November 22, 2024

बीसीसीआई ने अंपायरों के लिए शुरू की ए प्लस श्रेणी

महिला क्रिकेट के लिये महत्वपूर्ण हैं राष्ट्रमंडल जैसे आयोजन : हरमनप्रीत
मुंबई,। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने बर्मिंघम में होने वाले राष्ट्रमंडल खेल 2022 से पहले कहा कि इस तरह के आयोजन महिला क्रिकेट के लिये महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। हरमनप्रीत ने एक वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा, एक क्रिकेटर के रूप में हम ज्यादा मैच खेलना चाहते हैं। जब भी आप किसी बड़े आयोजन में जाते हैं तो आपके लिये आपके लिये अच्छा प्रदर्शन करना महत्वपूर्ण हो जाता है।
उन्होंने कहा, बिल्कुल, अगर हमें ऐसे आयोजनों में खेलने का मौका मिले तो यह महिला क्रिकेट के लिये अच्छा है। महिला क्रिकेट को बहु-राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में शामिल करना गेम-चेंजर हो सकता है।
बर्मिंघम में 28 जुलाई से शुरू होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का पहला मैच ग्रुप ए में महिला टी20 विश्व कप विजेता ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होगा। इसके दो दिन बाद उनका सामना चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से होगा, जिसके बाद वह तीन अगस्त को ग्रुप स्टेज के आखिरी मैच में बारबाडोस के खिलाफ खेलेंगे।
टूर्नामेंट के सेमीफाइनल मैच छह अगस्त को खेले जाएंगे जबकि स्वर्ण और रजत पदक मुकाबले सात अगस्त को खेले जाएंगे। सभी मुकाबले एजबेस्टन  में आयोजित होंगे। हरमनप्रीत ने कहा कि टीम पहली बार आयोजन में हिस्सा लेते हुए पोडियम पर जगह बनाना चाहेगी।
उन्होंने कहा, यह आयोजन हमारे लिये बहुत महत्वपूर्ण है। हम इस बार पदक के लिये खेल रहे हैं। अगर मैं अपने बारे में बात करूं तो हम इस तरह के आयोजन देखते हुए बड़े हुए हैं और इस बार हम इस आयोजन का हिस्सा बनकर बहुत खुश हैं। मेरा मानना है कि अगर भविष्य में हमें इस तरह के अवसर मिलते रहे तो हमारे लिये अद्भुत होगा।
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)करना चाहते थे आत्महत्या, अब विश्व चैंपियनशिप में जीता पदक
यूजीन,। विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप की 400 मीटर दौड़ में कांस्य पदक जीतने वाले ब्रिटेन के मैथ्यू हडसन-स्मिथ ने खुलासा किया है कि वह कोरोना महामारी के दौरान चोट, कर्ज और अकेलेपन के कारण मानसिक तनाव से जूझ रहे थे और आत्महत्या करना चाहते थे। हडसन-स्मिथ ने 44.66 सेकंड में दौड़ को पूरा करते हुए तीसरा स्थान हासिल किया, जबकि अमेरिका के माइकल नॉर्मन और ग्रेनाडा के किरानी जेम्स क्रमश: पहले व दूसरे स्थान पर रहे।
हडसन-स्मिथ ने विश्व चैंपियनशिप में ब्रिटेन का चौथा पदक जीतने के बाद कहा, मैं 2021 में बुरी तरह मानसिक तनाव से जूझ रहा था। यह बात बहुत लोगों को नहीं पता है, लेकिन मैंने आत्महत्या करने की कोशिश तक की थी।
उन्होंने कहा, मैं दौड़ते हुए भी अपने दुख के बारे में ही सोचता था। मैं प्रतियोगिताओं में यह जानते हुए हिस्सा लेता था कि मैं अपना 100 प्रतिशत नहीं दे पा रहा हूं। आपके ऊपर बहुत दबाव होता है क्योंकि कई लोगों को आपसे बेहतर की उम्मीद होती है।
