पुलिस की वर्दी को पहनना गौरव की बात: अमित कुमार सिन्हा
ऋषिकेश । नौ माह 14 दिन का प्रशिक्षण प्राप्त कर 161 आरक्षी उत्तराखंड पुलिस का हिस्सा बन गए। रविवार को एसडीआरएफ वाहिनी मुख्यालय जौलीग्रांट में आयोजित दीक्षांत समारोह में इन रिक्रूट आरक्षियों को पासिंग आउट परेड के दौरान अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासक अमित कुमार सिन्हा ने गोपनीयता की शपथ दिलाई।
एसडीआरएफ मुख्यालय जौलीग्रांट में यह पहला दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। अपर पुलिस महानिदेशक अमित कुमार सिन्हा ने कहा कि सभी नौकरियों में पुलिस की नौकरी सबसे अलग होती है। पुलिस की वर्दी को पहनना गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि आरक्षी पुलिस विभाग का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसकी कार्य प्रणाली से पुलिस की सकारात्मक छवि देश, प्रदेश और समाज में प्रदर्शित होती है। उन्होंने कहा कि आरक्षी खेलकूद में प्रतिभाग करके अपने स्वास्थ्य को ठीक रख सकते हैं। मेरा विश्वास है कि इस आधारभूत प्रशिक्षण के बाद सभी आरक्षी पुलिस महकमे की गतिविधियों से रूबरू होकर पुलिस की छवि को और ऊंचे स्तर पर ले जाएंगे।
पुलिस महानिरीक्षक एसडीआरएफ रिदीम अग्रवाल ने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान आरक्षियों को ड्रिल प्रशिक्षक, यातायात नियंत्रण, भीड़ नियंत्रण, शस्त्र प्रशिक्षण फील्ड क्राफ्ट मैप रीडिंग तथा आपदा प्रबंधन के बारे में अभ्यास कराया गया। इसके साथ ही रिक्रूट आरक्षण को ड्रोन तकनीक, सीसीटीवी फुटेज एनालिसिस, फॉरेंसिक साइंस एवं साइबर अपराध पर तकनीकी रूप से दक्ष किया गया। प्रशिक्षण अवधि के दौरान कांवड़ मेला और वीआईपी ड्यूटी में भी रिक्रूट आरक्षियों ने अपनी ड्यूटी दी है। मौके पर डीआईजी राजकुमार नेगी, पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे, अपर पुलिस अधीक्षक चक्रधर अंथवाल, सीओ डोईवाला अभिनव चौधरी आदि मौजूद रहे।