आईटीआई छात्र की गलती से उजड़े दो परिवार
रुड़की ( आखरीआंख समाचार ) दो हंसते खेलते परिवारों को आईटीआई छात्र की छोटी सी गलती ने उजाड़कर रख दिया। देशी तमंचे से भूलवश चली गोली ने जहां एक परिवार के इकलौते चिराग को मौत हो गई वहीं तमंचा चलाने वाले छात्र को पुलिस ने जेल भेज दिया है। आरोपी युवक भी इकलौता बेटा है।
खेड़ी निवासी संजीव अपने माता-पिता का इकलौता बेटा है। फिलहाल वह सुल्तानपुर की एक संस्था से आईटीआई का प्रशिक्षण ले रहा है। संजीव को पढ़ाई में होशियार बताया जाता है। संजीव का एक दोस्त पास के मुंडाखेड़ा गांव में रहता है। गत दिवस संजीव दोस्त के साथ उसकी मौसी के घर अकौढ़ा खुर्द गया था। वहां मौसी का लड़का और उसका एक पड़ोसी भी थे। वे दोनों 315 बोर के एक देशी तमंचे को चलाकर देख रहे थे। पर तमंचा हर बार मिस हो रहा था। इसी दौरान संजीव ने भी उत्सुकतावश तमंचे को हाथ में लेकर चलाने की कोशिश की तो उससे अचानक गोली चल गई और टिंकू को जा लगी, जिससे उसकी मौत हो गई। शनिवार को लक्सर पुलिस ने संजीव को हत्या के जुर्म में जेल भेज दिया। संजीव के जेल जाने से उसका परिवार सूना हो गया है। उधर, मृतक टिंकू भी अपने माता-बाप का इकलौता बेटा था। ग्रामीण धीर सिंह, महक सिंह, युद्धराज, सितम सिंह ने बताया कि मृतक टिंकू के पिता रूपराम के दो बेटे थे। बड़े बेटे पप्पू की बीमारी के कारण कई साल पहले जवानी में ही मौत हो गई थी। दूसरा बेटा टिंकू इस हादसे में गुजर गया है। हालांकि टिंकू की शादी हो चुकी है और उसके दो बच्चे भी हैं। परंतु उसकी मौत के कारण उसके माता-पिता व पत्नी पागल से हो गए हैं। उसके दोनों मासूम बच्चों को तो इतनी बड़ी घटना का कोई एहसास तक नहीं है।