बागेश्वर में पदोन्नति में आरक्षण के विरोध जनरल-ओबीसी कर्मचारियों का धरना
बागेश्वर। पदोन्नति में आरक्षण के विरोध में जनरल ओबीसी इंप्लाइज फेडरेशन ने तहसील परिसर में धरना दिया। कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लागू करने की मांग की। उन्होंने आरक्षण को लेकर बयानबाजी करने वाले नेताओं की भी निंदा की। जल्द प्रमोशन में आरक्षण समाप्त नहीं होने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी। पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष कपूर चंद्र मिश्रा के नेतृत्व में विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने एकदिवसीय कार्य बहिष्कार किया। उन्होंने तहसील परिसर में एकत्र होकर प्रमोशन में आरक्षण का समर्थन करने वाली राजनीतिक पार्टियों के खिलाफ नारेबाजी की। कहा कि आरक्षण के चलते विभागों में पदोन्नति पर रोक लगी है। जिसके चलते कई कर्मचारियों का सेवानिवृत होने तक प्रमोशन नहीं हो पाता है। कई प्रतिभावान सामान्य व ओबीसी वर्ग के लोग इसके चलते पिछड़ जाते हैं। इसके बावजूद राजनीतिक पार्टियां इसे खत्म करने की बजाय वोट बैंक के लिए बढ़ावा देने पर तुली हुई हैं, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने आरक्षण में पदोन्नति को मौलिक अधिकार भी नहीं बताया है। उन्होंने आरक्षण को समाप्त नहीं करने देने के कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान की भी निंदा की। कहा कि कुछ राजनीतिक दल अपने वोट बैंक की राजनीति के चलते इस तरह के कुतर्क देकर आरक्षण की पैरवी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि फेडरेशन इस तरह की पार्टियों का पुरजोर विरोध करेगी। उन्होंने प्रमोशन में आरक्षण की समाप्ति तक अपना संघर्ष जारी रखने की भी चेतावनी दी। इस मौके पर अनिल जोशी, जेएस मेहरा, भुवन चंद्र जोशी, राजेंद्र पाठक, निश्चल जोशी, शैलेष जोशी, विनोद तिवारी, प्रकाश चंद्र चौबे, द्रोपदी टाकुली, गीता जोशी, ललिता नेगी, जानकी पंत, पुष्पा कोरंगा, नीरु नेगी, राजेंद्र सिंह, केएस रावत, धमेंद्र सिंह, पंकज फर्त्याल, जगदीश पपनै, रमेश रावत, संदीप उपाध्याय, ललित पांडे सहित 350 कर्मचारी मौजूद रहे।