November 22, 2024

27 अगस्त से खेला जाएगा एशिया कप

मिश्रित बैडमिंटन प्रतियोगिता में भारत को मिला रजत
बर्मिंघम, । भारतीय मिश्रित बैडमिंटन टीम ने राष्ट्रमंडल खेल 2022 के फाइनल में मलेशिया से हारने के बाद रजत पदक से संतोष किया। मलेशिया ने मंगलवार को खेले गये स्वर्ण पदक मैच में भारत को 3-1 से मात दी। फाइनल में भारत की शुरुआत अच्छी नहीं हुई। सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी को पहले मैच में टेंग फोंग और वूई सोह के हाथों 18-21, 15-21 से हार मिली। पहले गेम में भारतीय जोड़ी 18-15 से आगे चल रही थी मगर मलेशियाई जोड़ी ने लगातार छह पॉइंट जडक़र मैच में 1-0 की बढ़त ली और फिर सीधे गेमों में भारत को हराया।
इसके बाद महिला एकल मैच में पुसरला वेंकट सिंधु का सामना गोह जिन वेई से हुआ जहां सिंधु ने 22-20, 21-17 से जीत दर्ज की। मलेशियाई खिलाड़ी ने पहले गेम के शुरुआती हिस्से में पिछडऩे के बाद सिंधु को कड़ी टक्कर दी, लेकिन दो बार की ओलंपिक पदक विजेता ने संयम बरतते हुए टाई को 1-1 की बराबरी पर पहुंचाया। पुरुष एकल मैच में किदांबी श्रीकांत की करीबी मैच में हार के बाद भारत 1-2 से पिछड़ गया। किदांबी ने एनजी ट्ज़ो योंग को कड़ी टक्कर दी, लेकिन पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा ले रहे योंग ने तीन गेमों के मैच में किदांबी को 21-19, 6-21, 21-16 से मात दी।
अब त्रिशा जॉली और गायत्री गोपीचंद को महिला युगल मैच में कूंग ली परली और मुरलीधरन थिनाह का सामना करना था, और टाई में बरकरार रहने के लिये भारत को यह मैच जीतना जरूरी थी। दुर्भाग्यवश, जॉली और गोपीचंद की जोड़ी ऐसा न कर सकी और सीधे गेमों में उन्हें 21-18, 21-17 से हार मिली। सिंगापुर ने 3-1 की जीत के साथ बर्मिंघम 2022 की मिश्रित बैडमिंटन प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक हासिल किया। गोल्डकोस्ट राष्ट्रमंडल खेल 2018 में मलेशिया को भारत से हारकर रजत से संतोष करना पड़ा था, लेकिन बर्मिंघम 2022 में उन्होंने अंतत: भारत पर जीत दर्ज की। दूसरी ओर, भारत अब तक राष्ट्रमंडल खेल 2022 में पांच स्वर्ण, पांच रजत और तीन कांस्य 13 पदक जीत चुका है।
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27 अगस्त से खेला जाएगा एशिया कप
कोलंबो,। एशिया में क्रिकेट का सबसे बड़ा आयोजन एशिया कप 27 अगस्त से खेला जाएगा। एशियाई क्रिकेट काउंसिल ने यह जानकारी दी। एसीसी के अध्यक्ष जय शाह ने ट्वीट किया, इंतजार आखिरकार खत्म हुआ। एशियाई वर्चस्व की लड़ाई 27 अगस्त को शुरू हो रही है और 11 सितंबर को फाइनल खेला जाएगा। एशिया कप का 15वां संस्करण आईसीसी टी20 विश्व कप से पहले आदर्श तैयारी का काम करेगा। संयुक्त अरब अमीरात में होने वाले एशिया कप 2022 की शुरुआत 27 अगस्त को श्रीलंका अफगानिस्तान के बीच होने वाले मुकाबले से होगी। भारत इस आयोजन में अपने अभियान की शुरुआत 28 अगस्त को पाकिस्तान के खिलाफ करेगा। एशिया कप का फाइनल 11 सितंबर को दुबई में आयोजित होगा।
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(ऑकलैण्ड)पूर्व न्यूज़ीलैंड गेंदबाज़ डेविस ने समलैंगिक होने का खुलासा किया
