राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का हो व्यापक प्रचार : डीएम
बागेश्वर ( आखरीआंख समाचार ) आगामी 08 फरवरी 2019 को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस को सफल बनाने के लिए जिसमें 01 से 19 वर्ष तक के बच्चों को एल्बेंडाजॉल की दवा खिलाये जाने के लिए की जाने वाली तैयारियों एवं व्यवस्थाओं के लिए जिलाधिकारी रंजना राजगुरू की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की।
बैठक में जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये है कि दिनांक 08 फरवरी 2019 को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस को सफल बनाने के लिए सभी अधिकारी इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करायें ताकि 01 से 19 वर्ष तक के लड़का एवं लड़कियों को एल्बेंडाजॉल की दवा खिलार्इ जा सके। इसके लिए सभी सरकारी एवं गैर सरकारी स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में व्यापक प्रचार-प्रसार करायें। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिये है कि वे सभी सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों में प्रार्थनासभा में बच्चों कों खिलार्इ जाने वाली एल्बेंडाजॉल की दवा के सम्बन्ध में जानकारी दें तथा बच्चों की होमवर्क डायरी में नोट के माध्यम से खिलार्इ जाने वाली एल्बेंडाजॉल की दवा के सम्बन्ध में अभिभावकों को इसकी जानकारी दी जाय, ताकि सभी अभिभावक अपने बच्चों को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर स्कूलों में अनिवार्य रूप से भेजें। उन्होंने यह भी कहा कि जो बच्चे 08 फरवरी 2019 को किसी कारणवश दवा खाने से वंचित रह जाता है तो उसे 14 फरवरी (मापअप दिवस) को अनिवार्य रूप से दवा खिलार्इ जाय।
जिलाधिकारी ने कहा कि कृमि संक्रमण के कारण बच्चों में खून की कमी, कुपोषण, शाररिक एवं मानसिक विकास में अवरोध उत्पन्न होता है और उनकी कार्य क्षमता में कमी आती है। कृमि नियंत्रण की दवा खिलाने से खून की कमी में सुधार व पोषण का स्तर बेहतर होता है। कृमि संक्रमण के कारण प्राय: बच्चों के पेट में दर्द, उल्टी, दस्त, वजन कम होने के लक्षण दिखार्इ देते है। उन्होंने बताया कि एल्बेंडाजॉल कृमि नियंत्रण हेतु बच्चों एवं वायस्क दोनों के लिए सुरक्षित दवा है। इसके सम्बन्ध में भी सभी अभिभावकों को जानकारी से अवगत कराया जाय। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास तथा जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिये है कि वे अपने अपने क्षेत्रों में इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करना सुनिश्चित करें ताकि कृमि दिवस के अवसर पर 01 से 19 वर्ष तक के बच्चों को एल्बेंडाजॉल की दवा खिलार्इ जा सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिये है कि इस सम्बन्ध में जो भी रिपोर्टिंग की जानी है उसको मुख्य चिकित्साधिकारी को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस को सफल बनाने के लिए जनपद में संचालित सरकारी एवं गैर सरकारी तथा ऑगनबाड़ी केन्द्रों की सूची तैयार की गयी है जिसके तहत जनपद में 805 राजकीय/राजकीय सहायता प्राप्त विद्यालय है जिसमें 38224 बच्चे पंजीकृत है तथा प्राइवेट विद्यालय 122 पंजीकृत है जिसमें 13941 छात्र है इसी तरह 834 ऑनबाड़ी केन्द्र है जिसमें 13471 बच्चे पंजीकृत है।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी एस.एस.एस.पांगती, अपर जिलाधिकारी राहुल कुमार गोयल, जिला विकास अधिकारी के.एन.तिवारी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 जे.सी.मण्डल, जिला पंचायत राज अधिकारी पूनम पाठक, परियोजना निदेशक डी.आर.डी.ए. शिल्पी पन्त, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास राजेन्द्र प्रसाद बिष्ट सहित संबंधित अधिकारी मौजूद थे।