महात्मा गांधी ने विश्व को पढ़ाया सत्य का पाठ: जिलाधिकारी
बागेश्वर । सत्य अहिंसा और शांति के पथ प्रदर्शक महात्मागांधी एवं भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 155वींजयंती जनपद में हर्षोल्लास के साथ मनायी गयी। जिले के राजकीय भवनों में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया और विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। कलेक्ट्रेट में आयोजित कार्यक्रम में डीएम आशीष भटगांई ने महात्मागांधी एवं भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्र का अनावरण कर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान कलेक्ट्रेट के अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी गांधी जी व शास्त्री जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। डीएम ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अंतराष्ट्रीय अहिंसा दिवस और स्वच्छता की शपथ दिलायी। कलेक्ट्रेट में आयोजित कार्यक्रम में गांधी जी के प्रिय भजन रामधुन का गायन किया गया। कार्यक्रम में अपर जिलाधिकारी एनएस नबियाल,भावना कोरंगा,हिमांशु,रश्मि जोशी,शिखा सुयाल आदि वक्ताओं ने गांधी जी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी के जीवन और संघर्ष पर प्रकाश डाला।
जिलाधिकारी ने अपने सम्बोधन में दोनों महापुरुषों को नमन करते हुए कहा कि भारत के इतिहास में आज का दिन बड़ा महत्व रखता है। आज के दिन भारत की दो महान विभूतियों का जन्म हुआ। दोनों विभूतियों ने भारत के इतिहास में बड़ी भूमिका निभाई। उनके जीवन,संघर्ष और आदर्शों से हम सभी साल दर साल प्रेरित होते आएं है। डीएम ने कहा कि दोनों महापुरुषों के जीवन से जितनी भी प्रेरणा ली जाय वह कम है। महान व्यक्तियों का जीवन हमेशा हमारे लिए प्रासंगिक रहा है। जिलाधिकारी ने गांधी जी के जीवन और संघर्ष पर प्रकाश डालते हुए उनके दक्षिण अफ्रीका में बिताए गए 21 वर्ष का भी जिक्र किया। गांधी जी ने स्वतंत्रता संग्राम के कई आंदोलनों में अपनी अग्रणी भूमिका निभाई। जिलाधिकारी ने कहा कि सूर्य,चन्द्रमा और सच तीन ऐसी चीजें है जो कभी छुपती नही है। जिनका उदय होना निश्चित है। उन्होंने कहा कि गांधी जी ने सत्य अहिंसा का भाव सहानुभूति और समानुभूति का भाव पूरे विश्व को दिखाया।
कार्यक्रम का संचालन मुख्य प्रशासनिक अधिकारी भार्गव सिंह भौर्याल ने किया।
इस अवसर पर जिला आबकारी अधिकारी हरीश आर्या, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल,प्रभारी कोषाधिकारी जितेंद्र चंद उपाध्याय सहित कलेक्ट्रेट के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।