आकलैंड,। पूर्व न्यूज़ीलैंड तेज़ गेंदबाज़ हीथ डेविस ने पहली बार सार्वजानिक रूप से समलैंगिक होने का खुलासा किया है। वह ऐसा करने वाले अपनी देश के पहले अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले पुरुष खिलाड़ी बन गए हैं। द स्पिनऑफ़ के लिए एक डॉक्युमेंट्री में डेविस ने कहा, (1994 में) इंग्लैंड का पहला दौरा वह वक़्त था जब मैं आत्म खोज में व्यस्त था। मैं बार में जाता था और देखने की कोशिश करता था कि मेरे लिए क्या सही होगा। मैंने यह वहीं छोड़ दिया था। मैं अपने व्यक्तिगत जीवन को अलग रखना चाहता था। इससे काफ़ी अकेलापन होता था। आप पहचाने ना जाने के लिए सौना और अन्य एकांत के जगह ढूंढते थे। मेरे पास ऐसे लोग थे जिनसे मैं बात कर सकता था लेकिन मैंने कभी सहज महसूस नहीं किया। डेविस अपने खेल जीवन में न्यूज़ीलैंड के सबसे तेज़ गति के गेंदबाज़ माने जाते थे हालांकि गेंद के नियंत्रण को लेकर उन्हें काफ़ी संघर्ष करना पड़ता था। उन्होंने 1994 और 1997 के बीच कुल पांच टेस्ट और 11 वनडे अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले थे। 1997 में ऑस्ट्रेलिया के दौरे के बाद जब उन्हें ड्रॉप कर दिया गया तो उन्होंने वेलिंग्टन से ऑकलैंड में बसने का फ़ैसला लिया। उन्होंने इस बारे में कहा, ऐसा लगा इस फ़ैसले के लिए सारे आसार सही थे। ऑकलैंड में सबको मेरे समलैंगिक होने का पता था। टीम में भी इस बात पर कोई दिक़्क़त नहीं आई। मुझे आज़ाद होने का अनुभव मिला।
डेविस इसके बाद 2004 में ब्रिस्बेन में जाकर बस गए थे। 2009 में एक फ़ॉर्कलिफ़्ट के दुर्घटना में उनके होने के बाद उनके पैर के एक हिस्से को काटना पड़ा था। डेविस ने टेस्ट क्रिकेट में 17 विकेट लिए, जिसमें श्रीलंका के विरुद्ध 63 रन देकर पांच विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ स्पेल था, और वनडे क्रिकेट में उनके 11 विकेट हैं। 2011 में पूर्व इंग्लैंड विकेटकीपर स्टीवन डेवीस पहले पुरुष अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर बने जिन्होंने समलैंगिक होने की बात सार्वजानिक की थी

वनडे क्रिकेट को प्रासंगिक बनाए रखना एक बड़ी चुनौती: मैकग्रा
चेन्नई, । पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज़ गेंदबाज़ ग्लेन मैकग्रा व्यक्तिगत तौर पर अभी भी 50-ओवर क्रिकेट से प्यार करते हैं, लेकिन उनका मानना है कि क्रिकेट के अधिकारियों के सामने वनडे क्रिकेट को प्रासंगिक रखने की बड़ी चुनौती है। एमआरएफ़ पेस फ़ाउंडेशन के क्रिकेट निदेशक मैकग्रा का यह भी कहना है कि क्रिकेटर की असली परीक्षा टेस्ट क्रिकेट में ही होती है। मैकग्रा ने पत्रकारों से कहा, मैं परंपरा में विश्वास रखने वाला व्यक्ति हूं और मुझे टेस्ट क्रिकेट और वनडे क्रिकेट से प्यार रहा है। टेस्ट क्रिकेट मेरे लिए सर्वोपरि है। मैं उम्मीद करता हूं हम इसका सम्मान करेंगे। जहां तक वनडे क्रिकेट का सवाल है, यह तब तक रोमांचक रहता है जब तक लोग रन बनाते हैं। वनडे का भविष्य कैसा होगा यह देखने की बात है। इसे रोमांचक रखना एक चुनौतीपूर्ण बात है। मैकग्रा का मानना है कि अगर किसी एक प्रारूप का चुनाव करना हो तो युवा क्रिकेटर वनडे क्रिकेट के आगे टी20 क्रिकेट खेलना चाहेंगे। उन्होंने कहा, अगर आप देखें तो कुछ समय से कई देश वनडे और टी20 में अलग टीमें रखने लगी हैं। टी20 क्रिकेट में पैसा भी अधिक है। भविष्य में युवा खिलाड़ी ज़रूर टी20 क्रिकेट ही खेलना पसंद करेंगे। एमआरएफ़ पेस अकादमी के साथ मैकग्रा का संबंध जल्दी ही एक दशक पूरा कर लेगा और उन्होंने इस अवधि पर संतोष जताते हुए प्रसिद्ध कृष्णा और आवेश ख़ान जैसे खिलाडिय़ों की सफलता पर टिप्पणी दी। उन्होंने कहा, 10 साल एक लंबा समय है, हालांकि पिछले दो साल भुलाने लायक थे। हमारा लक्ष्य था डेनिस (लिली) के काम को जारी रखना। वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ तेज़ गेंदबाज़ी कोच हैं। हमें आने वाली पीढ़ी को इस मामले में आत्मनिर्भर बनाना है।
