September 21, 2024

प्रदेश और केन्द्र सरकार के खिलाफ गरजे किसान

रुद्रपुर, ( आखरीआंख )  अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले जनपद भर से आये सैकड़ों किसानों ने अम्बेडकर पार्क में धरना प्रदर्शन कर केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकारों के खिलाफ जमकर गुबार निकाला और दोनों ही सरकारों पर किसानों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। धरना प्रदर्शन को कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने भी समर्थन दिया। सभा को सम्बोधित करते हुए किसान नेता त्रिलोचन सिंह तजिन्दर सिंह विर्क व ठाकुर जगदीश सिंह ने कहा कि किसानों के प्रति सरकार के उदासीन रवैये के कारण राज्य का किसान कर्ज के बोझ तले दबता जा रहा है। लघु एवं सीमान्त किसान खेती घाटे का व्यापार होने के कारण किसानी छोड़ रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने किसानों को भरोसा दिलाया था कि लघु व सीमान्त किसानों का सम्पूर्ण कर्ज माफ किया जायेगा लेकिन अभी तक ऐसा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि तराई जनपदों की कई चीनीमिलें बंद की जा रही हैं। गन्ना किसानों का बकाया भुगतान नहीं किया गया वहीं वर्तमान पेराई सत्र के भी तीन माह पूर्ण होने वाले हैं।
अपने सम्बोधन में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलकराज बेहड़ एवं सितारगंज के पूर्व विधायक नारायण पाल ने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि एक ओर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झूठी घोषणाएं कर किसानों को गुमराह कर रहे हैं वहीं प्रदेश में भी किसान निरन्तर परेशानियों से जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में कई किसान आर्थिक बोझ के तले दबकर आत्महत्या को मजबूर हो चुके हैं। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने का वादा किया और फसल लागत का डेढ़ गुना भुगतान देने की बात कही। अब जबकि पांच वर्ष के कार्यकाल का समय बीतने वाला है सरकार के हर वादे झूठे साबित हो रहे हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का भी किसानों को अपेक्षित लाभ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में 2 हेक्टेयर तक के किसानों को 6 हजार रूपए वार्षिक देने व पहली किस्त 2हजार रूपए देने का वादा किया जो प्रतिदिन 17 रूपए बनता है। यह धनराशि किसानों के लिए अपर्याप्त है। सरकार किसानों का मजाक उड़ाने में लगी है। सभा में वक्ताओं ने किसानों का बकाया गन्ना भुगतान 14 दिन में देने, किसानों का सम्पूर्ण कर्ज माफ करने, स्वामीनाथन रिपोर्ट के आधार पर फसलों की लागत का डेढ़ गुना रेट दिये जाने, किसानों को सिंचाई के लिए निशुल्क विद्युत आपूर्ति देने व फसल बीमा योजना स्वैच्छिक किये जाने आदि की भी मांग उठायी। धरने के पश्चात किसानों ने प्रधानमंत्री को सक्षम अधिकारी के माध्यम से ज्ञापन भी प्रेषित किया। इस दौरान जगीर सिंह, मनमोहन पाल, अमरजीत सिंह, कुलदीप सिंह, सुधीर शाही, संतोख सिंह, मलूक सिंह, हीरा सिंह, सुरेंद्र चैधरी, ओमप्रकाश, गुरदीप सिंह, प्यारा सिंह, बलविंदर सिंह, सतपाल सिंह, अमरीक सिंह, सविंदर कौर, सिंगार कौर, प्रीतम कौर, सुरेंद्र कौर, बबिता रावत, अमिता कौर, विजय शंकर सहित दूर दराज क्षेत्रें से आये भारी संख्या में किसान मौजूद थे।