जिलाधिकारी विनीत कुमार ने किया इंटर कॉलेज बागेश्वर एवं इंटर कॉलेज रवार्इखाल का औचक निरीक्षण , ऑनलाइन शिक्षण पर जताई नाराजगी
बागेश्वर । कोरोना संक्रमण के कारण प्रदेश के बंद शिक्षण संस्थानों में शासन के निर्देशानुसार पुन: पठन-पाठन का कार्य शुरू कर कोरोना संक्रमण के रोकथाम एवं बचाव के लिए विद्यालय प्रबंधन द्वारा छात्र-छात्राओं के लिए की गयी व्यवस्थाओं के संबंध में जिलाधिकारी विनीत कुमार ने आज राजकीय इंटर कॉलेज बागेश्वर एवं इंटर कॉलेज रवार्इखाल का औचक निरीक्षण कर जिसमें प्रत्येक छात्रों का अनिवार्य रूप से थर्मल स्क्रीनिंग, सेनेटार्इजेशन, मॉस्क का प्रयोग करने तथा छात्र-छात्राओं की बैठने की उचित व्यवस्था तथा स्वच्छ पेयजल व अभिभावको द्वारा दियें गयें सहमति पत्र आदि व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने संबंधित प्रधानाचार्यो को निर्देश दियें कि कोरोना संक्रमण के कारण छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन में व्यवधान हुआ हैं, तथा बोर्ड परीक्षाओं में छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन में किसी प्रकार से कोर्इ व्यवधान न हो इसके लिए शासन द्वारा कक्षा 10 एवं 12 के बच्चों के लिए कक्षायें संचालित करने के निर्देश दियें गयें हैं जिसमें विद्यालयों में सभी छात्र-छात्राओं के लिए कोरोना संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए निर्धारित एसओपी के तहत सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करते हुए प्रत्येक छात्र, शिक्षक एवं कर्मचारियों की थर्मल स्क्रीनिंग करने, उनके बैठने की समुचित व्यवस्था, सेनेटार्इजेशन तथा मॉस्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करने आदि बातो पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होने कहा कि बोर्ड परीक्षायें निकट हैं, तथा छात्र-छात्राओं की पढार्इ में कोर्इ व्यवधान न हो इसके लिए कक्षा 10 एवं 12 की कक्षायें निरन्तर संचालित की जाय तथा उनके पाठ्यक्रम को निश्चित समयावधि में पूर्ण करने के निर्देश दियें। उन्होने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखते हुए सभी शिक्षक कडी मेहनत के साथ पाठ्यक्रम को पूर्ण करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने छात्र-छात्राओं से भी अपेक्षा की कि वे भी कडी मेहनत और लगन के साथ शिक्षको द्वारा पढायें जा रहें पाठ्यक्रम को गंभीरता से लेते हुए अपनी पूर्ण तैयारी करे। इस दौरान जिलाधिकारी ने अलग-अलग कक्षाओं में जाकर छात्रो से संवाद करते हुए आंनलार्इन पढार्इ के बारे में जानकारी प्राप्त कर उनसे विभिन्न्न विषयों के बारे में प्रश्न पूछे, जिसमें कर्इ छात्रों द्वारा सही उत्तर न देने पर जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दियें कि शिक्षा की गुणवत्ता में किसी प्रकार का कोर्इ समझौता न किया जाय इसके लिए सभी शिक्षक छात्रों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दे तथा उसकी गुणवत्ता पर वे भी स्वंय निगरानी करें। उन्होने यह भी निर्देश दियें कि बोर्ड परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए शिक्षको द्वारा छात्र-छात्राओं को पढायें जा रहें पाठ्यक्रम का हर माह मूल्याकंन सुनिश्चित कराया जाय। उन्होने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए डिजिटल शिक्षा के माध्यम से भी बच्चों को शिक्षा प्रदान की जाय, इसके लिए उन्होने जिला शिक्षा अधिकारी को पर्याप्त स्थान तथा इसके संचालन के लिए बेहतर कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दियें। निरीक्षण के दौरान प्रधानाचार्य राजकीय इंटर कॉलेज बागेश्वर प्रमोद तिवारी ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि कक्षा 10 में कुल छात्रों की संख्या 56 तथा इंटरमीडिएट में 90 हैं जिसमें कक्षा 10 में 29 तथा कक्षा 12 में 45 बच्चों के अभिभावको द्वारा सहमति पत्र दिये गयें तथा सभी बच्चों की थर्मल स्क्रीनिंग, सैनेटार्इजेशन तथा बैठने की उचित व्यवस्था की गयी है। इंटर कॉलेज रवार्इखाल में निरीक्षण के दौरान प्रधानाचार्य भुबन चन्द्र जोशी ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि कक्षा 10 में कुल छात्रों की संख्या 60 तथा इंटर में 53 हैं तथा आज कक्षा 10 के ही बच्चों को बुलाया गया हैं जिसमें 58 अभिभावको द्वारा सहमति पत्र उपलब्ध कराया गया हैं जिसमें से 37 बच्चे उपस्थित रहें। उन्होने कहा कि अगले दिन इंटरमीडिएट के बच्चों को बुलाया जायेगा। जिलाधिकारी कहा कि छात्रों की पढार्इ में किसी प्रकार का कोर्इ व्यवधान न हो तथा वे अपने अभिभावको की सहमति से विद्यालयें आयें इसके लिए विद्यालय प्रबंधन अभिभावको से निरन्त संवाद करते रहें। निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी बागेश्वर राकेश चन्द्र तिवारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी पदमेन्द्र सकलानी, प्रवक्ता दीप जोशी, खंड शिक्षा अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी एवं शिक्षक मौजूद रहें।