आगे उन्होंने कहा, हाल ही में आईपीएल में 29 ऐसे गेंदबाज़ थे जो यहां अभ्यास करते हैं या कर चुके हैं। यह हमारे लिए गर्व की बात है। प्रसिद्ध और आवेश सीमित ओवर क्रिकेट में भारत के लिए खेल रहे हैं और यह एक अच्छा अनुभव है।
मैकग्रा के हिसाब से रोहित शर्मा का इंग्लैंड और फिर वेस्टइंडीज़ में प्रभावशाली बल्लेबाज़ी करना भारत के लिए ख़ुशख़बरी है। उन्होंने कहा, वह एक क्लास प्लेयर हैं। आप चाहेंगे ऐसे खिलाड़ी अच्छे फ़ॉर्म में खेलें। शुभमन गिल ने भी वेस्टइंडीज़ में अच्छी पारी खेली। वेस्टइंडीज़ में बल्लेबाज़ों ने अपना काम किया।
मैकग्रा ने हार्दिक पांड्या के बारे में कहा, वह अकेले दो खिलाडिय़ों के बराबर हैं। वह एक चतुर गेंदबाज़ हैं और ज़बरदस्त हिटर भी हैं। उनकी गेम प्लान हमेशा अच्छा होता है।
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(बासेटेरे)रोहित ने हमें मनमाफिक खेल खेलने की आजादी दी: हार्दिक पंड्या
बासेटेरे , । स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने कप्तान रोहित शर्मा की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने खिलाडिय़ों को उस तरह का खेल खेलने की आजादी भी जिसमें वह सहज महसूस करते हैं। हार्दिक ने कहा कि इस तरह के रवैये से खिलाडिय़ों को असफलताओं के बावजूद अधिक जिम्मेदारियां मिलेंगी।
हार्दिक ने तीसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में वेस्टइंडीज पर सात विकेट से जीत के बाद संवाददाताओं से कहा, जहां तक रवैये की बात है तो बहुत अधिक श्रेय रोहित और कोच (राहुल द्रविड़) को जाता है। कल हम इस पर बात कर रहे थे कि इस विकेट पर कैसा खेल खेलना चाहिए क्योंकि विकेट धीमा है। क्या आप अपनी शैली को बरकरार रखना चाहेंगे। मेरे कहने का मतलब है कि बहुत अधिक श्रेय उन्हें जाता है।
उन्होंने कहा, परिणाम को भूल जाइए हम कुछ नया करने की कोशिश कर रहे हैं। हम गलतियां करेंगे और उनसे सीख लेंगे।
हार्दिक ने सूर्यकुमार यादव की भी जमकर प्रशंसा की जिन्होंने 44 गेंदों पर 76 रन की तूफानी पारी खेली और भारत को 2-1 से बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
उन्होंने कहा, सूर्या असाधारण खिलाड़ी है। जब वह खेलना शुरू करता है और जिन शॉट को वह खेलता है वह हैरान करने वाले होते हैं। आज उसने शानदार पारी खेली और यह आसान काम नहीं था। पूरा श्रेय उसे जाता है। उसने कड़ी मेहनत की थी।
हार्दिक ने भारतीय मध्यक्रम की भी प्रशंसा की जिसमें ऋषभ पंत, दीपक हुड्डा, रविंद्र जडेजा जैसे खिलाड़ी शामिल हैं।
उन्होंने कहा, इससे काफी आत्मविश्वास बढ़ता है। यहां तक यदि तीन विकेट 10 रन पर निकल जाएं तब भी विरोधी टीम समझती है कि यह टीम मध्यक्रम के बल्लेबाजों की मदद से 190 रन का स्कोर बना सकती है।
अब जबकि आस्ट्रेलिया में होने वाला टी20 विश्व कप करीब है तब हार्दिक ने संकेत दिए कि वह टीम में तीसरे तेज गेंदबाज की भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।
हार्दिक ने कहा, मैंने हमेशा गेंदबाजी का पूरा लुत्फ उठाया है। मैं पहले भी कई बार कह चुका हूं कि मुझे गेंदबाजी में वापसी करने के लिए कुछ समय चाहिए। जब मैं गेंदबाजी करता हूं इससे टीम को संतुलन और कप्तान को आत्मविश्वास मिलता है।
उन्होंने कहा, इस बीच मेरा ‘फिलर’ के तौर पर उपयोग किया गया लेकिन अब मैं कह सकता हूं कि मैं टीम के तीसरे या चौथे तेज गेंदबाज के रूप में पूरे चार ओवर कर सकता हूं।
हार्दिक ने कहा, जिंदगी ने मुझे जो कुछ दिया है मैं उसके लिए आभारी हूं। अगर आप ईमानदारी से कड़ी मेहनत करते हो तो जिंदगी के उतार-चढ़ाव के बावजूद