September 21, 2024

बाजार में गिरावट के बावजदू अडानी-अंबानी हुए मालामाल, टाटा-बिड़ला जैसे पुराने बिजनेमैन की घटी दौलत

सोना 1375 रुपये चमका, चांदी टूटी
मुंबई । अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमती धातुओं में गिरावट के बीच घरेलू स्तर पर सोना के आयात पर शुल्क में की गयी 4.75 प्रतिशत की भारी बढोतरी से आज सोना 1375 रुपये प्रति दस ग्राम चमककर 52हजारी होने को बेताव दिखा जबकि चाँदी 563 रुपये प्रति किलोग्राम उतर गयी।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोना हाजिर 0.16 प्रतिशत टूटकर 1804डॉलर प्रति औंस पर और अमेरिकी सोना वायदा 0.22 प्रतिशत की गिरावट लेकर 1800 डॉलर प्रति औंस पर रहा। इसी तरह से चाँदी हाजिर 2.09 प्रतिशत उतरकर 19.82 डॉलर प्रति औंस पर रही।
देश के सबसे बड़े वायदा बाजार एमसीएक्स में सोना 1375 रुपये की बढ़त के साथ 51892 रुपये प्रति दस ग्राम पर और सोना मिनी 1293 रुपये बढक़र 51881 रुपये प्रति दस ग्राम पर रहा। हालांकि चाँदी 563 रुपये टूटकर 58324 रुपये प्रति किलोग्राम पर तथा चाँदी मिनी 531 रुपये गिरकर 58756 रुपये प्रति किलोग्राम बोली गयी।
सरकार ने सोना के आयात को हतोत्साहित करने के उद्देश्य से उस पर शुल्क को 10.75 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत कर दिया है जिसके कारण कीमती धातुओं में तेजी आयी है।
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)वॉरेन बफेट की कंपनी बर्कशायर हैथवे ने इस तेल कंपनी में खरीदी 17.4प्रतिशत हिस्सेदारी, 90.9 लाख शेयरों में हुई डील
नई दिल्ली , ।   वॉरेन बफेट की कंपनी बर्कशायर हैथवे इंक ने तेल कंपनी ऑकिडेंटल पेट्रोलियम कॉर्प के साथ एक बड़ी डील की है। कंपनी ने ऑकिडेंटल पेट्रोलियम कॉर्प के 9.9 मिलियन (90.9 लाख) शेयर खरीद लिए हैं। बर्कशायर हैथवे इंक ने कहा कि उसने ऑकिडेंटल पेट्रोलियम कॉर्प के 9.9 मिलियन शेयर खरीदे हैं, जिससे उसे तेल कंपनी में 17.4प्रतिशत हिस्सेदारी मिल गई है।
582 मिलियन डॉलर में हुई डील
अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग को दी गई जानकारी के अनुसार, बर्कशायर ने शेयरों के लिए लगभग 582 मिलियन डॉलर का भुगतान किया, जिसे उसने बुधवार और शुक्रवार के बीच खरीदा था। बफेट की कंपनी ऑक्सिडेंटल की सबसे बड़ी शेयरधारक है, जिसके पास अब लगभग 9.9 बिलियन डॉलर मूल्य के 163.4 मिलियन शेयर हैं।
इस साल तेजी से बढ़े हैं ऑक्सिडेंटल के शेयर
बर्कशायर के पास 5 बिलियन डॉलर में अन्य 83.9 मिलियन ऑक्सिडेंटल शेयर खरीदने का वारंट भी है। ऑक्सिडेंटल के शेयर की कीमत इस साल दोगुने से अधिक हो गई है। रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद बर्कशायर की खरीद के साथ-साथ तेल की बढ़ती कीमतों से लाभ हुआ है।
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)बाजार में गिरावट के बावजदू अडानी-अंबानी हुए मालामाल, टाटा-बिड़ला जैसे पुराने बिजनेमैन की घटी दौलत
नई दिल्ली । साल 2022 का छह महीना निकल गया। इन छह महीनों में शेयर बाजार में भारी उतार चढ़ाव नजर आया। 2022 के पहले छह महीनों में बाजारों में दो अंकों की गिरावट देखी गई है। बेंचमार्क निफ्टी 50 और सेंसेक्स इस साल अब तक 11त्न से ज्यादा गिर चुके हैं। यानी, पिछला छह महीना शेयर बाजार के निवेशकों के लिए निराशाजनक रहा। निवेशकों के लाखों-करोड़ों रुपये डूब गए। इस दौरान लेकर टाटा, बिड़ला, महिंद्रा समेत पुराने बिजनेस घरानें में में और भी बड़ी गिरावट देखी गई। इस साल केवल दो कारोबारी परिवार ही आगे बढऩे में कामयाब रहे हैं, वे हैं अंबानी और अडानी। जी हां..मुकेश अंबानी और गौतम अडानी ऐसे बिजनेसमैन हैं, जिन्हें पिछले छह महीने में  गिरते बाजारों में जबरदस्त मुनाफा हुआ है।  
फायदे में अंबानी और अडानी
गिरते बाजार के बावजदू मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस के शेयर हरे रंग में रहने में कामयाब रहे। पिछले छह महीने में रिलायंस के शेयरों में मामूली 2प्रतिशत बढ़ोतरी हुई। वहीं, गौतम अडानी की सातों लिस्टेड कंपनियां 38प्रतिशत लाभ में रहे। वहीं,  इस साल विप्रो के शेयरों अब तक भारी गिरावट देखने को मिली है। जबकि इसके प्रतिद्वंद्वियों टीसीएस और इंफोसिस में भी इस साल गिरावट आई है। हालांकि, विप्रो की तुलना में टीसीएस और इंफोसिस ने काफी बेहतर प्रदर्शन किया है।
टाटा ग्रुप की कंपनियों का वैल्यूएशन सबसे ज्यादा
अगर कंपनियों की वैल्यूएशन देखा जाए तो टाटा ग्रुप की कंपनियों ने बाजी मारी है। टाटा ग्रुप देश में सबसे मूल्यवान बनी हुई हैं, जिसका कुल मार्केट कैप लगभग ?20 लाख करोड़ है, जबकि मुकेश अंबानी की रिलायंस लगभग ?18 लाख करोड़ के साथ दूसरे स्थान पर है। वहीं, गौतम अडानी की सात कंपनियां बजाज, बिड़ला और प्रेमजी से अधिक वैल्यूएबल हैं।