November 22, 2024

सुधीर ने रचा इतिहास, पैरा पावर लिफ्टिंग में गोल्ड जीतने वाले बने पहले भारतीय

सुधीर ने रचा इतिहास, पैरा पावर लिफ्टिंग में गोल्ड जीतने वाले बने पहले भारतीय
नई दिल्ली । भारत के सुधीर ने राष्ट्रमंडल खेलों की पैरा पावर लिफ्टिंग स्पर्धा के पुरुष हैवीवेट फाइनल में रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन के साथ स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा। सुधीर राष्ट्रमंडल खेलों की पैरा पावर लिफ्टिंग स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी है। उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में 212 किग्रा वजन उठाकर रिकॉर्ड 134.5 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता। सुधीर हालांकि अपने अंतिम प्रयास में 217 किग्रा वजन उठाने में नाकाम रहे।
नाइजीरिया के इकेचुकवु क्रिस्टियन उबिचुकवु ने 133.6 अंक के साथ रजत जबकि स्कॉटलैंड के मिकी यूले ने 130.9 अंक के साथ कांस्य पदक जीता। क्रिस्टियन ने 197 किग्रा जबकि यूले ने 192 किग्रा वजन उठाया। इससे पहले मनप्रीत कौर और सकीना खातून महिला लाइटवेट फाइनल में क्रमश: चौथे और पांचवें स्थान पर रहते हुए पदक से चूक गईं जबकि पुरुष लाइटवेट फाइनल में परमजीत कुमार तीनों प्रयासों में विफल रहने के बाद अंतिम स्थान पर रहे।
मनप्रीत ने अपने पहले प्रयास में 87 और दूसरे प्रयास में 88 किग्रा वजन उठाया लेकिन तीसरे प्रयास में 90 किग्रा वजन उठाने में नाकाम रहीं। मनप्रीत को 89.6 अंक मिले।
दूसरी तरफ सकीना पहले प्रयास में 90 किग्रा वजन उठाने में नाकाम रहीं लेकिन दूसरे प्रयास में उन्होंने इस वजन को उठा लिया। उनका 93 किग्रा का तीसरा प्रयास नाकाम रहा। उन्हें 87.5 अंक मिले।
इंग्लैंड की जो न्यूसन ने 101 किग्रा के सर्वश्रेष्ठ प्रयास से 102.2 अंक जुटाकर स्वर्ण पदक जीता। उनकी हमवतन ओलीविया ब्रूम ने 111 किग्रा के सर्वश्रेष्ठ प्रयास से 100 अंक जुटाकर रजत पदक जीता।
कीनिया की हेलेन वाविरा कारियुकी ने 97 किग्रा के सर्वश्रेष्ठ प्रयास से 98.5 अंक के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया।
पुरुष लाइटवेट फाइनल में परमजीत तीन में से अपने किसी भी प्रयास में 165 किग्रा वजन नहीं उठा पाए और प्रतियोगिता से बाहर हो गए। मलेशिया के बोनी बुनयाउ गस्टिन ने अपने तीसरे प्रयास में 220 किग्रा वजन उठाकर राष्ट्रमंडल खेलों के रिकॉर्ड 154.6 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता। इंग्लैंड के मार्क स्वान ने 145.5 अंक के साथ रजत जबकि नाइजीरिया के इनोसेंट नामदी ने 132.5 अंक के साथ कांस्य पदक जीता। स्वान और नामदी ने क्रमश: 202 किग्रा और 190 किग्रा का सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया।
पावरलिफ्टिंग में भार उठाने पर शरीर के वजन और तकनीक के अनुसार अंक मिलते हैं। समान वजन उठाने पर शारीरिक रूप से कम वजन वाले खिलाड़ी को दूसरे की तुलना में अधिक अंक मिलेंगे।
००००)भारतीय पुरुष हॉकी टीम 5वीं बार सेमीफाइनल में, वेल्स को 4-1 से हराया- गोल्ड जीतने की बढ़ी उम्मीद
नई दिल्ली ।  कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय शानदार प्रदर्शन कर आगे बढ़ रहे हैं। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने पूल बी के आखिरी मुकाबले में वेल्स को 4-1 से हराया। जानकारी के अनुसार भारत की तरफ से हरमनप्रीत सिंह ने हैट्रिक गोल दागा। इसके साथ ही भारतीय टीम लगातार चौथी बार कॉमनवेल्थ गेम्स के सेमीफाइनल में पहुंची है। जानकारी के अनुसार पुरुष हॉकी टीम ने कॉमनवेल्थ गेम्स इतिहास में कभी गोल्ड नहीं जीता है। इस बार मनप्रीत सिंह की अगुवाई में टीम इंडिया के पास गोल्ड जीतने का सुनहरा मौका है।
टीम इंडिया पांचवीं बार कॉमनवेल्थ गेम्स के सेमीफाइनल में पहुंची है। इससे पहले टीम 1998, 2010, 2014 और 2018 राष्ट्रमंडल खेलों के सेमीफाइनल में पहुंची थी। 2010 और 2014 में भारतीय टीम फाइनल तक पहुंची थी। वेल्स के खिलाफ भारत के लिए उपकप्तान हरमनप्रीत सिंह ने सबसे ज्यादा तीन गोल दागे। उन्होंने बर्मिंघम में दूसरी बार गोल की हैट्रिक लगाई। इससे पहले घाना के खिलाफ पहले ग्रुप मैच में भी हरमनप्रीत ने तीन गोल दागे थे। हरमन ने दो गोल पेनल्टी कॉर्नर पर ड्रैग फ्लिक से और एक गोल पेनल्टी स्ट्रोक पर किया। वहीं, एक गोल गुरजंत सिंह ने किया। वेल्स के लिए एकमात्र गोल गैरेथ फरलोंग ने ड्रैग फ्लिक से किया।

