चकबन्दी दिवस का आयोजन 01 मार्च कोः कपिल डोभाल
देहरादून, ( आखरीआंख ) गरीब क्रांति-अभियान संगठन ने कहा है कि राज्य के पर्वतीय अंचल मंे विगत चार दशकों से चकबकन्दी की मांग हो रही है और अब इसकी आवश्यकता भी महसूस की जा रही है।
रविवार को हिन्दी भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में कपिल डोभाल ने कहा कि राज्य गठन के बाद नवोदित राज्य की धरातलीय स्थिति बेहद खराब है राज्य के 10 जिले पर्वतीय हैं और इन जिलों के खाली होते गाॅंव इस बात का प्रतीक हैं कि राज्य के जमीनी मसलों का समाधान नहीं हो रहा है और राज्य गठन का सपना वह अधूरा है उन्होने कहा कि इस पर्वतीय क्षेत्र की समस्यायें मैदानी क्षेत्र से काफी भिन्न हैं। कृषि की उपेक्षा का एक प्रमुख कारण भूमि बिखराव है इसलिये यहां पर भूमि सुधारीकरण और चकबन्दी की मांग लंम्बे समय से की जा रही है। कपिल डोभाल ने कहा कि 01 मार्च 2012 को चकबन्दी दिवस की शुरूआत की गयी थी ताकि समवेत स्वरों में चकबन्दी की मांग को और अधिक मिल सके और अधिक से अधिक लोग जागरूक हों। उन्होने कहा कि चकबन्दी दिवस का आयोजन एक मार्च को नगर निगम सभागार में आयोजित किया जायेगा। इस अवसर पर प्रेस वार्ता में अभियान के संयोजक कपिल डोभाल, हरिशंकर नेगी, कुॅंवर सिंह भण्डारी, शंकर भाटिया, बाॅंबी पंवार, कुलदीप सिंह नेगी, हेमवती नंदन कुकरेती, प्रकाश गौड, नवीन सती आदि उपस्थित रहे।