बागेश्वर में विनिवेश प्रस्ताव पर भड़के एलआईसी कर्मचारी
बागेश्वर। केंद्र सरकार ने बजट सत्र में भारतीय जीवन बीमा निगम का विनिवेश करने का प्रस्ताव पास करने की बात की है। इस पर निगम कर्मियों ने कड़ी आपत्ति जताई है। इसके विरोध में सभी अधिकारी, कर्मचारियों तथा अभिकर्ताओं ने एक घंटे का कार्य बहिष्कार कर नारेबाजी की। सरकार से अपना निर्णय वापस लेने की मांग प्रमुखता से उठाई है। मंगलवार की सुबह एलआईसी के सभी कर्मचारी कार्यालय में पहुंचे। दो घंटे कार्य करने के बाद साढ़े बारह बजे सभी कर्मचारी एक घंटे के कार्य बहिष्कार पर चले गए। इस दौरान कार्यालय गेट के बाहर नारेबाजी कर केंद्र सरकार के निर्णय के विरोध में नारेबाजी की। शाखा प्रबंधक आरजे सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार ने बजट सत्र में एलआईसी के विनिवेश का प्रस्ताव पास किया है। जिसका सभी कर्मचारी पुरजोर विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एलआईसी ने कई बार फाइनेंस कंपनियों को सहयोग कर उन्हें डूबने से बचाया है। बगैर मैनेजमैंट से बात कर सरकार विनिवेश की बात कर मनमानी पर उतर आई है। इस तरह के तुगलगी फरमान को कतई सहन नहीं कतया जाएगा। विनोद उपाध्याय ने कहा कि एलआईसी सामाजिक सुरक्षा के लिए बनी है। यह व्यवसाय के लिए नहीं बनी है। शेयर मार्केट में लिटिंग ठीक नहीं है। इस मौके पर मनु कुमार जैन, बालम रौतेला, नंदन सिंह धामी, केपी मीणा, नरेंद्र सिंह, राजेंद्र रावत, चंद्रशेखर आदि मौजूद रहे।