June 16, 2025

गरुड की हेली सेवा रामभरोसे, गुस्से में यात्री, मूर्ख बना रही सरकार, कोई जबाबदेही नही

बागेश्वर गरुड । ज़िले के गरुड़ क्षेत्र से देहरादून के लिए शुरू की गई हेली सेवा एक बार फिर सवालों के घेरे में है। बीते दो दिनों से यह सेवा पूरी तरह डगमगा गई है, जिससे यात्री भारी परेशानी का सामना कर रहे हैं। यात्रियों की न तो सही जानकारी दी जा रही है और न ही वैकल्पिक व्यवस्था। परिणामस्वरूप, लोग होटल में रुके हुए असमंजस की स्थिति में हैं, न उन्हें गंतव्य की कोई निश्चितता है और न ही रिफंड की बात की जा रही है।


गरुड़ से देहरादून जाने के लिए तैयार बैठे यात्री होटल में रुके हुए हैं और लगातार इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि उड़ान कब होगी। वहीं देहरादून से गरुड़ के लिए आने वाले यात्री, जो सफर करने को तैयार थे, उन्हें देहरादून से ही वापस लौटना पड़ा। हेरिटेज एविएशन द्वारा संचालित इस सेवा ने यात्रियों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।

हेली सेवा के अधिकारियों से संपर्क करने पर पता चला कि जो हेलीकॉप्टर देहरादून से गरुड़ आना था, वह केदारनाथ में फंसा हुआ है। इसके पीछे मौसम या तकनीकी कारणों का हवाला दिया जा रहा है, लेकिन यात्रियों को इस बारे में पहले से कोई ठोस जानकारी नहीं दी गई।

यात्रियों को धोखे में रखा गया
एक यात्री ने बताया कि यह यात्रियों के साथ सरासर धोखा है। टिकट बुकिंग के समय कोई समस्या नहीं दिखाई गई थी, और अब जब यात्री समय पर एयरपोर्ट पर मौजूद हैं, तो उनसे कहा जा रहा है कि “सेवा फिलहाल उपलब्ध नहीं है।”

पहले इस सेवा में दिन में दो बार उड़ान होती थी – एक सुबह और एक शाम। अब सुबह की सेवा को पहले ही बंद कर दिया गया था, और अब दो दिनों से शाम की सेवा भी ठप पड़ी हुई है। इससे यह स्पष्ट हो रहा है कि सेवा संचालन में भारी अव्यवस्था है।

सवालों के घेरे में हेरिटेज एविएशन
हेली सेवा का संचालन कर रही हेरिटेज एविएशन की जिम्मेदारी बनती है कि वह यात्रियों को समय पर जानकारी दें, वैकल्पिक प्रबंध करें और असुविधा के लिए माफी मांगे। लेकिन अभी तक ऐसा कुछ भी नहीं किया गया है। न ही स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई हस्तक्षेप देखने को मिला है।

मांग उठी – या तो सेवा को व्यवस्थित करें, या स्थायी रूप से बंद
स्थानीय नागरिकों और यात्रियों का कहना है कि अगर इस प्रकार की अनिश्चितता बनी रहती है तो इससे सेवा की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह लगता है। या तो इस सेवा को पूर्ण रूप से व्यवस्थित किया जाए, या फिर इसे बंद कर दिया जाए, ताकि लोगों को फालतू में आशा न हो।

आज के डिजिटल युग में जब लोग समय के प्रति अत्यंत जागरूक हैं, तब इस प्रकार की लापरवाही आम जनता के साथ एक प्रकार का छल है। हेरिटेज एविएशन और संबंधित प्रशासन को चाहिए कि वे तुरंत इस विषय में स्थिति स्पष्ट करें और यात्रियों को मानसिक, आर्थिक और समय की क्षति से राहत दिलाएं।