विधायक गढ़िया ने की विकास योजनाओं की समीक्षा
बागेश्वर । कपकोट विधायक सुरेश गड़िया ने जिलाधिकारी आशीष भटगांई की उपस्थिति में विधानसभा कपकोट में विकास कार्यों एवं केंद्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की विभाग वार समीक्षा की। विधायक ने आपदा से क्षतिग्रस्त सड़क,पुल,पेयजल और विद्युत लाइनों आवासीय भवनों,स्कूलों के साथ ही सिंचाई नहरों व अन्य विकास कार्यों की प्रगति के बारे में अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की। विधायक ने आपदा से क्षतिग्रस्त परिसम्पत्तियों के पुनः निर्माण कार्यों के साथ ही अन्य निर्माणाधीन विकास कार्यों को युद्ध स्तर पर पूर्ण करने के निर्देश दिए।
शुक्रवार को तहसील सभागार कपकोट में आयोजित समीक्षा बैठक में विधायक ने कपकोट विधानसभा से सम्बंधित विकासात्मक कार्यों की विभागवार समीक्षा की। लोक निर्माण विभाग की समीक्षा करते हुए विधायक ने स्वीकृत 25 सड़क मार्गों के वन भूमि का स्पेशल केस बनाकर जल्द ऑनलाइन करने के निर्देश दिए। सड़क निर्माण से जुड़े विभागों को जो भी समस्या आ रही है उसका आपसी समन्वय स्थापित करते हुए त्वरित गति के साथ निस्तारण करें। विधायक ने कहा कि आपदा में पहाड़ से हुए भूस्खलन का मलबा सड़क मार्ग के हिल साइट में पड़ा है जो दुर्घटना का कारण बन सकता है। सड़क मार्ग से जुड़े सभी विभाग मलबा को हटाने के लिए जल्द प्रस्ताव भेजे। ताकि स्थानीय जनता को आवगामन में सुविधा मिल सके। साथ ही पुलिस विभाग व एआरटीओ को ऐसे दुर्घटना सम्भावित क्षेत्र का चिन्हीकरण करने को कहा। यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए गिरीछीना में अस्थायी पुलिस चौकी बनाने को कहा। ताकि तेज रफ़्तार वाले वाहनों में अंकुश लगाया जा सके। विधायक ने कहा कि बाहरी राज्यों से फेरी वाले लोग दुर्गम गांव पहुंच रहें है पुलिस उनका सत्यापन करें। जिन सड़क मार्गों में वाहनों का अधिक दबाव है उन सभी सड़कों को तुरंत गड्डामुक्त करने के सख्त निर्देश दिए। कांडा सड़क मार्ग में लगाए जा रहे क्रेश बेरियर को मानकों के अनुरूप लगाने और नियमित अनुश्रवण करने के निर्देश ईई पीडब्ल्यूडी को दिए। साथ ही अन्य सड़क मार्ग जहां क्रेश बेरियर लगाए जाने है उनके प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। सोराग मोटर पुल की धीमी प्रगति पर विधायक ने गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए ईई वेपकोस को तब तक सोराग में तैनात करने को कहा जब तक पुल का कार्य पूरा नही होता है। विद्युत विभाग की समीक्षा करते हुए वनलेख,विजयपुर,धरमगढ़,रिमा आदि क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति सुचारू रखने को कहा। जुलती बिजली की तारों को ठीक करने और खराब एवं क्षतिग्रस्त बिजली के पोल को बदलने का काम युद्ध स्तर पर पूरा करने को कहा। उन्होंने कहा कि आम जनता के भारी भरकम बिजली के बिल आ रहें। बिजली के बिलों में अभिलम्ब सुधार करने के निर्देश दिए। शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए विधायक ने आपदा से क्षतिग्रस्त स्कूलों के मरम्मत के प्रस्ताव उपलब्ध कराने और कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को क्लस्टर बेस संचालित करने पर आवश्यक तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। विधायक ने स्वास्थ्य,पशुपालन,आरईएस,बाल विकास,कृषि,उद्यान,मत्स्य,उरेड़ा,समाज कल्याण, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति,पंचायतीराज,दुग्ध विकास,पर्यटन आदि विभागों की गहनता से समीक्षा की।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि विधायक द्वारा दिये गए निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। समय सीमा निर्धारित करते हुए विभाग अपने कार्यों की प्राथमिकता तय करें। आपदा से क्षतिग्रस्त विभागीय परिसम्पत्तियों के प्रस्ताव तत्काल उपलब्ध कराएं ताकि निर्माण कार्यों को युद्ध स्तर पर पूरा किया जा सके। निर्माण कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश देते हुए कार्यों की पहले और बाद की फोटोग्राफ्स अर्थ एवं संख्या कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
बैठक में अध्यक्ष जिला पंचायत बसन्ती देव,ब्लाक प्रमुख गोविंद सिंह दानु,सीडीओ आरसी तिवारी,एडीएम एनएस नबियाल,एसडीएम अनुराग आर्या,सीएमओ डॉ कुमार आदित्य तिवारी,मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सोन,जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी दिनेश सिंह रावत,जिला सेवायोजन अधिकारी प्रवीण चन्द्र गोस्वामी,अधिशासी अभियंता जल निगम वीके रवि, ग्रामीण निर्माण विभाग संजय भारती,जिला पूर्ति अधिकारी मनोज कुमार वर्मन,जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।