बागेश्वर में एक दिन में एक हजार से ज्यादा प्रवासी पहुंचे
बागेश्वर। बाहरी रायों से जिले में आने वाले प्रवासियों का ग्राफ अब एकाएक बढऩे लगा है। शनिवार की रात से लेकर रविवार की शाम तक 31 बसों में एक हजार से अधिक लोग जिला मुयालय पहुंचे। यहां पुलिस, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी लोगों के स्वास्थ्य की जांच की। जांच के बाद सभी को छोटे वाहनों से होम क्वारंटाइन के लिए भेजा गया। घर भेजे जा रहे लोगों की निगरानी के लिए भी गांव में गठित समिति इन पर नजर रखेगी। किसी के भी स्वास्थ्य का मिजाज बिगडऩे पर समिति पुलिस और प्रशासन को इसकी जानकारी देगी। शनिवार की रात सवा ग्यारह बजे पहली बस आई। इसके बाद यह सिलसिला चलता रहा। रविवार की सुबह तक 23 बसें पहुंच गईं। यह सिलसिला शाम तक चलता रहा। शाम तक 31 बसें यहां पहुंची। करीब 300 लोग अपने वाहनों से जिला मुयालय पहुंचे। यहां आने वाले प्रवासियों में अधिकतर गुडग़ांव, चंडीगढ़, दिल्ली, रुद्रपुर, देहरादून आदि स्थानों से पहुंचे हैं। रात पहुंचने वाले लोगों को महर्षि विद्या मंदिर विद्यालय में टिकाया गया। सुबह रोडवेज बस अड्डे के पास स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उनके स्वास्थ्य की जांच की। यहां थर्मल स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद छोटे वाहनों को उनके घरों तक भेजा गया। सभी प्रवासियों को होम क्वारंटाइन रहने का नोटिस थमाया गया है। गांव जाने वालों की सूचना हर ग्राम प्रधान और ग्राम प्रहरी को दे दी गई है।
हर गांव में गठित है समिति
प्रशासन ने हर गांव में समिति गठित की है। यह समिति बाहर से आने वालों की दिनचर्या पर नजर रखेगी। यदि इसमें किसी को भी स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होगी तो उसकी जानकारी पुलिस हेल्पलाइन 112 और जिला मुयालय और तहसील मुयालय पर बने कंट्रोल रूम में सूचना देंगे। सूचना के बाद उन्हें जांच के लिए जिला अस्पताल लाया जाएगा और सेंपल जांच के लिए भेजा जाएगा। यदि किसी में भी कोरोना पॉजिटिव की शिकायत आएगी तो उन्हें जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में बने अस्पताल में रखा जाएगा।
हल्द्वानी में बना है हेल्प डेस्क
बागेश्वर। हल्द्वानी में बागेश्वर जिले के लिए हेल्प डेस्क बनी है। यहां पर जिले के चार अधिकारी और छह पुलिस कर्मी तैनात हैं। यह डेस्क जिले में आने वाले प्रवासियों की सूचना जिला प्रशासन को देंगे। उन्हीं की सूचना के बाद यहां उनके स्वास्थ्य की जांच और उन्हें घर भेजने की व्यवस्था की जाएगी।