसकी घोषणा की। गढ़ी कैंट सब एरिया स्थित उपनल मुख्यालय के निकट दून सैनिक इंस्टीट्यूट में आयोजित समारोह में जोशी ने माणा हिमस्खलन हादसे के प्रभावितों की सहायता और राहत-बचाव कार्यों में सहायता के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में एक करोड़ रुपये देने की घोषणा भी की। जोशी ने कहा कि उत्तराखंड वीरभूमि है। देश की सेना का हर पांचवा सैनिक उत्तराखंड से ही आता है। जब जब देश की सुरक्षा के लिए बलिदान की बात आती है, उत्तराखंड के सपूत सबसे आगे होते हैं। उन्होंने कहा कि सैनिक, पूर्व सैनिक, शहीद और उनके आश्रितों के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है। उपनल को विदेशों में भी रोजगार दिलाने के लिए ओवरसीज इंप्लायमेंट एजेंसी के रूप में विकसित किया जा रहा है। इससे पूर्व सैनिक, उनके आश्रितों और आम लोगों को लाभ मिलेगा। उपनल बोर्ड के अध्यक्ष मेजर जनरल शम्मी सब्बरवाल (सेनि), सचिव दीपेंद्र कुमार चौधरी ने भी विचार रखे। उपनल के एमडी ब्रिगेडियर जेएनएस बिष्ट (सेनि) ने उपनल के कार्यकलापों और भावी योजनाओं की जानकारी दी।