ब्रिटिश खिलाड़ी ने बताया कि वह पिछले वर्ष ओलंपिक में हिस्सा नहीं ले पाये जिसके बाद उनके प्रायोजकों ने उन्हें एक-एक करके छोडऩा शुरू कर दिया और अमेरिका में रहते हुए वह कजऱ् के तले दबते गये।
उन्होंने कहा, मैं कई कारणों से ओलंपिक में नहीं जा पाया। कोविड के दौरान मैं अमेरिका में फंसा हुआ था। मुझे अमेरिका पसंद है लेकिन मैं अपने परिवार के साथ रहना चाहता था। वह मुश्किल वक्त था। मुझे याद है कि मैंने कई लोगों से खेल छोडऩे के बारे में बात की थी। मेरी मां और अन्य लोगों ने कहा था कि मुझे ऐसा नहीं करना चाहिये। अब मैंने अपना ऋण भी चुका दिया है, प्यूमा मेरा नया प्रायोजक है और अब मैंने यह पदक भी जीत लिया है।
हडसन-स्मिथ ने कहा कि अपना पहला मेडल जीतने के बाद उनका आत्मविश्वास लौट आया है।
उन्होंने कहा, मैंने अपना नाम देखा और मैं ज़मीन पर गिर गया। ये तीन साल बेहद मुश्किल रहे हैं। विश्व मंच पर यह मेरा पहला पदक है। बहुत से लोग यहां से आगे बढ़ते हैं। कुछ भी संभव है।
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)दूसरे एकदिवसीय मैच में भारत ने वेस्टइंडीज को 2 विकेट से रौंदा
पोर्ट ऑफ स्पेन । भारत ने क्वींस पार्क ओवल में यहां दूसरे एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच में वेस्टइंडीज को दो विकेट से हरा दिया। भारत की ओर से अक्षर पटेल ने 64 रनों की नाबाद पारी खेली। इस जीत को हासिल करते हुए भारतीय टीम ने तीन मैचों की सीरीज में 2-0 से अजेय बढ़त बना ली है। इससे पहले वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला लिया था। टीम के सलामी बल्लेबाज विकेटकीपर साई होप ने 135 गेंदों पर 8 चौके और 3 छक्के की मदद से 115 रन की शतकीय पारी खेली। वहीं, चौथे विकेट के लिए कप्तान निकोलस पूरन और साई होप के बीच 117 रन की साझेदारी हुई। पूरन ने भी शानदार पारी खेलते हुए 74 रन बनाए। गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने तीन विकेट झटके। उन्होंने साई होप (115), निकोलस पूरन (74) और रोवमैन पॉवल (13) का विकेट झटका। वहीं, अक्षर पटेल, युजवेंद्र चहल और दीपक हुड्डा ने 1-1 विकेट झटका।
वहीं, बल्लेबाजों की मदद से टीम ने 50 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 311 रन बनाए और भारतीय टीम को जीत के लिए 312 रनों का लक्ष्य दिया।
जवाब में भारतीय टीम ने 48 के स्कोर पर पहला विकेट शिखर धवन (13) का गंवा दिया। इसके बाद शुभनम

और श्रेयस अय्यर ने पारी को आगे बढ़ाया। दोनों बल्लेबाजों ने क्रमश: 43 और 63 रनों की पारी खेली। अय्यर ने टीम के लिए अर्धशतकीय पारी खेलकर स्कोर को आगे बढ़ाया। सूर्यकुमार यादव 9 के स्कोर पर आउट हुए। वहीं, विकेटकीपर संजू सैमसन ने भी अर्धशतकीय पारी खेली और 54 के स्कोर पर रन आउट हो गए।
इसके बाद दीपक हुड्डा और अक्षर पटेल ने पारी को संभाला। हालांकि, हुड्डा 33 रन पर आउट हो गए, लेकिन टीम के स्कोर को बढ़ाने में अहम योगदान दिया। वहीं, पटेल ने नाबाद अर्धशतकीय पारी खेलकर भारतीय टीम को 2 विकेट से जीत दिलाई। उन्होंने ताबड़तोड़ पारी खेलते हुए 35 गेंदों पर 5 छक्के और 3 चौके की मदद से 64 रन की पारी खेली। गेंदबाज अलजारी जोसेफ और मायर्स ने 2-2 विकेट झटके। वहीं, जायडन सिल्स, रोमेरियो सेफर्ड और होसेन ने 1-1 विकेट झटका।
