September 20, 2024

हिमालय के लिए रवाना हुए तुंगनाथ भगवान 

रुद्रप्रयाग, ( आखरीआंख )  पंच केदारो में तृतीय केदार के नाम से विख्यात भगवान तंुगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली अपने शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ से हिमालय के लिए रवाना हो गयी है। भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के धाम रवाना होने पर सैकड़ों श्रद्धालुओं ने डोली की अगुवाई की। दस मई को भगवान तंुगनाथ के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये जायंेगे।
बुधवार को ब्रह्म बेला पर भगवान तुंगनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ में विद्वान आचार्यांे द्वारा पंच पूजा के तहत भगवान तंुगनाथ की चल विग्रह उत्सव मूर्तियों की विशेष पूजा अर्चना कर आरती उतारी गई तथा चल विग्रह उत्सव मूर्तियों को डोली में विराजमान कर भगवान तंुगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली का विशेष श्रंृगार कर आरती उतारी। ठीक दस बजे भगवान तंुगनाथ की डोली ने शीतकालीन गद्दी स्थल की तीन परिक्रमा की और धाम के लिए रवाना हुई। भगवान तंुगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के धाम रवाना होते समय धियाणियांे व श्रद्धालुओं ने डोली को लाल-पीले वस्त्र अर्पित किये। भगवान तंुगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली ने खेत-खलिहानों में नृत्य करते हुए गांव के निकट भूतनाथ मन्दिर पहुंची। जहां पर श्रद्धालुओं ने पुणखी मेले का आयोजन कर भगवान तुंगनाथ को नये अनाज का भोग लगाया। आज भगवान तंुगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली भूतनाथ मन्दिर से रवाना होकर विभिन्न यात्रा पडावों पर श्रद्धालुओं को आशीष देते हुए अन्तिम रात्रि प्रवास के लिए चोपता पहुंचेगी। दस मई को भगवान तंुगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के तुंगनाथ धाम पहुंचने पर तंुगनाथ धाम के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये जायंेगे। इस मौके पर पूर्व विधायक श्रीमती आशा नौटियाल,  प्रबन्धक प्रकाश पुरोहित,  मठापति राम प्रसाद मैठाणी, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष राजेन्द्र भण्डारी, पूर्व प्रधान जय सिंह चैहान, विजय पाल सिंह नेगी, मोहन प्रसाद मैठाणी, लम्बोदर प्रसाद मैठाणी, सरस्वती देवी,  रिवाधर मैठाणी, सुरेन्द्र प्रसाद मैठाणी, विजय भारत मैठाणी, चन्द्र वल्लभ मैठाणी, महेन्द्र रावत, आशीष राणा, आनन्द राणा, हरि बल्लभ मैठाणी, रमेश नौटियाल, महादेव प्रसाद मैठाणी, नागेन्द्र भट्ट, थानाध्यक्ष सुबोध कुमार मंमगाई सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं मौजूद थे।