कौथिग में की वनों को बचाने की अपील
देवाल ( आखरीआंख ) जनपद चमोली के विकासखंड देवाल कौथिक मेले के शुभ अवसर पर श्रीमती यशोदा बिष्ट अध्यक्ष वन पंचायत सरपंच संगठन देवाल , सरपंच वन पंचायत सुया के द्वारा देवाल कौथिक में पधारे विभिन्न क्षेत्रों से आए सम्मानित क्षेत्रवासियों व बुद्धिजीवी वर्गों जनमानस को वनों के प्रति जागरूक किया ऒर वनाग्नि सुरक्षा वर्ष 2019 को मध्य नजर रखते हुए उन्होंने वनो को अग्नि दुर्घटनाओं से बचाने की अपील की साथ ही वनों से हो रहे लाभ के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी भी दी गई । उन्होंने पंचायती वनो आरक्षित वनो सिविल वनो को आग से बचाने के साथ साथ गांव गलियों में घास के लिए जंगलों में आग न लगाने का आह्वान भी किया साथ ही उनके द्वारा भारतीय वन (उत्तरांचल संशोधन) अधिनियम 2001 एवं वन्य जीव अधिनियम 1972 यथा संशोधित 2006 की विभिन्न धाराओं के तहत दंडनीयत / गैर जमानती अपराध है इसकी भी जानकारी दी । उन्होंने वनों में आग लगाने वाले राष्ट्रीय अमूल्य धरोहर को नुकसान पहुंचाने वाले का नाम बताने पर पुरस्कृत करने सूचना गोपनीय भी रखने की बात करते हुए जलती बीड़ी सिगरेट को राष्ट्रीय वन संपदा व जंगलो के नजदीक बुझाकर ही फैकने तथा आपसी रंजिश व शरारत से प्रेरित होकर वनों को आग के हवाले न करने का भी आह्वान किया ।कहा कि घास के लालच में चारा चुगान के लालच मे वनों में आग न लगाये अगर किसी प्रकार वनो में आग दिखाई दे तो क्रू स्टेशन को सूचित करें तथा साथी जन सहयोग के माध्यम से आग न फैलने दे व रोकथाम के लिए आग्रह किया । अग्नि काल में वनो एवं वन्य जीवो को दुर्घटनाओं से बचाने के लिए अपना बहुमूल्य योगदान देकर पर्यावरण के संरक्षण मे सहभागी बनने को भी जनसमुदाय की सहभागिता पर जोर दिया।