October 24, 2024

गुप्तकाशी विवादित मांस को लेकर हुआ बवाल, थाने का घेराव


रुद्रप्रयाग। गुप्तकाशी में विवादित मांस को लेकर जमकर बवाल हुआ। स्थानीय व्यापारियों, जनप्रतिनिधियों और जनता ने प्रशासन के खिलाफ खूब नारेबाजी की। बुधवार देर सांय स्थानीय लोगों को जानकारी मिली कि गुप्तकाशी में मांस विक्रेता द्वारा वाहन में विवादित मांस लाया गया। जिसकी शिकायत पर स्थानीय पुलिस द्वारा रात को ही मांस को कब्जे में लेकर इसे जमीन में दफना दिया गया। हालांकि पुलिस का कहना है कि यह बकरे का सड़ा हुआ मांस है और विवादित मांस जैसा कुछ भी नहीं है। इसका सैंपल लेकर जांच की जाएगी। मामले में पुलिस ने दो दुकानें सीज कर दी हैं जबकि ट्रांसपोर्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
मांस मामले को लेकर गुरुवार सुबह स्थानीय व्यापारी और जनप्रतिनिधियों ने जनता के साथ गुप्तकाशी थाने का घेराव किया। साथ ही मांस विक्रेता पर कार्रवाई नहीं होने पर आक्रोश व्यक्त किया। व्यापारियों ने विरोध में गुप्तकाशी और ऊखीमठ बाजार को तीन घंटे तक बंद किया किया। थाने में बढ़ते बवाल को देखते हुए एसडीएम ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा गुप्तकाशी पहुंचे। उन्होंने विरोध कर रहे व्यापारियों और जनता से वार्ता की। लोगों ने स्थानीय पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। मौके पर मौजूद प्रधान संगठन के जिला अध्यक्ष सुभाष रावत ने कहा कि केदारघाटी जैसी पवित्र भूमि में मांस की सभी दुकानें बंद होनी चाहिए। जिला पंचायत सदस्य गणेश तिवारी, ब्लॉक प्रमुख श्वेता पांडेय, व्यापार मंडल अध्यक्ष गुप्तकाशी मदन सिंह रावत, व्यापार मंडल अध्यक्ष ऊखीमठ राजीव भट्ट, केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, कनिष्ठ प्रमुख शैलेन्द्र कोटवाल, विपिन सेमवाल, राय सिंह रावत, कुंवरी बर्त्वाल, ममता नौटियाल, भगत कोटवाल, ग्राम प्रधान गुप्तकाशी प्रेम सिंह नेगी आदि ने कहा कि केदारघाटी में मांस की दुकानों का संचालन बर्दास्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने देवभूमि में बाहरी स्थानों से आने वाले वाहनों की नियमित जांच करने की मांग की। मांस की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
इधर, एसडीएम ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा ने बताया कि मामले में इस मामले में दो मांस विक्रेताओं की दुकानें सीज कर दी गई हैं। व्यापार संघ अध्यक्ष की तहरीर पर गुप्तकाशी थाने में ट्रांसपोर्टर के खिलाफ मुदकमा दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच भी शुरू कर दी गई है।