September 20, 2024

सैनिक स्कूल बनाने को लेकर जनता को किया जा रहा गुमराह

-सैनिक स्कूल का तो प्रस्ताव ही नहीं भेजा तो बनेगा कैसे राह: कंडारी 

रुद्रप्रयाग। पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस नेता मातबर सिंह कंडारी ने कहा कि रुद्रप्रयाग जिले के दिग्धार बड़मा में जिस सैनिक स्कूल बनाने को लेकर जनता को गुमराह किया जा रहा है, उसका तो राय सरकार द्वारा केंद्र को कोई प्रस्ताव ही नहीं भेजा गया जिससे आज तक सैनिक स्कूल का निर्माण नहीं हो पा रहा है। कुछ लोग महज जनता को गुमराह कर रहे हैं।रुद्रप्रयाग में प्रेस वार्ता करते हुए पूर्व मंत्री ने कहा कि रुद्रप्रयाग में विधायक रहते हुए मैने 10 वर्ष कार्य किया, किंतु मेरे 10 वर्ष और निर्वतमान एवं वर्तमान विधायक के कार्यकाल का आंकलन किया जा सकता है। मेरे द्वारा किए गए कार्यों से आगे कुछ भी नहीं हुआ। बकौल कंडारी उन्होंने नलकूप, हैंडपंप और लिट पंपिग योजनाओं का निर्माण कराया। कहा कि मैं अकेला ऐसा मंत्री रहा हूं जिसने पहाड़ में नलकूप का निर्माण कराया किंतु वर्तमान में जनता को ठगा जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि मेरे जाने के बाद रुद्रप्रयाग का विकास ठप पड़ गया है। सड़कें नहीं बन रही है। सैनिक स्कूल जाने के लिए भी मेरे कार्यकाल में ही 2 किमी सड़क का निर्माण हुआ। उन्होंने कहा कि आज भी उत्तराखंड सरकार का कोई प्रस्ताव केंद्र सरकार को नहीं भेजा गया है तो सैनिक स्कूल का निर्माण आगे कैसे होगा। यह सिर्फ जनता को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कृषि महाविद्यालय में 6 माली तैनात हैं किंतु कृषि महाविद्यालय अस्तित्व में ही नहीं है। उन्होंने नाम न लेते हुए उनके बाद चुने गए दोनों विधायकों पर विकास को ठप करने का आरोप लगाया। कंडारी ने कहा कि राय सरकार के पास न मिशन है और न विजन। महंगाई चरम पर है तो बेरोजगार रोजगार के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं, जिनके पास रोजगार है उनसे रोजगार छीना जा रहा है। कृषि के क्षेत्र में कोई योजना नहीं है। महिलाओं को रोजगार नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 14 दिसबर को राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी दिल्ली के रामलीला मैदान में एक जनसभा को संबोधित करेंगी। उन्होंने रुद्रप्रयाग से भी कांग्रेसियों को इसमें पहुंचने का आग्रह किया। कंडारी ने मोदी सरकार पर भी जनता से किए गए वादों को पूरा न करने का आरोप लगाया। इस मौके पर कांग्रेस के कोषाध्यक्ष मनोहर सिंह रावत, महामंत्री शैलेंद्र गोस्वामी, सुरेंद्र बिष्ट, श्रीराज बिष्ट आदि मौजूद थे।