हार्दिक की कप्तानी में तीसरी टी20 सीरीज खेलेगा भारत
रांची । एकदिवसीय सीरीज में मेहमान टीम को क्लीन स्वीप करने के बाद भारत तीन मैचों की टी20 शृंखला में न्यूजीलैंड का सामना करेगा जिसकी शुरुआत झारखंड क्रिकेट संघ अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम पर होगी।
भारत ने इस साल दोनों एकदिवसीय शृंखलाओं में प्रभावशाली जीत दर्ज की है, लेकिन श्रीलंका के खिलाफ खेली गयी टी20 सीरीज जीतने के लिये उसे कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा था। इसका मुख्य कारण यह है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) हार्दिक पांड्या की कप्तानी में एक ‘नये दृष्टिकोण’ के साथ युवा टीम खड़ी करना चाहता है।
श्रीलंका के विरुद्ध जो टीम उतरी उसमें सूर्यकुमार यादव और राहुल त्रिपाठी के अलावा सभी खिलाड़ी 30 वर्ष से कम आयु के थे। कोच राहुल द्रविड़ ने भले ही रोहित शर्मा और विराट कोहली के टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर की समाप्ति को नकारा है, लेकिन फिलहाल टीम वरिष्ठ खिलाडिय़ों की मौजूदगी के बिना ही खेल के सबसे छोटे प्रारूप की चुनौतियों का सामना कर रही है।
पांड्या लगातार तीसरी टी20 सीरीज में युवा पल्टन को लेकर मैदान पर उतरेंगे। टी20 विश्व कप 2022 के फौरन बाद भी भारतीय टीम पांड्या की कप्तानी में टी20 सीरीज खेलने न्यूजीलैंड गयी थी जहां मेहमान टीम ने 1-0 से बाजी मारी थी। भारत की उस जीत में सबसे बड़ा योगदान वर्तमान टी20 उपकप्तान सूर्यकुमार यादव ने शतक जडक़र दिया था। साल 2022 के सर्वश्रेष्ठ टी20 क्रिकेटर यहां भी अपने प्रदर्शन को जारी रखना चाहेंगे।
सूर्यकुमार से पहले टीम प्रबंधन को सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल और ईशान किशन से भी उम्मीद होगी। गिल और किशन एकदिवसीय क्रिकेट में दोहरे शतक जड़ चुके हैं लेकिन टी20 प्रारूप में वह भारत को अपेक्षित तेज शुरुआत नहीं दे सके हैं। टी20 अंतरराष्ट्रीय में दोनों का ही स्ट्राइक रेट 130 से कम है और न्यूजीलैंड के खिलाफ वे इसे बेहतर करना चाहेंगे।
गिल और किशन के अलावा इस सीरीज में पृथ्वी शॉ भारत के तीसरे ओपनिंग विकल्प हैं। शॉ अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से भले ही एकादश में जगह बनाने के मजबूत दावेदार हैं, लेकिन कप्तान पांड्या के अनुसार उन्हें फिलहाल अपनी बारी के लिये इंतजार करना होगा।
दीपक हुड्डा और वाशिंगटन सुंदर संभवत: एकादश में नंबर छह और सात पर अपनी जगह सुरक्षित रखेंगे, हालांकि आठवें नंबर के लिये कुलदीप यादव और युज़वेंद्र चहल के बीच जंग हो सकती है। अर्शदीप सिंह खेल के सबसे छोटे प्रारूप में भारत के अग्रणी गेंदबाज बनते जा रहे हैं। शिवम मावी और उमरान मलिक के पास उनके साथ मिलकर टीम में अपनी जगह पक्की करने का मौका होगा।
रांची का मैदान पहले गेंदबाजी करने वाली टीम की मदद करता है। यहां आयोजित 25 टी20 मैचों में से 16 पहले गेंदबाजी करने वाली टीम ने जीते हैं। ओस को ध्यान में रखते हुए कप्तान पांड्या टॉस जीतने पर बेझिझक गेंदबाजी चुन सकते हैं, हालांकि वह अपनी टीम को ‘चुनौतीपूर्ण’ स्थिति में डालने वाली योजना पर चले तो पहले बल्लेबाजी भी कर सकते हैं।
भारत ने इस मैदान पर अपने तीनों टी20 मुकाबले जीते हैं और वह चौथी बार भी विजय हासिल करना चाहेगा।
दूसरी ओर, भारत दौरे पर अपनी पहली जीत तलाश रहे न्यूजीलैंड एकदिवसीय सीरीज को जल्द से जल्द भुलाकर आगे बढऩा चाहेगा। केन विलियम्सन और टिम साउदी की अनुपस्थिति में मिचेल सैंटनर न्यूजीलैंड की कमान संभालेंगे। न्यूजीलैंड ने सैंटनर की कप्तानी में 10 में से आठ मुकाबले जीते हैं, हालांकि इनमें से सात विजय आयरलैंड, स्कॉटलैंड और नीदरलैंड के खिलाफ आयी हैं। साल 2022 में गेंद और बल्ले दोनों के साथ कमाल कर चुके कप्तान सैंटनर के पास एक मजबूत टीम के खिलाफ अपने कप्तानी रिकॉर्ड को बरकरार रखने का मौका होगा।
रुतुराज चोट का कारण न्यूजीलैंड टी20 से बाहर
मुबंई 27 जनवरी,। सलामी बल्लेबाज रुतुराज गायकवाड़ को कलाई की चोट के कारण न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरू हो रही तीन मैचों की टी-20 शृखंला के लिये भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया है।
क्रिकेबज ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सूत्रों के हवाले से बताया कि रुतुराज की चोट की गंभीरता को परखने के लिये बेंगलुरु स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में जाँच की गयी जिसके बाद उन्हें आगामी टी20 सीरीज के लिये अनफिट करार दिया गया। गायकवाड़ आखिरी बार हैदराबाद के खिलाफ महाराष्ट्र के लिये रणजी ट्रॉफी मुकाबला खेले थे जहां उन्होंने पहली पारी में आठ रन और दूसरी में शून्य रन बनाये थे। उन्होंने बाद में बीसीसीआई को अपनी कलाई की स्थिति के बारे में बताया। यह दूसरी बार है जब गायकवाड़ को कलाई में परेशानी हुई है। वह पिछले साल श्रीलंका के खिलाफ इसी तरह की चोट के कारण टी-20 सीरीज नहीं खेल पाये थे। पिछले साल कोविड टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद वह वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज से भी बाहर रहे थे।
गायकवाड़ के अनफिट होने से पृथ्वी शॉ की भारतीय टीम में वापसी की संभावना बढ़ गयी है। इस बीच, बीसीसीआई बॉर्डर-गावस्कर शृंखला के लिये एक फरवरी को रवींद्र जडेजा के भविष्य पर फैसला करेगा। घुटने की चोट से उबरने के बाद चेन्नई में रणजी ट्रॉफी में सौराष्ट्र का नेतृत्व कर रहे जडेजा का भविष्य तमिलनाडु के खिलाफ प्रदर्शन पर निर्भर करेगा।