लॉक डाउन:बिना कारण घर से निकलने वाले गिरतार, वाहन सीज
देहरादून। लॉक डाउन को लेकर गंभीरता नहीं बरतने वाले लोगों की गिरतारी पुलिस ने शुरू कर दी है। नेहरू कॉलोनी थाना पुलिस ने 8 लोगों को गिरतार किया है । कोरोना वायरस के चलते शासन ने सोमवार को लाक डॉउन की घोषणा की थी। शासन ने निर्देशित किया था कि मेडिकल सेवा समेत अन्य जरूरी कार्य वाले लोग ही घर से निकले। इन निर्देशों के बाद भी लोगों ने गंभीरता नहीं दिखाई। रायपुर नेहरू कॉलोनी राजपुर रोड डालनवाला पटेल नगर प्रेम नगर आदि क्षेत्रों में लोग चौपाहियां और दोपहिया समेत दौड़ते नजर आए। इसकी जानकारी मिलने पर डीएम डॉ आशीष श्रीवास्तव और डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने खुद सड़कों पर उतर कर इसका जायजा लिया। डीआईजी ने पाया कि घंटाघर राजपुर रोड पर जाने वाले वाहन अधिक है जिस पर उन्होंने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोकने के निर्देश दिए। डीआईजी ने बिना कारण सड़कों पर निकले लोगों खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। नेहरू कॉलोनी थाना पुलिस ने आठ लोगों को धारा 188 के तहत गिरतार किया है। डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि जरूरी दुकान खोली गई है। पुलिस ने कुछ लोगों को गिरतार किया है। इन्हें थाने से जमानत दी जा रही है। सती से शासन के आदेश का पालन कराया जाएगा।
पुलिसकर्मियों से उलझे लोग
देहरादून। सरकार के लॉक डॉउन के आदेशों का पालन कराने के लिए पुलिस ने सत रुख अपनाया। डाला वाला इंस्पेक्टर मणि भूषण श्रीवास्तव ने दिलाराम चौक पर वहां से गुजरे लोगों को रोककर पूछताछ की। पुलिस ने उन्हें बाहर ना निकलने की हिदायत दी जिस पर कुछ लोग उनसे उलझ पड़े। इस्पेक्टर ने संयंमता का परिचय देते हुए उन्हें आदेशों का पालन करने की बात कही। वही घंटा घर चौक पर बैरिकेडिंग लगाने पर चकराता रोड से आने वाले वाहनों को रोक दिया गया जबकि चकराता रोड की ओर जाने वाले वाहनों को भी रोका गया लोगों ने पुलिस से कार्रवाई का विरोध किया जिस पर पुलिस ने उन्हें कड़ी फटकार लगाई।
डीआईजीजी बोले गाड़ी सीज करो
देहरादून। डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने घंटाघर चौक का निरीक्षण किया उन्होंने पाया कि दोपहर को महिलाएं घूम रही हैं और कारण पूछे जाने पर संतोषजनक जवाब नहीं दे पाई। डीआईजी ने महिला की गाड़ी सीज करने के आदेश दिए जिसके बाद गाड़ी को सीज किया।
सीपीयू ने चालान काटे
देहरादून। बिना कारण शहर में घूम रहे दोपहिया और चौपाहिए वाहन चालकों के सिटी पेट्रोल यूनिट और स्थानीय पुलिस ने चालान काटे। घंटाघर समेत अन्य स्थानों पर चालान काटे गए।