November 22, 2024

भारतिय महिला हॉकी टीम ने रचा इतिहास, तीन बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराकर पहली बार सेमीफाइनल में बनाई जगह

)शूटिंग में मेडल की आखिरी उम्मीद भी खत्म, संजीव और एश्वर्य नहीं लगा पाए फाइनल के टिकट पर निशाना
टोक्यो  । ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर और संजीव राजपूत मेंस 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन के फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहे जिससे रियो ओलंपिक के बाद टोक्यो ओलंपिक से भी भारतीय निशानेबाजों का खाली हाथ लौटना तय हो गया। ऐश्वर्य असाका निशानेबाजी रेंज में नीलिंग में 397, प्रोन में 391 और स्टैंडिंग में 379 अंक से कुल 1167 अंक जुटाकर 21वें स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह बनाने की दौड़ से बाहर हो गए। अनुभवी निशानेबाज राजपूत ने भी निराश किया और नीलिंग में 387, प्रोन में 393 तथा स्टैंडिंग में 377 अंक से कुल 1157 अंक जुटाए। वह 39 निशानेबाजों के बीच 32वें स्थान पर रहते हुए चलीफिकेशन से ही बाहर हो गए।
पचास मीटर राइफल थ्री पोजीशन में नीलिंग, प्रोन और स्टैंडिंग तीनों वर्ग की 10-10 निशानों की चार-चार सीरीज होती है। निशानेबाज प्रत्येक सीरीज में अधिकतम 100 अंक हासिल कर सकता है।
चलीफिकेशन के बाद शीर्ष आठ निशानेबाज फाइनल में जगह बनाते हैं। इसके साथ ही भारतीय निशानेबाजों का तोक्यो ओलंपिक से बिना पदक जीते लौटना भी तय हो गया। भारतीय निशानेबाज पांच साल पहले रियो ओलंपिक में भी एक भी पदक नहीं जीत पाए थे। भारत ने लंदन 2012 ओलंपिक में विजय कुमार के रजत और गगन नारंग के कांस्य पदक के रूप में दो पदक जीते थे।
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)ओलंपिक : पदक तक की दूरी नापना चाहेंगी कमलप्रीत
टोक्यो , । ओलंपिक स्टेडियम में आज भारत की कमलप्रीत कौर इतिहास रचने उतरेंगी। डिस्कस थ्रो फाइनल में पहुंचने वाली दूसरी भारतीय बनकर वह पहले ही अपना नाम हिस्ट्रीबुक में दर्ज करा चुकी हैं लेकिन अब उनके सामने खुद को लेजेंड बनाने का वक्त है और यह पदक जीतने के उनके सपने के सात पूरा हो सकता है। कमलप्रीत ने 31 जुलाई को चलीफाईंग में 64 मीटर के आटोमेटिक मार्क को छुआ था। ऐसा करने वाली वह सिर्फ दूसरी एथलीट थीं।
इस साल मार्च में पटियाला में आयोजित फेडरेशन कप के दौरान 65 मीटर का मार्क हासिल करने वाली एकमात्र भारतीय कमलप्रीत के अलावा अमेरिका की वेराले अलामान (66.42) ऑटोमेटिक चलीफाईंग मार्क हासिल कर सकी थीं।
चलीफाईंग ग्रुप-बी में शामिल कमलप्रीत ने पहले प्रयास में 60.29 मीटर की दूरी नापी थी। इसके बाद दूसरे प्रयास में वह 63.97 तक पहुंच गईं। इस दूरी के साथ भी वह फाइनल के लिए चलीफाई करती दिख रही थी लेकिन उनकी कोशिश ऑटोमेटिक चलीफाईंग मार्क हासिल करना था और तीसरे प्रयास में वह 64 मीटर के साथ वहां पहुंच ही गईं।
कमलप्रीत से पहले साल 2012 के लंदन ओलंपिक में कृष्णा पूनिया ने फाइनल के लिए चलीफाई किया था लेकिन वह पदक तक नहीं पहुंच सकी थीं।
चलीफाईंग में जो स्टैंडिंग रही, उसे अगर कमलप्रीत बरकरार रखती हैं तो वह पदक जीत सकती हैं। एनआईएस पटियाला में आयोजित इंडियन ग्रां प्री-4 में कमलप्रीत ने 66.59 की दूरी नापी थी लेकिन इसे अभी राष्ट्रीय रिकार्ड का दर्जा नहीं मिला है। कमल अगर इस प्रदर्शन को दोहरा सकीं तो न सिर्फ भारत को महान सफलता मिल सकती है बल्कि वह खुद भी भारत के खेल इतिहास में अमर हो सकती हैं।
