ऊन शियरिंग प्रोजेक्ट को शासन ने जारी किए 15 लाख 65 हजार की रकम : डीएम
बागेश्वर ( आखरीआंख समाचार ) जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने अवगत कराया है कि जनपद बागेश्वर के भेड़ बाहुल्य क्षेत्र हेतु निर्मित ऊन शियरिंग प्रोजक्ट के लिए शासन द्वारा 15 लाख 65 हजार की धनराशि स्वीकृति की गयी है। उन्होने कहा कि इस प्रोजक्ट के माध्यम से जनपद के भेड़ बाहुल्य क्षेत्रों में मशीन के माध्यम से ऊन शियरिंग की जा सकेंगी चूकि अभी तक जनपद में ऊन शियरिंग का काम हाथ से किया जाता है जिस कारण जहां एक ओर ऊन की गुणवत्ता प्रभावित होती है वही दूसरी ओर हाथ से उतारे जाने वाले ऊन की लम्ंबार्इ एक समान नही होती । जिस कारण उसे भेड़ एवं ऊन विकास बोर्ड द्वारा भी क्रय नही किया जाता जिसके परिणाम स्वरूप भेड़ पालको को प्राप्त होने वाली आय कम होती है। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट के माध्यम से ऊन शियरिंग के लिए मशीनो का क्रय किया जायेगा इन मशीनो के संचालन हेतु पशु पालन विभाग द्वारा स्थानीय भेड़ पालको के निर्धारित शैक्षिक योग्यता रखने वाले युवाओ को प्रशिक्षण दिया जोयगा जिससे वे जनपद के भेड बाहुल्य क्षे़त्रों शामा, कर्मी आदि में मशीन के माध्यम से ऊन शियरिंग का कार्य कर सकेगें। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट के माध्यम से स्थानीय भेड़ पालको के लिए आजीविका के नये विकल्प का भी निर्माण हो सकेगा। प्रशिक्षित युवा जो मशीन के माध्यम ऊन शियरिंग का कार्य करेगें उन्हें ऊन की बिक्री से प्राप्त होने वाले लाभान्स के सापेक्ष एक निश्चित धनराशि दी जायेगी। उन्होंने कहा कि हाथ से किये जाने वाले ऊन शियरिंग से भेड़ो के शरीर में घाव हो जाते है जिससे उनकी गुणवत्ता नकारात्मक रूप से प्रभावित हो जाती है, इस प्रोजेक्ट के माध्यम से इस समस्या का समाधान किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि इस प्रोजक्ट के माध्यम से प्राप्त होने वाली ऊन की लंबार्इ एक समान होगी जिससे भेड़ पालको को अधिक बाजार मूल्य प्राप्त होगा साथ ही मशीन से शियरिंग की जाने वाली इस ऊन को भेड एवं ऊन विकास बोर्ड के द्वारा भी क्रय किया जा सकेंगा। उन्होंने कहा कि यह प्रोजक्ट किसानो की आय को दोगुनी करने के संदर्भ में सरकार के द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनओ को वास्तविक रूप से धरातल में उतारने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा।