गरुड़ में कूड़ाघर बनाए जाने का किया विरोध
बागेश्वर। खडेरिया, दर्शानी सहित क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों के लोगों ने बैठक कर दर्शानी में कूड़ाघर बनाए जाने का विरोध किया है। वक्ताओं ने कहा कि ग्रामीण शुरू से ही गांव में कूड़ाघर बनाए जाने का विरोध कर रहे हैं। इसके बावजूद प्रशासन जबरन कूड़ाघर बनाने पर आमादा है। विरोध करने पर ग्रामीणों पर झूठे मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं। जिसे कतई सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वे इस बार 11 अक्टूबर को होने वाले पंचायत चुनाव का बहिष्कार करेंगे। खडेरिया में आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि ट्रंचिंग ग्राउंड बनाने का ग्रामीण लंबे समय से विरोध कर रहे हैं। ग्रामीणों ने एसडीएम के माध्यम से डीएम को ज्ञापन भेजा है। उन्होंने कहा कि गांव में जिस स्थान पर कूड़ा निस्तारण केंद्र बन रहा है, वहीं पास में बचों के खेलने का स्थान है। आबादी के नजदीक प्रशासन कूड़ाघर बनाने पर तुला है। इससे बीमारी का खतरा बना हुआ है। उन्होंने पूर्व में चयनित जगह की सर्वे करने आए प्रशासनिक अधिकारियों का भी घेराव किया था। विरोध करने वालों में खडेरिया के अलावा दर्शानी, भेटा, जिजोली, पाये, कौलाग आदि गांव भी शामिल हैं। ग्रामीणों न कहा कि नगर का कूड़ा किसी भी सूरत में गांव में निस्तारित नहीं करने दिया जाएगा। उन्होंने जबरन कूड़ा डालने का विरोध जारी रखने की बात कही। कहा कि अगर प्रशासन ने गांव को कूड़ादान बनाने का प्रस्ताव खारिज नहीं किया तो सभी गांव सामूहिक रूप से 11 अक्तूबर को होने वाले पंचायत चुनाव का बहिष्कार करेंगे। यहां सुरेश जोशी, नरेंद्र कुमार, मोहन सिंह, रमेश चंद्र जोशी सहित आसपास के गांव की महिलाएं आदि मौजूद रहीं।