00न)विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप : भारत के एल्धोस पॉल ट्रिपल जंप में नौवें स्थान पर रहे
यूजीन । विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में प्रतिस्पर्धा करने वाले पहले भारतीय ट्रिपल जम्पर एल्धोस पॉल ने रविवार (आईएसटी) को नौवें स्थान पर रहने के लिए एक सराहनीय प्रदर्शन किया। 25 वर्षीय पॉल ने क्वालीफायर में 16.68 मीटर का सर्वश्रेष्ठ प्रयास करते हुए 12-मैन फाइनल में प्रवेश किया। उन्होंने अपने प्रयास में 16.37 मीटर की छलांग के साथ शुरुआत की। अपने दूसरे प्रयास के साथ उन्होंने अपने अंक को 16.79 मीटर तक सुधार लिया। इस साल की शुरुआत में फेडरेशन कप में अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 16.99 मीटर से केवल 0.20 मीटर कम रहे।
हालांकि, भारतीय जम्पर ने अपनी तीसरी छलांग के साथ निराशाजनक 13.86 मीटर पोस्ट किया और तीसरे दौर के बाद शीर्ष आठ में जगह बनाने से चूक गया।
टोक्यो 2020 चैंपियन प्रेडो पिचाडरे ने 17.95 मीटर के विश्व-अग्रणी चिह्न् के साथ स्वर्ण पदक जीता। टोक्यो 2020 के कांस्य पदक विजेता बुर्किना फांसो के ह्यूग्स फैब्रिस जांगो ने 17.55 मीटर के साथ रजत पदक जीता, जबकि कांस्य पदक चीन के यामिंग झू ने जीता।
इस बीच, मोहम्मद अनस याहिया, मोहम्मद अजमल वरियाथोडी, नागनाथन पांडी और राजेश रमेश की भारत की 4/400 मीटर टीम अपने हीट में अंतिम स्थान पर रहने के बाद फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में विफल रही। भारत फाइनल स्टैंडिंग में 12वें स्थान पर रहा।
विशेष रूप से इस वर्ष पुरुषों के 4/400 मीटर में भारत का सर्वश्रेष्ठ समय 3: 04.41 सेकेंड है, जो जून में तुर्की के एर्जुरम में अतातुर्क यूनिवर्सिटी स्टेडियम में 7वें अंतर्राष्ट्रीय स्प्रिंट और रिले कप में हासिल किया गया था।
मेजबान यूएसए, मौजूदा ओलंपिक और विश्व चैंपियन, 2:58.96 के समय के साथ हीट में शीर्ष पर है, उसके बाद जापान (3:01.53) और जमैका (3:01.59) का समय है।
प्रत्येक हीट से शीर्ष तीन टीमों और दो हीट में अगली दो सबसे तेज टीमों ने रविवार के फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। फ्रांस (3:03.13एस) पदक दौर के लिए कट बनाने वाली अंतिम टीम थी।
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)हर बार प्रशंसकों की उम्मीदों पर खरा उतरना आसान नहीं : मीराबाई चानू
नई दिल्ली ।  टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता मीराबाई चानू को लगता है कि उनके लिए हर बार प्रशंसकों की उम्मीदों पर खरा उतरना आसान नहीं है।
मणिपुर की 27 वर्षीय वेटलिफ्टर ने उम्मीद जताई कि वह आगामी राष्ट्रमंडल खेलों में अपने प्रदर्शन से लोगों को निराश नहीं करेंगी।
भारत 1990, 2002 और 2018 में वेटलिफ्टिंग में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला रहा है और चानू के नेतृत्व वाली 15 सदस्यीय मजबूत टीम फिर से बर्मिंघम में अपनी जीत की लय को दोहराने की उम्मीद कर रही है।
