December 5, 2025

प्रसिद्ध हास्य एवं चरित्र अभिनेता Govardhan Asrani का लंबा सफर – एक श्रद्धांजलि

मुंबई । आज हम याद कर रहे हैं हिंदी सिनेमा के ऐसे अभिनेता को जिन्होंने लाखों-करोड़ों दिलों में अपनी जगह बना ली थी। 84 वर्षों की उम्र में आज उन्होंने इस संसार को अलविदा कह दिया।

जन्म-परिचय तथा आरंभिक जीवन

असरानी का जन्म 1 जनवरी 1941, जयपुर, राजस्थान में हुआ था।

उन्होंने फ़िल्मी अभिनय की तैयारी के लिए Film and Television Institute of India (FTII), पुणे में अध्ययन किया था।

1960-70 के दशक में उन्होंने मुंबई पहुँच कर क़दम रखा और क्रमशः छोटे-छोटे रोल्स से शुरुआत की।

करियर की मुख्य पड़ाव

असरानी ने लगभग 350 से अधिक फिल्मों में काम किया।

उन्हें सबसे ज़्यादा पहचान मिली थी 1975 की फिल्म Sholay में जेलर की भूमिका से, जहाँ उनका वह प्रसिद्ध डायलॉग था:

“हम अंग्रेज़ों के जमाने के जेलर हैं।”

इसके पहले-पहल उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया, जैसे Bawarchi (1972) में राजेश खन्ना-जयाबादुरी के साथ;

1970-80 के दशक में उन्होंने कॉमेडी, चरित्र, सहायक भूमिका — हर तरह में अपनी छाप छोड़ी।

बाद के वक्त में भी उन्होंने नई पीढ़ी की हास्य फिल्मों में काम जारी रखा, जैसे Hera Pheri आदि।

कुछ प्रमुख फिल्मों व यादगार संवाद

नीचे कुछ ऐसी फिल्मों का चयन है जिनमें असरानी ने ऐसा किरदार निभाया जिसने आज भी दर्शकों की स्मृतियों में जीवित है।

फिल्म वर्ष भूमिका/विशेषता यादगार संवाद / टिप्पणी

Sholay 1975 जेलर का छोटा-लेकिन असरदार रोल “हम अंग्रेजों के जमाने के जेलर हैं।” – जेलर का यह संवाद अब एक क्लासिक बन चुका है।
Bawarchi 1972 परिवार-नाटक में सहायक भूमिका इस फिल्म में असरानी ने सहज हास्य व पारिवारिक माहौल की संवेदनशीलता में काम किया।
Rafoo Chakkar 1975 (अनुमान) कॉमेडी-आधारित फिल्म में रोल इस फिल्म में उनका हास्य-प्रदर्शन दर्शनीय था।
Hera Pheri 2000 (अनुमान) नई हास्य दौर में शामिल पुराने दौर के हास्य अभिनेता के रूप में उन्होंने नई पीढ़ी के दर्शकों को भी प्रभावित किया।