September 8, 2024

अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट के मूल निवासी थे चंदन राम दास

अल्मोड़ा से वरिष्ठ पत्रकार जगदीश जोशी का एक संस्मरण


उत्तराखंड अल्मोड़ा। प्रदेश के कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास नहीं रहे। टीवी के न्यूज चैनल में बुधवार को दोपहर बाद आई ब्रेकिंग ने मुझे स्तब्ध कर दिया। अभी 24 घंटे नहीं बीते थे कि मेरे सहित मीडिया के सभी साथी उनके संबोधन के गवाह रहे थे। हिमालयपुत्र स्व हेमवती नंदन बहुगुणा की 104 वीं जयंती पर अल्मोड़ा के एचएन बहुगुणा स्टेडियम में हुए आयोजन में हुए समारोह में सीएम धामी के साथ ही मंत्री मंडल के अन्य साथियों में शामिल चंदन राम दास भी मौजूद थे। संचालक ने उनको बोलने के बुलाया उन्होंने पूरे जोश व खरोस के साथ अपनी बात रखी। उन्होंने मंच पर विराजमान पूर्व राज्यपाल व सीएम रहे भगत सिंह कोश्यारी पूर्व सीएम विजय बहुगुणा सहित सीएम धामी आदि के नाम लेने के बाद अपना संबोधन शुरू किया। यह गौरतलब है कि उन्होंने इस सूची में मंच में मौजूद अपने पुराने मित्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नगर पालिका अल्मोड़ा के वर्तमान अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी का नाम भी लिया। जोकि स्व दास के उप्र के दौर में बागेश्वर पालिकाध्यक्ष रहने के दौरान भी अल्मोड़ा नपा के अध्यक्ष रहे। जोशी के साथ उनकी तबसे शुरू हुई मित्रता आज भी अटूट थी। समारोह के बाद नपा अध्यक्ष जोशी व दास की कुछ देर गुफ्तगू भी हुई। इसमें जोशी ने दास के स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी भी ली। इधर दास के संबोधन में कहीं भी ऐसा नहीं लग रहा था कि बागेश्वर से उभर कर प्रदेश स्तर पर अपनी अलग पहचान बना चुके इस जनप्रिय नेता का यह आखिरी संबोधन होगा। लेकिन नियति के आगे किसी का भी बस नहीं चलता है।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि स्व चंदन राम दास अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट ब्लॉक के तल्ली बिठोली गांव के मूल निवासी थे। उनका ब्लाक के कांडे गांव से भी संबंध था। स्व दास इन दोनों गांवों में पूजा-अर्चना करने लगातार आते रहे। उनके बड़े भाई चेतराम अभी भी परिवार सहित यहां रहते हैं। उनके निधन पर अल्मोड़ा के साथ ही द्वाराहाट क्षेत्र में भी शोक की लहर है। मेरी जन्मभूमि बन्तोली गरूड़ की बागेश्वर विस क्षेत्र से चार बार विधायक रहे चंदन राम दास का यूं ही दुनिया से चला जाना हम सभी के लिए दुःखद है। उनके चले जाने से बागेश्वर के साथ ही प्रदेश में एक मझे हुए समझदार नेता की अपूर्णीय क्षति हुई है। भगवान उनकी आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।