मीराबाई ने गोल्ड कोस्ट में 2018 सीडब्ल्यूजी में स्वर्ण पदक जीतकर रिकॉर्ड तोड़ा। अब उनकी निगाहें इस बार भी स्वर्ण पदक जीतने पर होंगी, खास कर उनके टोक्यो प्रदर्शन देखने के बाद।
भारत में टॉप एथलीटों में से एक, मीराबाई ने आगामी इवेंट में एक और शानदार प्रदर्शन के साथ देश को गौरवान्वित करने का संकल्प लिया है।
मीराबाई चानू ने कहा, मुझे पता है कि फैंस क्या चाहते हैं। मैं राष्ट्रमंडल खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने की पूरी कोशिश करूंगी। मैंने अपने प्रशिक्षण पर बहुत काम किया है। टोक्यो के बाद, मैं मुख्य रूप से अपनी तकनीक पर ध्यान केंद्रित कर रही हूं और अभी मैं केवल आपको आश्वस्त कर सकती हूं कि मेरे प्रशिक्षण और तकनीक के साथ सब कुछ ठीक है। तो मैं अच्छे परिणाम की उम्मीद कर रही हूं।
भारत इस खेल में 125 पदक के साथ राष्ट्रमंडल खेलों के इतिहास में दूसरा सबसे सफल देश है। राष्ट्रमंडल खेलों में वेटलिफ्टिंग में केवल ऑस्ट्रेलिया (159) ने भारत से अधिक पदक जीते हैं।
उन्होंने आगे बताया, राष्ट्रमंडल खेल तुलनात्मक रूप से आसान हैं क्योंकि चीन और उत्तर कोरिया के कई विश्व स्तरीय वेटलिफ्टर इसमें भाग नहीं लेते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है। मैं अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ से आगे जाने की पूरी कोशिश करूंगी। मुझे भविष्य के टूर्नामेटों को ध्यान में रखते हुए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देना होगा।
अपने लगातार प्रदर्शन के कारण मीराबाई ने रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया था। हालांकि, रियो में उनका प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। वह क्लीन एंड जर्क के तीनों प्रयासों में वजन उठाने

रियो पराजय को पीछे छोड़ते हुए, मीराबाई ने कैलिफोर्निया के अनाहेम में 2017 विश्व चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 194 किग्रा (स्नैच में 85 और क्लीन एंड जर्क में 107) का भार उठाया, जो एक प्रतियोगिता का रिकॉर्ड था।
उसने 2018 में (49 किग्रा वर्ग में) स्नैच (86 किग्रा), क्लीन एंड एर्क (110 किग्रा) और कुल (196 किग्रा) के लिए राष्ट्रमंडल खेलों का रिकॉर्ड बनाया। बर्मिंघम में वह अपना ही विश्व रिकॉर्ड तोडऩे के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगी।
बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेल भी पेरिस ओलंपिक की तैयारी कर रहा है। इस आयोजन के बाद, मुझे ओलंपिक योग्यता के लिए तैयारी शुरू करनी होगी। राष्ट्रमंडल खेलों से मुझे अपनी कमजोरी सुधारने में मदद मिलेगी इसलिए मैं एक अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रही हूं।
उन्होंने आगे कहा, मैं अपने खेल को सुधारने के लिए किए गए सभी कामों का अभ्यास करना चाहती थी। यह मेरे लिए एक ट्रायल की तरह है। मैं देखना चाहती हूं कि मैंने कितना सुधार किया है। यह मुझे अन्य आयोजनों में और निश्चित रूप से पेरिस खेलों में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करेगा।
