कांडा के भूस्खलन प्रभावित परिवारों को जल्द हो आवास आवंटन: जिलाधिकारी
बागेश्वर ( आखरीआंख ) तहसील कपकोट एवं तहसील काण्डा के अन्तर्गत भू-स्खलन के कारण ग्राम बडेत एवं ग्राम सेरी के प्रभावित परिवारों को विस्थापन हेतु बनाये जा रहे आवासों के संबंध में जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने जिला कार्यालय में उप जिलाधिकारियों के साथ समीक्षा की। उन्होंने उप जिलाधिकारी काण्डा एवं कपकोट से प्रभावित परिवारों हेतु पूर्ण किये गये भवनों के निर्माण कार्य की प्रगति आदि की जानकारी ली।
बैठक में उप जिलाधिकारी कपकोट ने अवगत कराया कि तहसील कपकोट क्षेत्रान्तर्गत ग्राम बडे़त के 11 प्रभावित परिवारों के भवन निर्माण हेतु 03 लाख प्रति परिवार की दर से 33 लाख की धनराशि अवमुक्त की जा चुकी है जिसके तहत ग्राम बड़ेत के 11 प्रभावित परिवारों में से 05 परिवारों का भवन निर्माण कार्य पूर्ण किया जा चुका है, जिन्हें उक्त भवनों में विस्थापन किया जा चुका है तथा शेष 06 परिवारों के भवन निर्माण कार्य प्रगति पर है जिसमें अभी छोटे-छोटे कार्य होने शेष है कार्य पूरा होते ही विस्थापन की कार्यवाही की जायेगी।
उप जिलाधिकारी काण्डा ने अवगत कराया है कि तहसील काण्डा क्षेत्रान्तर्गत ग्राम सेरी के 03 प्रभावित परिवारों में से 02 परिवारों को भवन एवं गौशाला निर्माण हेतु 03 लाख 25 हजार प्रति परिवार की दर से 06 लाख 50 हजार की धनराशि तथा 01 परिवार के भवन निर्माण हेतु 03 लाख की धनराशि अवमुक्त की गयी है। जिसमें प्रभावित व्यक्ति द्वारा अपनी नाप निजी भूमि पर आवास निर्माण हेतु चयन किया गया है जिसकी भूगभ्र्ाीय सर्वेक्षण जॉच हो चुकी है। वर्तमान में प्रभावि व्यक्ति भवन निर्माण हेतु समतलीकरण की कार्यवाही कर रहा है। इस प्रकार 02 प्रभावित परिवारों को बनाये गये भवनों में विस्थापन किया जा चुका है।
जिलाधिकारी ने संबंधित उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिये है कि प्रभावित परिवारों के जो भवन निर्माण कार्य एवं गौशाला निर्माण कार्य कराया जा रहा है उन कार्यों को तत्काल पूर्ण कराते हुए प्रभावित परिवारों को उनके भवनों में अतिशीघ्र विस्थापन की कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने ग्राम कुॅवारी के 18 प्रभावित परिवारों, ग्राम फुलर्इ के 05 परिवारों तथा ग्राम मल्लादेश के 04 परिवारों तथा ग्राम बदियाकोट तोक गरगुटी के साथ प्रभावित परिवारों के विस्थापन एवं पुनर्वास के संबंध में की जा रही कार्यवाही के संबंध में जानकारी ली।
उप जिलाधिकारी कपकोट ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि कुॅवारी के 28 प्रभावित परिवारों के विस्थापन एवं पुर्नवास के लिए 12 प्रभावितों के विस्थापन की कार्यवाही की जा चुकी है शेष 06 प्रभावित वर्तमान में रोजगार हेतु ग्राम से अन्यत्र होने से कार्यवाही नहीं की गयी है। प्ररन्तु प्रभावितों के द्वारा डानाखरिक में सिफ्ट होने वावत पत्र. दिया गया है। इस संबंध में तहसीलदार कपकोट एवं भू-वैज्ञानिक की जॉच करार्इ जा रही है। ग्राम बमसेरा के तोक नेली में अभी तक इनके द्वारा लिखित में कोर्इ आपत्ति नहीं दी गयी है। पूर्व में ग्राम कुॅवारी के विस्थापित किये जाने वाले परिवारों द्वारा ग्राम बमसेरा के नेली में विस्थापन किये जाने हेतु लिखित में सहमति जतार्इ गयी है पूर्व सहमति के आधार पर ग्राम बमसेरा के तौक नेली में राज्य सरकार की भूमि में ही विस्थापन किया जाना उचित होता है इन प्रभावित परिवारों द्वारा अपने निवास हेतु कोर्इ निजी भूमि भी कहीं अन्यत्र क्रय नहीं की गयी है। संवेदनशील ग्राम फुलर्इ के 05 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पुर्नवास एवं विस्थापन किये जाने हेतु प्रस्ताव शासन को प्रेषित किया गया है तथा ग्राम मल्लोदश के 04 परिवारों को विस्थापन हेतु ग्राम में भूमि चयन/प्रस्थावित कर भू-वैज्ञानिक से जॉच करार्इ जा रही है। तथा ग्राम बदियाकोट तोक गरकुटी के 07 प्रभावित परिवारों द्वारा ग्राम बदियाकोट व ग्राम कालू में स्वयं की नाप भूमि का चयन प्रस्तावित कर भू-वैज्ञानिक से जॉच करार्इ जा रही है, जिसकी जॉच आख्या अभी प्राप्त नहीं हुर्इ है।
जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिये है कि प्रभावित परिवारों के विस्थापन हेतु जो भी कार्यवाही की जानी है उन्हें तत्काल करें ताकि संबंधित परिवारों के विस्थापन की कार्यवाही यथाशीघ्र की जा सके।
बैठक में उप जिलाधिकारी राकेश चन्द्र तिवारी, उप जिलाधिकारी कपकोट प्रमोद कुमार, उप जिलाधिकारी काण्डा योगेन्द्र सिंह, उप जिलाधिकारी गरूड़ जयवर्धन शर्मा, तहसीलदार बागेश्वर नवाजीज खलीक, काण्डा मैनपाल सिंह, प्रशासनिक अधिकारी बलवन्त सिंह देवडी आदि मौजूद थे।
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