कमल के मुकाबले को सोनी टेन 2 और सोनी सिक्स एसडी एंड एचडी (अंग्रेजी), सोनी टेन 3 (हिंदी) और सोनी टेन 4 (तमिल और तेलुगु) पर देखा जा सकता है।
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)इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले नॉटिंघम पहुंची भारतीय टीम
नॉटिंघम  । विराट कोहली के नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट टीम डरहम से नॉटिंघम पहुंच गई है। ट्रेंट ब्रिज क्रिकेट स्टेडियम में 4 अगस्त से इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले पहले टेस्ट से पहले वे नॉटिंघम में अपना प्रशिक्षण सत्र कर रहे हैं। साउथेम्प्टन में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के तीन सप्ताह के ब्रेक के बाद, भारतीय टीम का 20-22 जुलाई तक काउंटी सिलेक्ट इलेवन के खिलाफ अभ्यास मैच था।
उसके बाद, भारतीय टीम ने डरहम के चेस्टर-ले-स्ट्रीट मैदान में शुक्रवार को अपने अंतिम प्रशिक्षण सत्र तक अभ्यास जारी रखा। पृथ्वी शॉ और सूर्यकुमार यादव, जिन्हें अवेश खान (अंगूठे में फ्रैक्च र) और वाशिंगटन सुंदर (उंगली की चोट) के लिए सब्सीटूयुट चुना गया है, को अभी इंग्लैंड में टेस्ट टीम में शामिल होना है।
खान और सुंदर घर वापस आ गए हैं। उनसे पहले, शुभमन गिल अपने बाएं पिंडली में चोट के बाद घर वापस जा चुके हैं। भारतीय टीम : रोहित शर्मा, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे (उपकप्तान), हनुमा विहारी, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल, जसप्रीत बुमराह, इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर, उमेश यादव, केएल राहुल, रिद्धिमान साहा, पृथ्वी शॉ, सूर्यकुमार यादव और अभिमन्यु ईश्वरन।
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महिला हॉकी टीम ने रचा इतिहास, तीन बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराकर पहली बार सेमीफाइनल में बनाई जगह
टोक्यो  ।   ओलिंपिक की टर्फ पर भारतीय हॉकी की महिला खिलाडिय़ों ने इतिहास रच दिया है। खेलों के महाकुंभ में अब तक जो नहीं हुआ उन्होंने वो करके दिखाया है। चर्टर फाइनल मुकाबले में भारतीय महिलाओं ने बड़ा उलटफेर करते हुए तीन बार की चैंपियन रही ऑस्ट्रेलिया को मात दे दी है। भारत ने अपने से कहीं मजबूत आंकी जा रही ऑस्ट्रेलियाई हॉकी टीम को 1-0 से हराया। भारत के लिए एक मात्र गोल गुरजीत कौर ने दागा। ये पहली बार था जब भारतीय टीम ओलिंपिक का चर्टर फाइनल खेल रही थी, जिसे जीतते हुए उसने सेमीफाइनल का टिकट कटा लिया और अब पहली बार होगा जब भारतीय महिला हॉकी टीम ओलिंपिक का सेमीफाइनल खेलती दिखेगी।वहीं महिला चक्का फेंक एथलीट कमलप्रीत कौर अपना फाइनल मुकाबला खेलेंगी और जिसमें वह भारत को पदक दिला सकती है। कमलप्रीत ने महिला डिस्कस थ्रो के चलीफिकेशन में 64 मीटर का थ्रो फेंक कर दुनिया को चौंका दिया है, इसलिए उनसे पदक की ज्यादा उम्मीदें बढ़ गई है। निशानेबाजी में ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर और संजीव राजपूत एक्शन में होंगे जबकि महिला स्प्रिंटर दुती चंद 200 मीटर हीट चार में सातवें स्थान पर रही और वह सेमीफाइनल के लिए चलीफाई करने से चूक गईं। हॉकी में भारत की महिला टीम ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है।

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