गढ़ी कैंट के बीरपुर में 115 साल पुराना पुल टूटा, बाइक सवार दो लोगों की मौत
देहरादून ( आखरीआंख समाचार ) गढ़ी कैंट के बीरपुर में 115 साल पुल ढहने से बड़ा हादसा हो गया। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए।घायलों को उपचार के लिए सिनर्जी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
शुक्रवार सुबह इस पुल से रेत से भरा डंपर गुजर रहा था। इसी दौरान पुल टूट गया। गंभीर घायलों को एसडीआरएफ की टीम द्वारा सिनर्जी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। जिस समय यह हादसा हुआ उस वक्त पुल पर एक डम्फर के पीछे दो बाइक होने की बात कही जा रही है। अभी तक दो शवों को बाहर निकाला गया है। इंस्पेक्टर कैंट कोतवाली अरुण सैनी ने बताया कि हादसे में दो लोगों की मौत हुई है और तीन लोग घायल हैं। मृतकों के नाम धन बहादुर थापा पुत्र आरएस थापा निवासी बानगंगा बीरपुर, प्रेम थापा पुत्र तारा थापा निवासी डाकरा गढ़ी कैंट बताए जा रहे हैं। घायलों के नाम शाहरुख पुत्र सगीर ढकरानी विकासनगर, जुल्फान पुत्र मंजूर हसन ढकरानी विकासनगर, एक की पहचान नहीं हो पाई है। सूचना पर रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले सीएम ने इस पुल की जगह नए पुल का शिलान्यास किया था। दो दिन में नए पुल का काम शुरू होने वाला था। बीरपुर में लोहे का पुल अचानक नहीं गिर गया है। यह सालों से जर्जर हो चुका था और इसके लोहे को जंग खा गया था। बीरपुर में रहने वाले 85 साल के मक्खन सिंह पिछले छह साल से लगातार इस पुल को बंद करने और इसकी जगह नया पुल बनाने की मांग कर रहे थे। मक्खन सिंह स्थानीय प्रशासन, मुख्यमंत्रियों और तो और प्रधानमंत्री तक को पत्र लिखकर मांग कर चुके थे कि इस पुल की जगह नया पुल बनाया जाए। उन्होंने यह भी मांग की थी कि कम से कम हाइट बैरियर लगाकर इस पुल से भारी वाहनों की आवाजाही रोकी जाए लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी और इसका नतीजा निकला आज का हादसा है। दरअसल, वह पुल ब्रिटिश काल में बना था। सीएम आवास से महज 2 किलोमीटर की दूरी पर बना यह पुल प्रमुख मार्ग देवीस्थल मां संतला देवी मंदिर, जनतवाला, बानगंगा, कांडली, जामुनवाला, झाडूवाला जैसे अनेकों मांर्गों को जोड़ने वाला एक मात्र ब्रिज था। बावजूद इसके रखरखाव के लिए आजतक कुछ भी नहीं किया गया, जिसकी कीमत दो लोगों को अपनी जान गंवाकर चुकानी पड़ी। पुल टूटने से कैंट सैनिक बहुल क्षेत्र सहित आगे जाने वाले गांव घनघोड़ा, जेतन वाला, संतला देवी मंदिर सहित अन्य कई गांव का आवाजाही ठप हो गई है।