दिल्ली सचिवालय के अफसर ने की किशोरी से अश्लील हरकत, पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज
अल्मोड़ा । दिल्ली सचिवालय में तैनात संयुक्त सचिव (एडीएम) पर दिल्ली निवासी एक नाबालिग से अल्मोड़ा में छेड़छाड़ का आरोप लगा है। पीड़िता की तहरीर पर राजस्व पुलिस ने आरोपी एडीएम के खिलाफ पॉक्सो एक्ट, छेड़छाड़ और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। मेडिकल परीक्षण और कोर्ट में बयान के बाद पीड़िता को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।
आरोपी अफसर, उसकी पत्नी और एक अन्य महिला पूर्व में अल्मोड़ा के तत्कालीन सिविल जज को निलंबित कराने के मामले को लेकर भी चर्चा में आए थे। हालांकि विजिलेंस जांच में जज के खिलाफ इनकी शिकायत झूठी निकली थी। पीड़िता ने अल्मोड़ा के राजस्व पुलिस में दी तहरीर में बताया कि दिल्ली में एडीएम पद पर तैनात एवी प्रेमनाथ की पत्नी मजखाली स्थित डांडाकांडा गांव में प्लीजेंट वैली फाउंडेशन नाम से एक स्कूल भी चलाते हैं।
पीड़िता के मुताबिक, इसी साल मार्च में वह डांडाकांडा गांव आई थी। आरोप लगाया कि एडीएम एवी प्रेमनाथ ने तब उसके साथ छेड़छाड़ की थी। आरोप है कि वह पहले से ही पीड़िता पर गलत नजर रखता था। आरोप ये भी लगाया कि एवी प्रेमनाथ किशोरी को व्हाट्सऐप और टैक्स्ट मैसेज भी भेजते थे। जून में पीड़ित पक्ष ने राजस्व पुलिस को तहरीर सौंपी, लेकिन तब मुकदमा दर्ज नहीं हो पाया था।
मां को झूठे मामले में जेल भिजवाने का आरोप
पीड़िता ने तहरीर में ही कहा है कि एक झूठे मामले में प्रेमनाथ पक्ष ने उसकी मां को पूर्व में जेल भी भिजवाया था। उसके बाद आरोपी उसकी मां को जेल से छुड़वाने के नाम पर उस पर तरह-तरह के दबाव डाल रहा था। पीड़िता के अनुसार उसे धमकी दी जाती थी कि यदि उसे मां को जेल से बाहर देखना है, तो जैसा उससे कहा जाय, वैसा ही करे।
अल्मोड़ा एडीएम के पास पहुंचा मामला
पटवारी से शिकायत करने के बाद मामले में कोई कार्रवाई नहीं होने पर पीड़िता और उसकी मां सोमवार को अल्मोड़ा के एडीएम से मिले। जहां पीड़िता ने पूरी कहानी बयां की। मामले की गंभीरता को देखते हुए एडीएम अल्मोड़ा ने राजस्व पुलिस को कार्रवाई के निर्देश जारी किए। पुलिस ने दिल्ली सचिवालय के आरोपी एवी प्रेमनाथ के खिलाफ आईपीसी की धारा 345, 7/8 पॉक्सो और आईटी एक्ट में मामला दर्ज किया है।
किशोरी की तहरीर पर दिल्ली निवासी एवी प्रेमनाथ के खिलाफ पॉक्सो समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर की जा रही है। आरोपी डांडाकांडा स्थित प्लीजेंट वैली के फाउंडर बताए जा रहे हैं, वह दिल्ली में सिविल सर्वेंट हैं।
कुलदीप पांडे, तहसीलदार, अल्मोड़ा
सिविल जज के खिलाफ षडयंत्र रचने का भी है एडीएम पर आरोप
दिल्ली सचिवालय के अधिकारी एवी प्रेमनाथ, उनकी पत्नी और एक अन्य महिला पर पूर्व में अल्मोड़ा के तत्कालीन सिविल जज (सीनियर डिविजन) के खिलाफ हाईकोर्ट में झूठी शिकायत करने और साजिश रचने का मामला भी सामने आ चुका है। तब इन लोगों की शिकायत पर सिविल जज को निलंबित कर दिया गया था।
उसके बाद इस मामले की जांच विजिलेंस हल्द्वानी ने की। विजिलेंस जांच में सामने आया था कि एवी प्रेमनाथ, उनकी पत्नी और एक अन्य महिला ने सिविल जज के खिलाफ झूठी शिकायत की थी। तब विजिलेंस हल्द्वानी ने एवी प्रेमनाथ सहित तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इसी साल फरवरी में इस मामले में विजिलेंस ने एक महिला को हल्द्वानी से गिरफ्तार भी किया था।
पीड़िता की मां ने बताया खतरा, सुरक्षा मांगी
पीड़ित नाबालिग की मां ने इस मामले को लेकर स्वयं एवं अपनी पुत्री को जान माल का खतरा बताया है। उन्होंने पुलिस से सुरक्षा की गुहार भी लगाई है। पीड़िता को यहां जिला महिला अस्पताल मेडिकल परीक्षण के लिए पहुंची महिला ने कहा कि दिल्ली में तैनात उक्त अधिकारी ने मेरे घर में पहुंचकर मुझे धमकाया है।
पटवारी क्षेत्र में मामले की 17 जून को शिकायत दर्ज करने पहुंची तो पता चला कि यहां कोई थाना नहीं है और यहां पटवारी ही सारा काम देखते हैं। दिल्ली लौटने के बाद आरोपी अधिकारी ने अश्लील मैसेज भेजे, लेकिन दिल्ली पुलिस ने भी मामले में कार्रवाई के नाम पर तहरीर ले ली, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। दिल्ली से आकर उन्होंने अल्मोड़ा के एडीएम से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की, तो मुकदमा दर्ज किया गया है।