बागेश्वर पुलिस ने चुनाव के दौरान शांतिभंग की आशंका को देखते हुए 253 संदिग्ध लोगों का चालान
बागेश्वर। पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो इसके लिए पुलिस ने कमर कस ली है। उन्होंने चुनाव के दौरान शांतिभंग की आशंका को देखते हुए जिले में 253 संदिग्ध लोगों का चालान किया है। पुलिस की कार्रवाई के बाद परगना मजिस्ट्रेट के न्यायालय से 52 लोगों को पाबंद किया गया है। लोगों का कहना है कि पुलिस ने कई ऐसे लोगों के चालान किए हैं, जो अब इस दुनिया में ही नहीं हैं। कपकोट विधानसभा क्षेत्र के कुछ लोगों ने पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल उठाए हैं। मालूम हो कि जिले में पांच, 11 तथा 16 अक्टूबर को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न होने हैं। अति संवेदनशील तथा संवेदनशील बूथों में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए पुलिस ने 253 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 107/ 116 का चालान किया है। चालान के बाद परगना मजिस्ट्रेटों की न्यायालय से 52 लोगों को पाबंध किया है। उनकी न्यायालय से संबंधित व्यक्तियों को 28 सितंबर को नोटिस जारी हुए हैं। इसमें शुक्रवार तक न्यायालय में पेश होकर अपना पक्ष रखने तथा 15 हजार रुपये की धनराशि के बंधपत्र एवं समान धनराशि के दो-दो प्रति निष्पादित किए जाने के आदेश दिए थे। सिमगड़ी क्षेत्र के प्रधान कांडा ने एसडीएम और थानाध्यक्ष से मुलाकात की। उन्होंने पुलिस की कार्रवाई पर आपत्ति जताई है। कहा पुलिस ने बगैर प्रधानों से राय लिए सरकार के दबाव में चालान कर रही है। यहां पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण, नरेंद्र भौर्याल, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुंदर मेहरा, झाकरा के ग्राम प्रधान गिरीश जोशी समेत 30 जन प्रतिनिधि मौजूद रहे। इधर, एसडीम योगेंद्र सिंह ने कहा जिन लोगों को पुलिस ने नोटिस जारी किए हैं, उन्हें अपना पक्ष रखने का पूरा अधिकार है। क्षेत्र के कई लोगों ने अपना पक्ष रखा है। अब जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक प्रीति प्रियदर्शिनी ने कहा संवेदनशीलता कम करने के लिए पुलिस ने चालान की कार्रवाई है। जिन्हें नोटिस दिए हैं वे एसडीएम की न्यायालय में अपना पक्ष रख सकते हैं।