अमित पंघल सेमीफाइनल में, बॉक्सिंग में भारत के चार पदक पक्के
नई दिल्ली । भारतीय बॉक्सर अमित पंघल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए खुद की जगह सेमीफाइनल में बना ली है। इसके साथ ही पंघल का कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए और एक और पदक जीतना लगभग पक्का है। इससे पहले वर्ल्ड चैंपियन निकहत जरीन, नीतू गंघास और हुसामुद्दीन मोहम्मद ने सेमीफाइनल में पहुंचकर भारत के पदक पक्के किए। निकहत ने महिलाओं के 50 किलो वर्ग में वेल्स की हेलन जोंस को अंकों के आधार पर 5-0 से हराया। तीनों दौर में निकहत का पलड़ा भारी रहा और उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वी को आक्रामक होने का कोई मौका ही नहीं दिया।
दो बार की युवा गोल्ड मेडल विजेता नीतू (21 वर्ष) को 48 किलो चर्टरफाइनल के तीसरे और अंतिम राउंड में उत्तरी आयरलैंड की प्रतिंद्वद्वी निकोल क्लाइड के स्वेच्छा से रिटायर होने (एबीडी) के बाद विजेता घोषित किया गया जिससे देश का बर्मिंघम में पहला मुक्केबाजी पदक सुनिश्चित हुआ।
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)राष्ट्रमंडल खेल : तेजस्विन शंकर ने ऊंची कूद में कांस्य पदक जीता
बर्मिंघम ,।  राष्ट्रमंडल खेल 2022 में भारत के तेजस्विन शंकर ने पुरुषों की ऊंची कूद स्पर्धा में ऐतिहासिक कांस्य पदक जीता।
बुधवार को एक्सेलेंडर स्टेडियम में शंकर के 2.22 मीटर के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों में ऊंची कूद स्पर्धा में भारत को पहला पदक दिलाया।
बहामास के पूर्व विश्व और राष्ट्रमंडल खेल चैंपियन डोनाल्ड थॉमस ने शंकर के साथ में 2.22 मीटर ऊंची कूद लगायी, लेकिन भारतीय ने कांस्य अर्जित किया क्योंकि उन्होंने अपने सभी कूद में 2.10 मीटर, 2.15 मीटर, 2.19 मीटर और 2.22 मीटर को पहले ही प्रयास में इस बाधा को पार कर लिया।
शंकर ने कांस्य पदक जीतने के बाद कहा, मेरे पास कॉलेज सत्र का भी अनुभव था और मैंने जनवरी में कूदना शुरू कर दिया था लेकिन यहां कांस्य प्राप्त करना एक सपना साकार होने जैसा है और मैं अपने साथ घर कुछ लेकर जा रहा हूँ और खुश हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुरुषों की ऊंची कूद स्पर्धा में भारत का पहला एथलेटिक्स पदक जीतने के लिए शंकर को बधाई दी। श्री मोदी ने ट्वीट किया, तेजस्विन शंकर ने इतिहास रचा है, उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों में पहला ऊंची कूद पदक जीता। उन्हें कांस्य पदक जीतने पर बधाई। उनके प्रयासों पर गर्व है। उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं। वह सफलता प्राप्त करते रहें।
इस स्पर्धा में विश्व इनडोर चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता न्यूजीलैंड के हामिश केर ने 2.25 मीटर की ऊंची छलांग लगाकर स्वर्ण पदक जीता, जबकि ऑस्ट्रेलिया के ब्रैंडन स्टार्क ने रजत पदक जीता।
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(बर्मिंघम)घोषाल ने जीता ऐतिहासिक स्चश पदक
बर्मिंघम ।  भारत के स्चश खिलाड़ी सौरव घोषाल ने बर्मिंघम 2022 में इंग्लैंड के जेम्स विलस्ट्रोप को हराकर भारत को राष्ट्रमंडल खेलों का पहला एकल स्चश पदक दिलाया।
घोषाल ने कांस्य पदक मैच में विलस्ट्रोप को 11-6, 11-1, 11-4 से मात दी।
इससे पहले घोषाल का सामना सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के पॉल कोल से हुआ था जहां उन्हें हार मिली थी।
यह बर्मिंघम 2022 में भारत का पहला स्चश पदक भी है। भारत अब तक इस आयोजन में पांच स्वर्ण, पांच रजत और पांच कांस्य सहित 15 पदक जीत चुका है।