चमोली में बाहर से आए 1601 लोगों होम क्वारंटाइन
चमोली । चमोली जिले में विदेशों व देश के दूसरे रायों से अब तक अपने गांव आए लगभग 1601 लोगों को एहतियात के तौर पर जिला प्रशासन ने होम क्वारंटाइन किया हुआ है। इन लोगों का नियमित अंतराल में स्वास्थ्य परीक्षण करने के लिए चिकित्सकों की 20 टीमें बनाई गई हैं जो 31 मार्च से प्रतिदिन गांवों में घर-घर जाकर होम क्वारंटाइन किए गए लोगों की जांच कर रही है। रविवार तक चिकित्सकों की 20 टीमें जिले के 193 गांवों में होम क्वारंटाइन किए गए लोगों का चेकअप कर चुकी है। राहत की बात है यह है कि चिकित्सकों की टीम को अभी तक होम क्वारंटाइन में रह रहे किसी भी व्यक्ति में कोरोना संक्रमण के लक्षण नहीं मिले हैं।
होम क्वारंटाइन में रह रहे लोगों की दैनिक गतिविधियों पर राजस्व उप निरीक्षक, ग्राम प्रधान, ग्राम प्रहरी, आशा वर्कर एवं पुलिस के मदद से कड़ी नजर भी रखी जा रही है। जिले में 19 अलग-अलग जगहों पर फेसेलिटी क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए है। इनमें 399 बेड है। लॉकडाउन के बाद बाहर आने वाले लोगों को इन फेसेलिटी क्वारंटाइन सेंटरों में रखा जा रहा है। अब तक 90 से अधिक लोगों को फेसेलिटी क्वारंटाइन किया जा चुका है। इनमें से जो लोग 14 दिन का समय पूरा कर चुके है उन्हें छोड़ भी दिया गया है। अभी भी फेसेलिटी क्वारंटाइन सेंटर पॉलिटेक्निक गौचर में 26, ग्वालदम में दो, मंडल में तीन, देवाल में सात, ट्रामा सेंटर कर्णप्रयाग में चार, जीएमवीएम कालेश्वर में दस, पीएचसी गौचर में आठ , जीएमवीएन गौचर में 20 तथा जोशीमठ में दो लोगों को चिकित्सा टीम की निगरानी में रखा गया है। कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए जिला प्रशासन ने गोपेश्वर जिला चिकित्सालय को आइसोलेशन सेंटर बनाया है। यहां पर 85 आइसोलेशन बेड तैयार किए गए है। मुय चिकित्सा अधिकारी डॉ. केके सिंह ने बताया कि कोविड-19 संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए यहां पर छह आइसीयू कक्ष, चार वेंटीलेटर तथा 106 ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं। चिकित्सकों की टीम के लिए 353 पीपीई किट, एक हजार एन-95 मास्क, तथा 17 हजार थ्री-लियर मास्क उपलब्ध है। कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए पूरी एसओपी के साथ चिकित्सकों की टीम तैनात रखी गई है। अभी तक छह लोगों के ब्लड सैंपल टेस्ट के हल्द्वानी भेजे गए थे, जिनमें से चार लोगों की रिपोर्ट आ चुकी है। चारों केस नेगेटिव पाए गए है। दो की रिपोर्ट आनी बाकी है।