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)जीत के बाद बोले नीरज चोपड़ा- हर दिन एक जैसा नहीं होता, गोल्ड की भूख बनी रहेगी
नई दिल्ली ।  विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में नीरज चोपड़ा के रजत पदक जीतने पूरे देश में खुशी का माहौल है। देशभर नीरज चोपड़ा के लिए बधाई संदेश आ रहे हैं। अपनी शानदार जीत पर नीरज चोपड़ा ने प्रतिक्रिया दी है।
नीरज चोपड़ा ने कहा कि मैं हमेशा से बोलता आया हूं कि हर एथलीट का दिन था। पीटर्स ने अच्छा किया, आज पीटर्स का दिन था। ओलंपिक की बात करें तो पीटर्स फाइनल में भी नहीं पहुंच पाया था। ये हर एथलीट के लिए काफी चैलेंजिंग होता है, हर एथलीट की बॉडी भी अलग होती है। कभी किसी को कंपेयर नहीं किया जा सकता। सभी ने दमखम लगाया। हमने भी काफी कोशिश की। टफ कॉम्पटिशन था। आज के खेल से बहुत कुछ सीखने को मिला है।
जीत के बाद नीरज चोपड़ा ने कहा कि सिल्वर की काफी खुशी है। उन्होंने कहा कि अलग से कोई रणनीति नहीं थी। क्वालिफिकेशन राउंड में काफी अच्छी थ्रो थी। हर दिन अलग होता है। हमेशा वैसा रिजल्ट नहीं मिलता जैसा हम सोचते हैं, लेकिन काफी कठिन मुकाबला था, हमने कमबैक किया और सिल्वर जीता।
नीरज चोपड़ा ने कहा कि एंडरसन पीटर्स की थ्रो काफी अच्छी थी। मेरे लिए आज की कंडीशन अलग थी। लेकिन मुझे लगा कि थ्रो ठीक है, मैं अपने थ्रो से खुश हूं। उन्होंने कहा कि हर बार गोल्ड नहीं आ सकता। स्पोर्ट्स में हमेशा अप-डाउन हो सकता है। मैं हमेशा बेस्ट देने की कोशिश करूंगा।
नीरज ने कहा कि आज के खेल ने बहुत कुछ सिखाया है। हवा खिलाफ थी। इसका भी असर हुआ है। कहीं न कहीं लग रहा था कि थ्रो लगेगी, लेकिन मेडल जीतने की खुशी है। आगे और मेहनत करेंगे।
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कोरोना पॉजि़टिव पाए गए केएल राहुल, कुलदीप उबरे
मुम्बई । केएल राहुल कोविड पॉजि़टिव पाए गए हैं। वह पहले से ही फि़टनेस टेस्ट देने के लिए तैयार हो रहे थे लेकिन इस बीच वेस्टइंडीज़ में होने वाली टी20 सीरीज़ से पहले उन्हें बड़ा झटका लगा है। मुंबई में बोर्ड की शीर्ष परिषद की बैठक के बाद बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इस ख़बर की पुष्टि भी कर दी है।
राहुल पिछले महीने जर्मनी में स्पोर्ट्स हर्निया की सर्जरी के बाद बेंगलुरु के राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में अभ्यास कर रहे थे। वेस्टइंडीज़ के खिलाफ़ खेले जाने वाली टी20 सीरीज़ में शामिल होने से पहले उन्हें अपना फि़टनेस साबित करना था। एनसीए में राहुल लगातार अभ्यास कर रहे थे और अपनी फि़टनेस पर काम कर रहे थे। अब राहुल को पहले कोविड निगेटिव होने का इन्तजार करना होगा। उसके बाद उन्हें फि़टनेस टेस्ट पास करना होगा। भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच होने वाली सीरीज़ 29 जुलाई से शुरू होगी। ऐसे में राहुल के पास इन दोनों बाधाओं से पार पाने के लिए काफ़ी कम समय बचा हुआ है।
