केदारधाम में तेजी से जुटाई जांय व्यवस्थाएंः उत्पल
रुद्रप्रयाग, ( आखरीआंख ) मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने केदारधाम पहुंचकर यात्रा व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये कि जल्द से जल्द धाम में व्यवस्थाओं को दुरूस्त किया जाय, जिससे देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिल सकें और वे यहां से अच्छा संदेश लेकर जांय।
रविवार को मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने केदारपुरी का स्थलीय जायजा लिया। सुबह साढ़े आठ बजे केदारधाम पहुंचे मुख्य सचिव ने अधिकारियों के साथ मंदिर के बांयी ओर ध्यान गुफा और राजकीय अस्पताल केदारनाथ का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने गढ़वाल मण्डल विकास निगम को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द धाम में ठहरने के लिए टेन्ट लगाये जांय और भोजन कक्ष को वाॅटर प्रुप से ढकें। उन्होंने बर्फवारी से हुए नुकसान का स्टीमेट बनाकर शासन को भेजने के लिए कहा। कहा कि यात्रा से पूर्व धाम में बिजली, पानी, दूर सचांर की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाय। मुख्य सचिव ने कहा कि नौ मई से भगवान केदारनाथ के कपाट खुलेंगे और आठ मई को ही तीर्थयात्री केदारधाम पहुंचना शुरू कर देंगे। ऐसे में तेजी से व्यवस्थाओं को दुरूस्त किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि धाम में अव्यवस्थाएं होने से तीर्थयात्रियों को दिक्कतें होंगी और तीर्थयात्री यहां से अच्छा संदेश लेकर नहीं जायेंगे। तीर्थयात्रियों की सुविधाओं का ख्याल रखना प्रशासन की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि आपसी सामंजस्य से धाम में व्यवस्थाओं को जुटाया जाय, जिससे देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी परेशानी से न जूझना पड़े। कहा कि हेलीपैड पर जमी बर्फ को साफ किया जाय और रास्तों को दुरूस्त किया जाय। इस अवसर पर रामानन्द सन्त आश्रम केदारनाथ के स्वामी ललीत रामदास ने एक शिला की जानकारी देते हुए बताया कि रामानन्द आश्रम के ठीक पीछे भव्य एवं दिव्य शिला की है। इस शिला का सौन्दर्यीकरण करके तीर्थयात्रियों को दर्शन करवाये जांय। इस मौके पर पुलिस महा निदेशक अनिल रतूड़ी, सचिव आपदा अमित नेगी, सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर, डीआईजी अजय रौतेला, जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल, पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, तहसीलदार श्रेष्ठ गुनसोला, अधिशासी अभियंता डीडीएमए सहित कई अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।