September 20, 2024

हिमालयन बाइकिंग चैलेंज में ईरान के परवीज का दबदबा 

रुद्रप्रयाग, ( आखरीआंख )  साहसिक पर्यटन की गतिविधियों को मजबूती देने के उद्देश्य से आयोजित द अल्टीमेट हिमालयन माउंटेन टैरेन बाइकिंग चैलेंज के चैथे संस्करण के तीसरे दिन भी पुरुष वर्ग में ईरान के परवीज मरदानी ने अपना दबदबा कायम रखा। उन्होंने चार घंटे पच्चीस मिनट एवं 24 सेकंड में 150 किलोमीटर लंबी रेस पूरी की। महिला वर्ग में थाईलैंड की सुरतिया बप्पा ने पांच घंटे तीस मिनट 31 सेकंड के समय में बाजी मारी। भारतीय पुरुषों में कांटे के मुकाबले के बीच हिमाचल के शिवेन अब्बल रहे। ईरान के परवीज मरदानी ने दूसरे राइडर्स से अच्छी लीड बनाकर विजय प्राप्त की। अंतर्राष्ट्रीय श्रेणी में थाईलैंड के कीरती सुक्प्रसार्त दूसरे और थाईलैंड के ही परिवाक तंलेत तीसरे स्थान पर रहे। इन दोनों राइडर्स ने लगभग चार घंटे 28 मिनट का समय लिया। भारतीय पुरुषों के बीच कांटे का मुकाबला रहा। हिमाचल प्रदेश के शिवेन, भारतीय सेना के कमलेश राणा और हिमाचल के देवेंद्र के बीच कुछ सेकंड का अंतर रहा। इन्होंने चार घंटे 34 मिनट 26 सेकंड के बीच रेस पूरी की। महिला वर्ग में सिंगापुर की फेंग यी लिन दूसरे और थाईलैंड की सीरिलक वरापियांग तीसरे स्थान पर रही। उत्तराखण्ड संवर्ग में रजत पांडे आज भी पहले स्थान पर रहे, जबकि रमेश भारती और विकास दुर्गापाल दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे।
उत्तराखण्ड की पूनम राणा को इस प्रतियोगिता की एक खोज के रूप में माना जा रहा है। पूनम ने इससे पूर्व नेशनल एमटीबी में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। साइकिल फेडरेशन ऑफ इंडिया के डायरेक्टर वीएन सिंह ने कहा कि पूनम में वह सब कुछ है, जो उन्हें एक अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी के रूप में स्थापित करने के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि उनके प्रदर्शन को देखते हुए साइकिल फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा उन्हें आगामी आयोजनों में उत्तराखंड राज्य और भारत की ओर से प्रतिभाग करने का मौका मिल सकता है। राज्य में एडवेंचर पर्यटन की एक गतिविधि के रूप में माउंटेन बाइकिंग को स्थापित करने के उद्देश्य से साइकिल फेडरेशन ऑफ इंडिया के सहयोग से उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के बैनर तले इस प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रकार की गतिविधियों के आयोजन से हिमालयी राज्य के अनछुए गंतव्यों को वैश्विक मंच पर ख्यातिमान करने की योजना है, ताकि माउंटेन साइक्लिंग के क्षेत्र में निवेशकों को आकर्षित किया जा सके और राज्य की स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती दी जा सके। बीस से अधिक अंतर्राष्ट्रीय राइडर्स का उत्तराखंड में होने वाले इस आयोजन में भाग लेना, यहां के साहसिक पर्यटन के उज्जवल भविष्य को दृष्टिगौचर करने वाला एक तथ्य है। विदित है कि अभी तक राज्य के यह क्षेत्र नैसर्गिक और धार्मिक पर्यटन के लिए ही जाने जाते हैं, मगर वह दिन दूर नहीं जब इन्हें दुनिया भर में साहसिक पर्यटन की गतिविधियों के लिए भी जाना जायेंगे। कौसानी से गरुड़, बैजनाथ, ग्वालदम, नंद केसरी, थराली, कर्णप्रयाग और गौचर होते हुए माउंटेन बाइकर्स का दल बाबा केदार की नगरी रुद्रप्रयाग पहुंचा। ग्वालदम से नंद केसरी की दुर्गम पहाड़ियों से होते हुए पिंडर और अलकनंदा नदियों के किनारे उबड़-खाबड़ और धूल-धुसरत मार्गो पर जोशो खरोश से लबरेज जांबाज राइडर्स ने अपने स्टैमिना और हुनर के प्रदर्शन करते हुए बगैर रुके अपनी मंजिल तय की। रेस में लगभग बीस से अधिक अंतर्राष्ट्रीय राइडर्स द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है। कुल 85 प्रतिभागियों ने अब तक लगभग 313 किलोमीटर की रेस सफलतापूर्वक पूरी की है। रुद्रप्रयाग पहुंचने पर प्रतिभागियों का राजकीय इंटर काॅलेज रतूड़ा के स्कूली छात्रों एवं अभिभावकों ने जोरदार स्वागत किया। इसके अलावा शाम के समय प्रतिभागियों के मनोरंजन के लिए स्थानीय सांस्कृतिक कलाकारों द्वारा अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी गई। इस दौरान स्थानीय कलाकारों द्वारा आयोजित पांडव-नृत्य प्रतिभागियों के लिए कौतूहल का विषय बना रहा। इस मौके पर जिला पर्यटन विकास अधिकारी पी के गौतम, साहसिक खेल अधिकारी सुशील नौटियाल, सीएफआई केवीएन सिंह, केएमवीएन के गिरधर मनराल सहित कई मौजूद थे।