राहुल अब अगस्त में जि़म्बाब्वे के ख़िलाफ़ होने वाली सीरीज़ में ही वापसी कर पाएंगे। भारत को 18, 20 और 22 अगस्त को हरारे में तीन वनडे मैच खेलने वाला है और यह श्रृंखला वनडे सुपर लीग का हिस्सा होगी।
इस बीच हाथ की चोट से उबरने के बाद कुलदीप यादव को एनसीए से हरी झंडी मिल गई है। चयन समिति जल्द से जल्द उनकी भागीदारी पर अंतिम फै़सला ले सकती है। कुलदीप अपनी दाहिने कलाई पर हेयरलाइन फ्ऱैक्चर से उबर रहे थे, जिसके कारण उन्हें घरेलू धरती पर दक्षिण अफ्ऱीका के ख़िलाफ़ खेली गई टी20 सीरीज़ से बाहर होना पड़ा था। चोट ने उन्हें आयरलैंड और इंग्लैंड में भी वनडे और टी20 सीरीज़ से भी बाहर कर दिया था। कुलदीप ने आखऱिी बार आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेला था और 14 मैचों में 21 विकेट लिए थे।

बीसीसीआई ने अंपायरों के लिए शुरू की ए प्लस श्रेणी
मुम्बई , । आईसीसी एलीट पैनल के सदस्य नितिन मेनन उन दस अधिकारिक लोगों में शामिल हैं जिन्हें बीसीसीाई के अंपायरों की नई शुरू की गई ए प्लस श्रेणी में शामिल किया गया है। अन्य में जो चार अंतर्राष्ट्रीय अंपायर शामिल हैं वह हैं अनिल चौधरी, मदनगोपाल जयरामन, वीरेंद्र शर्मा और केएन अनंतापद्मनाभन। रोहन पंडित, निखिल पटवर्धन, सदाशिव अय्यर, उल्हास गांधे और नवदीप सिंह सिद्धू भी ए प्लस श्रेणी का हिस्सा हैं।
सी शमशुद्दीन सहित 20 अंपायर ए ग्रुप में हैं, जबकि ग्रुप बी में 60, ग्रुप सी में 46 और ग्रुप डी में 11 अंपायर हैं, जो 60-65 आयु वर्ग में आता है। पूर्व अंतर्राष्ट्रीय अंपायर के हरिहरन, सुधीर आसनानी और अमीश साहेबा और बीसीसीआई अंपायरों की उप-समिति के सदस्यों द्वारा किए गए कार्यों के बाद गुरुवार को एपेक्स काउंसिल की बैठक में पूरी सूची पेश की गई।
ए प्लस और ए श्रेणी वाले अंपायरों को प्रथम श्रेणी मैच के लिए प्रतिदिन 40,000 रुपये का भुगतान किया जाएगा, जबकि बी और सी श्रेणी वाले अंपायरों को प्रति दिन 30,000 रुपये मिलेंगे। हालांकि सूची को अंपायरों के उन्नयन के रूप में प्रस्तुत किया गया था, बीसीसीआई के एक अधिकारी ने स्पष्ट किया कि बोर्ड ने ग्रुप्स बनाए हैं।अधिकारी ने कहा, यह ग्रेडिंग नहीं है। ए प्लस नई श्रेणी का समूह है। कोई कह सकता है, ए प्लस और ए में सर्वश्रेष्ठ भारतीय अंपायर होंगे। बी और सी श्रेणी के अंपायर भी अच्छे हैं।
जब रणजी ट्रॉफ़ी के साथ शुरू होने वाले शीर्ष घरेलू आयोजनों में ड्यूटीज़ सौंपने की बात आती है, तो समूहवार वरीयता दी जाएगी। 2021-2022 सीजऩ के प्रदर्शन की समीक्षा के बाद ग्रुपिंग की गई है।
कोविड -19 के ख़तरे को कम करने के साथ, बीसीसीआई ने दो साल बाद 2022-23 में पूर्ण घरेलू सत्र आयोजित करने का निर्णय लिया है। वह पुरुष और महिला क्रिकेट के विभिन्न आयु वर्गों में 1832 मैचों का आयोजन करने की योजना बना रहा है, जो एक अतिविशाल प्रयोग है।
आईपीएल में भारतीय अंपायरों के स्टैंडर्ड की अक्सर आलोचना की जाती है। केवल एक भारतीय, मेनन, वर्तमान में आईसीसी एलीट पैनल का हिस्सा हैं।
अधिक अंपायरों के सर्वोच्च लेवल पर पहुंचने के बारे में पूछे जाने पर बीसीसीआई अधिकारी ने कहा: हम एलीट पैनल पर बहुत अधिक ज़ोर देते हैं। एलीट पैनल में सिफऱ् इंग्लैंड के तीन अंपायर हैं, ऑस्ट्रेलिया के दो और बाकिय़ों के केवल एक हैं। ध्यान सभी स्तरों पर अंपायरिंग के स्टैंडर्ड में सुधार पर होना चाहिए।
