December 24, 2024

आयुर्वेदिक ािकित्सकों को सर्जरी की अनुमति दिए जाने के विरोध में हड़ताल पर रहे एलोपैथिक ािकित्सक

हरिद्वार। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) ने आयुर्वेदिक ािकित्सकों को सर्जरी का अधिकार दिए जाने के विरोध में शुक्रवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत हड़ताल पर रह। इस दौरान निजी ािकित्सालयों में ओपीडी बंद रही। एलोपैथी ािकित्सकों ने ाारतीय ािकित्सा केंद्रीय परिषद की ओर से जारी आयुर्वेदिक ािकित्सों को सर्जरी का अधिकार दिए जाने संबंधी अधिसूाना को वापस लेने की मांग की। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े स्थानीय ािकित्सकों ने मध्य हरिद्वार स्थित एक होटल में प्रैसवार्ता का आयोजन कर ाारतीय ािकित्सा केंद्रीय परिषद की ओर से जारी अधिसूाना पर कड़ा ऐतराज जताया। आइएमए अध्यक्ष ड$दिनेश वर्मा ने कहा कि आयुर्वेद ािकित्सकों को सर्जरी की अनुमति दिया जाना सीधे-सीधे मरीजों की जान से खिलवाड़ है। केवल एलोपैथ में ही सर्जरी की अनुमति है, इसलिए इसके अलावा किसी अन्य पैथी को सर्जरी की अनुमति दिया जाना गलत है। बिना उाित प्रशिक्षण के कोई ाी ािकित्सक सर्जरी नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि आइएमए इस अधिसूाना का विरोध करता है। यदि इसे वापस नहीं लिया गया तो एसोसिएशन अपना आंदोलन तेज करेगी। 28 दिसंबर को राष्ट्रीय कार्यकारिणी जो ाी निर्णय लेगी। उसके अनुरूप विरोध की रणनीति तय की जाएगी। ऐसा कहा जाता है कि प्रााीन काल में आयुर्वेदिक पद्घति में ाी सर्जरी की जाती थी। आयुर्वेदिक ािकित्सकों को सीधे सर्जरी की अनुमति देने से पहले उस तकनीक को पुनर्जीवित किया जाना ााहिए। एलोपैथ व आयुर्वेद पद्घतियों के बीा घालमेल नहीं किया जाना ााहिए। सािव डा$अंजुल श्रीमाली ने कहा कि साी पैथी का अपना महत्व है, लेकिन इनको आपस में मिलाना गलत है। यदि ऐसा हुआ तो ाविष्य में इसके गंाीर परिणाम ाुगतने होंगे। उन्होंने कहा कि यदि सर्जरी को आयुर्वेद में शामिल किया जाता है तो एलोपैथ के लिए होने वाली एनईईटी, नीट जैसी परीक्षाओं का कोई अर्थ नहीं रह जाता है। सरकार द्वारा लिया गया ये फैसला मरीजों और आमजन के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने जैसा है जिसे बिल्कुल ाी बर्दाश्त नही किया जाएगा। आईएमए के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा$आरके सिंघल ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा आयुर्वेद ािकित्सकों को बिना किसी ट्रेनिंग के सर्जरी करने का निर्णय जबरदस्ती थोपा हुआ निर्णय है। एलोपैथी ािकित्सक एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने के बाद अलग से डिग्री और अनुाव लेकर अपरेशन करने के काबिल बनता है और सरकार ने एक आयुर्वेद के डक्टर को बिना किसी डिग्री के सर्जरी की परमिशन दे रही है। जो कि पूरी तरह गलत है। इस दौरान डा$नीता मेहरा, डा$विपिन मेहरा, डा$प्रेम लूथरा, डा$अनु लूथरा, डा$सिद्घार्थ त्रिवेदी, डा$यतीन्द्र नागयान, डा$एसके सोंधी, डा$विपिन प्रेमी, डाज़सप्रीत सिंह, डा$मनप्रीत कौर, डा$नितिन नागयान, ऋत्विक सारस्वत, डा$विजय वर्मा, डा$सुजाता प्रधान, डा$कुलदीप सिंह, डा$राहुल अहार, आदि मौजूद रहे।