-ड्राइवर ने प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला व उसके पति को बस से उतारा, देवभूमि की संवेदना!!!!!
गोपेश्वर ( आखरीआंख समाचार ) गोपेश्वर से श्रीनगर के बेस अस्पताल ले जाई जा रही आठ माह की गर्भवती महिला ने ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे किनारे बच्चे को जन्म दिया। समय पर उपचार न मिलने से नवजात ने दम तोड़ दिया। महिला को रुद्रप्रयाग के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
चमोली के घाट ब्लाक के घुनी गांव निवासी मोहन सिंह को आठ माह की गर्भवती पत्नी नंदी देवी (32) को बस से गोपेश्वर से बेस अस्पताल श्रीनगर ले जा रहे थे। तिलणी आते-आते नंदी का दर्द काफी बढ़ गया। मोहन ने बताया कि वह एक दिन पहले नंदी को गोपेश्वर के जिला अस्पताल ले गया था। जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने कहा कि बच्चे की धड़कन कम है, हायर सेंटर ले जाओ। अस्पताल से एंबुलेंस नहीं दी गई इसलिए मुझे पत्नी को बस से लाना पड़ा। उधर, गोपेश्वर के सीएमएस डॉ शैलेंद्र कुमार ने बताया कि नंदी देवी को हायर सेंटर जाने की सलाह दी गई थी। उन्होंने एंबुलेंस नहीं मांगी थी। इसके बाद का मामला मेरे संज्ञान में नहीं है।
श्रीनगर जाने के दौरान प्रसव पीड़ा से तड़प रही नंदी की आवाज सुनकर ड्राइवर ने पति-पत्नी को बस से उतरने को कह दिया। दोनों बस से उतर गए और नंदी सड़क किनारे बैठ गई। कुछ देर में उसने बच्चे को जन्म दे दिया। उपचार न मिलने से बच्चे की मौत हो गई।