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)भारत के 2022-23 घरेलू कैलेंडर में दलीप ट्रॉफ़ी, ईरानी कप की वापसी
मुम्बई । बीसीसीआई दलीप ट्रॉफ़ी को क्षेत्रीय प्रारूप में और ईरानी कप को 2022-23 के सीनियर पुरुष घरेलू कैलेंडर में वापस लाने जा रहा है, जो सितंबर की शुरुआत में शुरू होने वाला है। सबसे महत्वपूर्ण रूप से अंडर-16 टूर्नामेंट के अलावा बोर्ड ने कैलेंडर में कई महिला प्रतियोगिताओं को भी शामिल किया है।
रणजी ट्रॉफ़ी को दिसंबर और फऱवरी के बीच संभावित रूप से आयोजित कराने की योजना है, जो सैयद मुश्ताक़ अली टी20 (अक्तूबर-नवंबर) और विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी (नवंबर-दिसंबर) के बाद होने की संभावना है। यह चार एलीट और एक प्लेट पूल वाले अपने पुराने प्रारूप में वापस आ जाएगा, जिसमें एलीट टीम को कम से कम सात ग्रुप मैच मिलने की संभावना है।
अस्थायी कैलेंडर, जो ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो ने देखा है, गुरुवार को मुंबई में शीर्ष परिषद की बैठक में संचालन टीम को बीसीसीआई के महाप्रबंधक अभय कुरुविला द्वारा प्रस्तुत किया गया। अंतिम तारीखें जल्द ही जारी की जाएगी।
2006 में भारतीय महिला क्रिकेट संघ द्वारा महिलाओं के लिए अंडर -16 टूर्नामेंट का आखऱिी बार आयोजन कराया गया था, जिसे महिला अंडर-19 विश्व कप (टी20) को ध्यान में रखते हुए अब वापस लाया गया है। इस ग्लोबल टूर्नामेंट का उद्घाटन संस्करण अगले साल की शुरुआत में दक्षिण अफ्ऱीका में आयोजित किया जाना है।
भारत की उपकप्तान स्मृति मंधानाने कहा, अंडर-16 काफ़ी अहम टूर्नामेंट है। मुझे याद है जब मैं 10-11 साल की थी और अंडर-19 टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रही थी, तो मुझे बताया गया था कि मैं बहुत छोटी हूं।
आयु वर्ग की बहुत सारी लड़कियों ने क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया है और अब उनके लिए अंडर-16 में खेलने और फिर अंडर-19 टीम में शामिल होने का अवसर है। इस तरह उनके पास अंडर-19 विश्व कप के लिए ख़ुद को तैयार करने के लिए दो टूर्नामेंट हैं।
पांच साल के अंतराल के बाद सीनियर महिला खिलाडिय़ों के लिए क्षेत्रीय प्रतियोगिता (टी20 और वनडे पारूप) का फिर से शुरू करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। अंडर-23 के लिए भी टी20 और वनडे की प्रतियोगिताएं हैं, यह सुनिश्चित करने के लिए कि अंडर -19 टीम में जगह बनाने से चूकने वाले खिलाडिय़ों के पास एक और लेवल है।
स्मृति ने कहा, मुझे व्यक्तिगत रूप से क्षेत्रिय प्रतियोगिता में खेलने में मज़ा आया है, यह ज़बरदस्त ख़बर है। मेरे पास वेस्ट ज़ोन के लिए खेलने की बहुत अच्छी यादें हैं। इससे मुझे एक क्रिकेटर के रूप में सुधार करने में मदद मिली। हमारे पास अंडर-19 और सीनियर लेवल पर दोनों में ज़ोनल टूर्नामेंट थे, जहां पूरे घरेलू सत्र से गुजऱने के बाद सिफऱ् पांच टीमों ने क्रिकेट का स्तर ऊंचा किया। मुझे ख़ुशी है कि यह वापस आ रहा है।