क्वारंटाइन सेंटर में दिल्ली से लौटी वृद्धा की मौत
पौड़ी। तहसील धुमाकोट के एक क्वारंटाइन सेंटर में दिल्ली से लौटी वृद्धा की मौत हो गई। पुलिस प्रशासन का कहना है कि वृद्धा हृदय रोग की मरीज थी और लंबी बीमारी के बाद वापस गांव लौटी थी। उसकी मृत्यु हृदय गति रुकने से हुई है। मृतक के पुत्र व ग्राम प्रधान ने वृद्धा की मौत को स्वाभाविक बताते हुए शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाने का अनुरोध किया। जिस पर प्रशासन ने शव का पीएम नहीं करवाया। वृद्धा की मौत के बाद क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे अन्य 30 लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग करवाई गई। थर्मल स्क्रीनिंग में सभी स्वस्थ पाए गए। धुमाकोट थाना प्रभारी प्रमोद उनियाल ने बताया कि पीपली(भटिंडा) निवासी ठाकुली देवी(72) बीती 23 मई को दिल्ली से अपने गांव लौटी थी। उसे गांव में ही मिलन केंद्र पर क्वारंटाइन किया गया था। बीते शुक्रवार की शाम को उसकी तबीयत खराब होने से उसकी मौत हो गई। जानकारी जुटाने पर पता चला है कि वृद्धा लंबे समय से हृदय रोग से पीडि़त थी और निरंतर दवाइयां ले रही थी, उसकी मृत्यु हृदय गति रुकने से हुई है। बताया कि ग्राम प्रधान व मृतक वृद्धा के पुत्र ने मौत को स्वाभाविक बताते हुए पीएम नहीं करवाने का अनुरोध किया। जिस पर शव का पीएम नहीं करवाया गया।
पहले भी हुई हैं मौतें
इससे पूर्व रिखणीखाल ब्लाक के क्वारंटाइन सेंटर में एक वृद्धा, बीरोंखाल ब्लाक में एक युवक और पाबौ में होम क्वारंटाइन रहे युवक की भी मौत हो गई थी। पाबौ में हुई युवक की मौत को प्रशासन ने टीबी की बीमारी से होना बताया था। मृतक की मौत होने के बाद उसका कोरेाना सैंपल भी लिया गया था। जिसमें मृतक युवक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद जिला प्रशासन ने मृतक युवक के गांव को कंटेंमेंट जोन घोषित कर दिया था।